Monday, May 2, 2022

FAMOUS MOTIVATOR DR. RANJIT PHULIYA TEACHES ENGLISH IN GMSSSS BIANA

 अंग्रेजी सीखने के लिए हिन्दी को भी बनाएं अच्छा: डॉ. फुलिया

प्रसिद्ध मोटीवेटर ने विद्यार्थियों को अंग्रेजी बोलने का करवाया अभ्यास

उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बारहवीं की छात्रा खुशी को किया सम्मानित

इन्द्री, 2 मई 

गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जाने-माने मोटीवेटर डॉ. रणजीत फुलिया ने विभिन्न कक्षाओं के विद्यार्थियों को अंग्रेजी व्याकरण सिखाई और अंग्रेजी में बोलने का अभ्यास करवाया। अभ्यास करवाते हुए उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बारहवीं कक्षा की छात्रा खुशी को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य बलवान सिंह ने की। कार्यक्रम संयोजन अंग्रेजी प्राध्यापक राजेश सैनी व हिन्दी अध्यापक नरेश कुमार मीत ने किया। कार्यक्रम का संचालन हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने किया। स्टाफ सचिव सुदर्शन लाल, प्राध्यापक सतीश कांबोज, सुनील कुमारी, सतीश कुमार राणा, मुकेश कुमार व गोपाल दास सहित अध्यापकों ने डॉ. फुलिया का स्वागत किया।


पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ इंडियन एयरलाइन्स में काम कर चुके डॉ. रणजीत फुलिया ने कक्षा बारहवीं बी, दसवीं ए और सातवीं में कक्षाएं ली। उन्होंने अंग्रेजी वाक्य निर्माण, स्वर, व्यंजन, आर्टीकल, शब्द ज्ञान सहित अनेक विषयों पर विद्यार्थियों को अभ्यास करवाया। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अंग्रेजी एक अन्तर्राष्ट्रीय भाषा है। अंग्रेजी सीखने के लिए हमें अपनी हिन्दी भाषा को भी अच्छा बनाना होगा। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी अपनी भाषा में अच्छे होते हैं, उन्हें विदेशी भाषा सीखने में मुश्किल नहीं होती है। उन्होंने कहा कि कोई भी भाषा सीखने का सबसे पहला कदम होता है कि हम उसमें अपना परिचय देना सीखें। उन्होंने विद्यार्थियों को आत्म-परिचय का अभ्यास करवाते हुए कहा कि भाषा बोलते हुए गलतियां होती हैं। गलतियों को ठीक करते हुए ही हम आगे बढ़ते हैं। अंग्रेजी बोलना सीखने के लिए जरूरी है कि हम बोलने में संकोच ना करें। खुशी, अंशिका, संजना, कमलजीत, पलक, शिवम, कनिष्का, सिमरण सहित अनेक विद्यार्थियों ने विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय हिस्सेदारी की।


हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि कोई भी भाषा मुश्किल नहीं होती है। दुनिया की सभी भाषाएं सुंदर और आसान हैं। बशर्ते उन्हें सीखने का माहौल हमें मिल पाए। उन्होंने कहा कि जिस भाषा का हम प्रयोग करते हैं, उसे सीख जाते हैं। जो भाषा प्रयोग में नहीं आती, वह सीखी नहीं जा सकती। उन्होंने कहा कि भाषा हमारे व्यक्तित्व विकास, सामाजिक व आर्थिक विकास की आधारशिला हैं।


अंग्रेजी प्राध्यापक राजेश सैनी व नरेश मीत ने विद्यार्थियों को व्यावहारिक जीवने में अंग्रेजी व हिन्दी भाषा को बिना किसी संकोच के प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि डॉ. फुलिया जैसे अध्यापक से पढऩा उनके लिए यादगार पल हैं। प्रधानाचार्य बलवान सिंह ने डॉ. फुलिया का स्कूल में आगमन और विद्यार्थियों को स्वैच्छिक रूप से पढ़ाने के लिए आभार जताया।

HARYANA PRADEEP 3-5-2022




1 comment:

  1. शिक्षा से संबंधित समाचारों को जन जन तक पहुंचाने और ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों की प्रगति के लिए आप द्वारा किया जा रहे कार्य नि:संदेह सराहनीय और अनुकरणीय हैं। हार्दिक बधाई और सफलता के लिए शुभ कामनाएं! डॉ. रणजीत सिंह फुलिया 🙏🙏🌷🌷🌷💐💐💐

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