Saturday, May 7, 2022

Adolescent Education Programme Health Week Day-1

 अच्छी शिक्षा व सद्संगति से होता है विद्यार्थी का विकास: अरुण कैहरबा

कहा: किशोरावस्था में होने वाले बदलावों को सही ढ़ंग से समझें विद्यार्थी

किशोरावस्था शिक्षा कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य सप्ताह की हुई शुरूआत

विद्यार्थियों को चुनौतियों से अवगत करवाया 

इन्द्री, 7 मई 

गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में किशोरावस्था शिक्षा कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य सप्ताह मनाए जाने की शुरूआत की गई। सप्ताह के पहले दिन स्कूल के सभी विद्यार्थियों को किशोरावस्था के सामने चुनौतियों से अवगत करवाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्कूल प्रधानाचार्य बलवान सिंह ने कार्यक्रम की गतिविधियों की औपचारिक रूप से शुरूआत की और संचालन हिन्दी अध्यापक नरेश कुमार मीत ने किया। 


विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा किशोरावास्था शिक्षा कार्यक्रम के तहत 11 से 18-19 वर्ष के विद्यार्थियों को कवर किया जाता है। पूरे देश में इस आयु वर्ग में 25 करोड़ से अधिक की आबादी है, जोकि पूरी जनसंख्या का 21 प्रतिशत के करीब बनता है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में इस आयु वर्ग के छठी से 12वीं कक्षा में पढऩे वाले सभी विद्यार्थियों को जागरूक बनाने का लक्ष्य रखा जाता है। उन्होंने कहा कि बाल्यकाल के बाद की अवस्था किशोरावस्था कहलाती है। इस अवस्था में बच्चों में शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक अनेक तरह का बदलाव आता है। इस बदलाव को विद्यार्थी सही ढ़ंग से समझ पाएं और बेहतर जीवन कौशल अपना पाएं, इसीलिए यह सप्ताह मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी का विकास अच्छी शिक्षा और संगति पर निर्भर करता है। अच्छी संगति अपनाने पर हम अनेक प्रकार की बुराईयों से बच सकते हैं और बुरी संगति हमें गलत दिशा में ले जा सकती है। इसलिए बेहतर है कि किताबों को दोस्त बनाएं और बुरी संगति से बचें। विद्यार्थियों की ऊर्जा व उत्साह को सही दिशा दिया जाना जरूरी है। सही दिशा में यही समाज व देश के विकास का मूल आधार बन जाता है। 


हिन्दी अध्यापक नरेश कुमार मीत ने कहा कि स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन निवास करता है। स्वास्थ्य पर ध्यान दिए बिना हम आगे नहीं बढ़ सकते। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थियों में स्वास्थ्य को लेकर सही दृष्टिकोण पैदा हो, इसलिए सप्ताह भर तक स्कूल में अनेक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। डीपीई संजीव कुमार ने भी विद्यार्थियों को स्वास्थ्य के टिप्स देते हुए नियमित रूप से व्यायाम करने का संदेश दिया। छात्रा भारती ने किताबों की महत्ता दर्शाने वाली कविता- किताबें सुनाई। इस मौके पर प्राध्यापक सुदर्शन लाल, सतीश कांबोज, ईशा मुंजाल, यशपाल, मुकेश शर्मा, मुकेश खंडवाल, गोपाल दास, सीमा गोयल, सोनिया खोखर, प्रवीन कुमारी, सरोज बाला, विनीत सैनी उपस्थित रहे।


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