सकारात्मक दृष्टिकोण व स्कूल के प्रति स्नेह आगे बढऩे का मूलमंत्र: आरके सिंगला
सेवानिवृत्त प्रोफेसर व लेखक ने विद्यार्थियों को दिया प्रेरक व्याख्यान
कॉमर्स व बैंकिंग के बारे में दी करियर काउंसलिंग
इन्द्री, 3 दिसंबर
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में वाणिज्य संकाय की तरफ से विद्यार्थियों के लिए करियर काउंसलिंग व माटिवेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में पं. चिरंजीलाल राजकीय महाविद्यालय करनाल से सेवानिवृत्त प्रोफेसर एवं लेखक डॉ. आरके सिंगला ने शिरकत की। संगोष्ठी की अध्यक्षता प्रधानाचार्य राम कुमार सैनी ने की और संयोजन कॉमर्स प्राध्यापक दिनेश कुमार व अर्थशास्त्र प्राध्यापक बलराज कांबोज ने किया। कार्यक्रम के आयोजन में प्राध्यापक डॉ. सुभाष चंद व अरुण कुमार कैहरबा ने योगदान किया।
डॉ. आर के सिंगला ने विद्यार्थियों को किस्से-कहानियों, रोचक प्रसंगों और पीपीटी के माध्यम से आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आगे बढऩे के लिए इच्छा शक्ति बहुत जरूरी है। लेकिन बुरी संगत, गलत सामग्री पढऩे और गलत ढ़ंग से सोचने से हमारे अंदर नकारात्मकता हावी हो जाती है और इच्छा शक्ति छुप जाती है। हम ढर्ऱे पर चलने लगते हैं और जब तक चले-चलाओ के मंत्र अपना लेते हैं, जोकि आगे बढऩे की सबसे बड़ी बाधा होता है। उन्होंने कहा कि पढऩे और पढ़ाने में मन लगाने के लिए सबसे पहले स्कूल के साथ हमारा संबंध बनना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को स्कूल को अपना मित्र बनाने और स्कूल से जाते हुए उसे टेक केयर (अपना ध्यान रखना) और सुबह आते ही स्कूल को अभिवादन करने का संदेश दिया। स्कूल के साथ प्रगाढ़ संबंध और सकारात्मक दृष्टिकोण आगे बढऩे की सीढ़ी है। उन्होंने कहा कि डिग्रियों से नौकरियां नहीं मिलती हैं। नौकरी के लिए अपने संचार कौशल को निखारने, आत्मविश्वास और रचनात्मकता का मार्ग अपनाना होगा। उन्होंने कॉमर्स शिक्षण में अपनी रचनाशीलता का उदाहरण पेश करते हुए कहा कि कॉलेज में विद्यार्थियों को बैंक की कार्यप्रणाली से अवगत करवाने के लिए लगाई गई प्रदर्शनी की वीडियो दिखाई और प्रबंधन के गुर सिखाए। विद्यार्थियों के बाद सिंगला ने अध्यापकों के साथ भी प्रेरक संवाद किया।
सेमिनार के दौरान विद्यार्थी अंशु, अमनीत सिंह, स्वास्तिक व हर्शिता ने आरके सिंगला के व्याख्यान पर विस्तृत टिप्पणी की। जिन्हें मुख्य अतिथि ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
सुभाष चन्द व अरुण कैहरबा ने आभार ज्ञापन करते हुए कहा कि शिक्षा में नएपन और रचनात्मकता की जरूरत है। विद्वानों के आगमन और वक्तव्यों से विद्यार्थियों को ही नहीं बल्कि स्टाफ सदस्यों को भी प्रेरणा मिलती है। प्राध्यापक दिनेश कुमार के मार्गदर्शन में वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों ने छुट्टी के वक्त अपने स्कूल को टेक केयर बोल कर विदाई ली। विद्यार्थियों ने सेमिनार के लिए मुख्य अतिथि और प्रधानाचार्य का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर समाजसेवी महेन्द्र गोयल, लतीफ अहमद, प्राध्यापक राजेश सैनी, विनोद भारतीय, नरेन्द्र कुमार, नरेश मीत मौजूद रहे।
सुभाष चन्द व अरुण कैहरबा ने आभार ज्ञापन करते हुए कहा कि शिक्षा में नएपन और रचनात्मकता की जरूरत है। विद्वानों के आगमन और वक्तव्यों से विद्यार्थियों को ही नहीं बल्कि स्टाफ सदस्यों को भी प्रेरणा मिलती है। प्राध्यापक दिनेश कुमार के मार्गदर्शन में वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों ने छुट्टी के वक्त अपने स्कूल को टेक केयर बोल कर विदाई ली। विद्यार्थियों ने सेमिनार के लिए मुख्य अतिथि और प्रधानाचार्य का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर समाजसेवी महेन्द्र गोयल, लतीफ अहमद, प्राध्यापक राजेश सैनी, विनोद भारतीय, नरेन्द्र कुमार, नरेश मीत मौजूद रहे।
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