संचार कौशल व आत्मविश्वास कामयाबी का आधार: अरुण कैहरबा
कहा: निपुणता के लिए करें अभ्यास
व्यक्तित्व विकास और संचार कौशल विषय पर व्याख्यान
विद्यार्थियों को करवाया मंच पर विचार व्यक्त करने का अभ्यास
एनएसएस शिविर का चौथा दिन
इन्द्री, 5 जनवरी
किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए संचार कौशलों में निपुणता की विशेष अहमियत है। जो व्यक्ति दूसरों की बात को सुनने और स्पष्टता के साथ अपने विचारों को व्यक्त कर सकता है, वह सहज ही आगे बढ़ जाता है। विद्यार्थियों को सुन कर और पढक़र सीखने के साथ-साथ मौखिक व लिखित अभिव्यक्ति का सचेत रूप से अभ्यास करना चाहिए। यह विचार हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने व्यक्त किए। वे गांव गढ़ीबीरबल स्थित पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आयोजित किए जा रहे सात दिवसीय एनएसएस शिविर के चौथे दिन व्यक्तित्व विकास और अभिव्यक्ति कौशल विषय पर मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किए। शिविर की अध्यक्षता एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी शमशेर सिंह ने की और संचालन अंग्रेजी प्राध्यापक श्याम लाल व पीटीआई बृजभूषण ने किया। गांव के सरपंच राजेश प्रिंस ने समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और विद्यार्थियों को मन लगाकर पढऩे और नशे जैसी बुराईयों से दूर रहने का संदेश दिया।
हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि एक सफल संचार तभी होता है, जब विचारों का आदान प्रदान होता है। यदि अच्छे श्रोता नहीं बनते तो अच्छे वक्ता भी नहीं बन सकते और यदि हम अच्छे पाठक नहीं बनते तो अच्छे लेखक भी नहीं बन सकते। उन्होंने कहा कि कामयाबी की सीढिय़ां चढऩे वाले हर व्यक्ति को अपने आप के साथ संचार भी करना होता है। अपनी दिनचर्या की समीक्षा, प्रतिदिन क्या खोया-क्या पाया का हिसाब तथा अपने संकल्प और लक्ष्य निर्धारित करने की प्रक्रिया में अपने आप के साथ संवाद बहुत महत्वपूर्ण है। जो व्यक्ति अपने अंदर चल रही हलचल की अनसुनी करता है, वह उसी अनुपात में दूसरों के साथ संचार करने में भी विफल होता है। उन्होंने कहा कि बार-बार स्टेज पर आने और अपने विचार व्यक्त करने की प्रक्रिया में विद्यार्थियों के मन का भय दूर होता है और आत्मविश्वास पैदा होता है। इसके साथ ही रचनात्मकता का भी विकास होता है।
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी शमशेर सिंह व प्राध्यापक श्याम लाल के मार्गदर्शन में कीर्ति, शीतल, निशांत, आर्यन, शिवम, प्रिंस, आंचल, माफी, स्वाति, हिमांशी, शिवानी, कनिका, अनू व सुहानी ने स्टेज पर आकर अपनी रचनाएं प्रस्तुत करने का अभ्यास किया। शमशेर सिंह व श्याम लाल ने कहा कि भाषण कौशल व लेखन कौशल सीखने से ही आते हैं। एनएसएस का मंच यही सिखाने का काम करता है। इस मौके पर एसएमसी प्रधान सुशील कुमार, पूर्व प्रधान सतीश कुमार, देवेन्द्र कुमार, मीनाक्षी, सोनू सहित स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।
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