एनएसक्यूएफ के तहत टूलकिट वितरण समारोह आयोजित
88 छात्राओं को ब्यूटी एवं वैलनेस और 66 विद्यार्थियों को कृषि टूलकिट बांटी
अर्निंग वाइल लर्निंग को मिलेगा बढ़ावा
इन्द्री, 27 मई
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एनएसक्यूएफ के तहत दसवीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को ब्यूटी एवं वैलनेस तथा कृषि टूलकिट वितरण समारोह आयोजित किया गया। मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुई सामाजिक कार्यकर्ता गुंजन कैहरबा व एसएमसी की प्रधान अनूपा ने छात्र-छात्राओं को टूलकिट वितरित की। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल प्रधानाचार्य बलवान सिंह ने की। कार्यक्रम का संयोजन ब्यूटी व वैलनेस वोकेशनल टीचर निशा रानी व कृषि के वोकेशनल टीचर निर्मलजीत सिंह ने किया। मंच संचालन अर्थशास्त्र प्राध्यापक बलराज कांबोज ने किया।
ब्याना के स्कूल में एनएसक्यूएफ के तहत कृषि तथा ब्यूटी-वैलनेस के कोर्स चल रहे हैं। शिक्षा विभाग की तरफ से ब्यूटी एवं वैलनेस की 88 और कृषि की 66 टूल किट आई। जिन्हें विद्यार्थियों को वितरित करने के लिए स्कूल में समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि गुंजन कैहरबा ने कहा कि रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकारी स्कूलों में की जा रही पहलकदमियां स्वागत योग्य हैं। विद्यार्थियों को मुफ्त टूलकिट प्रदान करके उन्हें स्वरोजगार अपनाने और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में विद्यार्थियों द्वारा इन खास क्षेत्रों में नवाचार किए जाएंगे और इससे समाज को नया संदेश मिलेगा। उन्होंने टूलकिट में शामिल औजारों के सावधानीपूर्वक प्रयोग पर बल दिया।
प्रधानाचार्य बलवान सिंह ने कहा कि ब्याना का ऐतिहासिक सरकारी स्कूल अपनी गतिविधियों एवं विद्यार्थियों की उपलब्धियों के कारण बच्चों को आकर्षित करता रहा है। उन्होंने बच्चों को किट का प्रयोग करके नए प्रयोग करने और स्वरोजगार अपनाने का संदेश दिया।
हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि जापान सहित दुनिया के कईं देश बचपन में ही बच्चों में कौशल विकसित कर देते हैं और इससे बच्चे जल्दी ही आत्मनिर्भरता का स्तर हासिल कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि कौशल अर्जित करके बच्चों में जिम्मेदार व जागरूक नागरिक के गुण पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि यदि शिक्षा प्राप्त करके भी युवा जीवन लक्ष्य निर्धारित ना कर पाएं तो शिक्षा पर भी सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि टूल किट का प्रयोग करके लर्निंग करते हुए अर्निंग करने की तरफ अग्रसर हों और समाज में अपनी पहचान बनाएं।
वोकेशनल टीचर निर्मलजीत सिंह व निशा रानी ने अपने-अपने क्षेत्र की टूल किट में शामिल उपकरणों व सामग्री का विद्यार्थियों को परिचय कराया। उन्होंने कहा कि निश्चित कार्य को उपकरणों के माध्यम से सफलता के साथ कम समय में किया जा सकता है। स्कूल में हर रोज इनका अभ्यास भी कराया जाता है। इस मौके पर एबीआरसी सुखविन्द्र सिंह, प्राध्यापिका भागवंती, ईशा मुंजाल, सुदर्शन लाल, राजेश सैनी, सीमा गोयल, मुकेश खंडवाल, नरेश कुमार मीत, विनीत सैनी व संजीव कांबोज ने भी विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
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