Sunday, January 29, 2023

SWACHTA ABHIYAN IN GARHPUR TABU, BLOCK- INDRI (KARNAL)

 सुंदरता व स्वास्थ्य की बुनियाद है स्वच्छता: बीएस मलिक

गढ़पुर टापू में पूर्व उपायुक्त ने चलाया स्वच्छता अभियान

निकाली जागरूकता रैली

इन्द्री, 29 जनवरी
यमुना के साथ लगते गांव गढ़पुर टापू में हैल्थ एजूकेशन एंड एनवायरमेंट सोसायटी के तत्वावधान में पूर्व उपायुक्त बीएस मलिक की अगुवाई में स्वच्छता एवं पोलिथीन मुक्ति अभियान चलाया गया। अभियान में सोसायटी के उपाध्यक्ष संदीप लाठर, अध्यापक महिन्द्र खेड़ा, अरुण कैहरबा, धर्मवीर लठवाल, मान सिंह चंदेल, नंबरदार नौशाद, दलबीर, इरशाद, नूरदीन, शमशाद हसन सहित अनेक ग्रामीणों ने शिरकत की। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता अरुण कैहरबा, महिन्द्र खेड़ा व धर्मवीर लठवाल की अगुवाई में राजकीय  प्राथमिक पाठशाला के विद्यार्थियों ने जागरूकता रैली निकाली। पोलथीन जहर है, धरती पर कहर है, गली-गली में जाना है-स्वच्छता अभियान चलाना है, सुण ले चाची सुण ले ताई, सारे मिलकर करो सफाई, गलियों में गंदगी डालना बंद करो, नालियों में पोलिथीन डालना बंद करो आदि नारों के जरिये बच्चों ने गांव को गुंजायमान कर दिया। रैली में स्कूल के विद्यार्थी जश्न, अमजद व दिवेन ने मुख्य भूमिका निभाई।

राजकीय प्राथमिक पाठशाला में आयोजित सभा में सरपंच प्रतिनिधि नौशाद नंबरदार, स्कूल अध्यापक धर्मवीर लठवाल, परविन्द्र कौर व नरेश कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया। सेवानिवृत्त आईएएस बीएस मलिक ने अपने संबोधन में कहा कि महात्मा गांधी स्वच्छता को खास अहमियत देते थे। उनका मानना था कि स्वच्छता ही ईश्वर है। स्वच्छता से ही सुंदरता और स्वास्थ्य के दरवाजे खुलते हैं। उन्होंने कहा कि पोलिथीन, खुले में शौच और कांग्रेस घास पर्यावरण व स्वच्छता के सबसे बड़े दुश्मन हैं। उन्होंने कहा कि पोलिथीन पर प्रतिबंध लगवाने के लिए उन्होंने प्रयास किए थे, जिससे विधानसभा में सर्वसम्मति से पोलिथीन पर प्रतिबंध के लिए कानून बनाया गया था। लेकिन लोकतंत्र में जब तक जनता किसी चीज को गलत मानकर उसका इस्तेमाल नहीं रोकती, तब तक कोई प्रतिबंधात्मक कानून सफल नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या, दहेज सहित विभिन्न सामाजिक बुराईयों के खिलाफ कानून बने हुए हैं, लेकिन जब तक समाज इन बुराईयों समाप्त करने के लिए सक्रिय प्रयास नहीं करेगा, तब तक ये कानून बेमानी रहेंगे। उन्होंने कहा कि लोग पोलिथीन का नाजायज इस्तेमाल करते हैं और इसके समुचित निस्तारण की तरफ ध्यान नहीं दिया जाता है। कहीं भी पोलिथीन को डाल देने से होने वाले नुकसान के प्रति उदासीनता पसरी हुई है। उन्होंने कहा कि पोलिथीन नालियों व  नालों में पानी के प्रवाह को बाधित कर रहा है। धरती में पानी जाने के रास्ते पोलिथीन ने रोक लिए हैं। उन्होंने कहा कि पोलिथीन पर रोक लगाकर ही हम अपनी धरती, पानी और पर्यावरण को बचा सकते हैं।

मंच संचालन करते हुए अरुण कैहरबा ने कहा कि जो गंदगी हम पैदा करते हैं, उसके निस्तारण पर ध्यान देना चाहिए। कहीं भी कूड़ा डाल देने की आदत के कारण ही चारों तरफ गंदगी दिखाई देती है।
ग्रामीणों ने उठाई स्कूल को अपग्रेड करने की मांग-
लोगों ने पूर्व उपायुक्त बीएस मलिक के सामने गांव में प्राथमिक स्कूल के बाद बच्चों के घर पर ही रहने और आगे ना पढऩे की समस्या उठाते हुए मांग की कि गांव के स्कूल को अपग्रेड करके कम से कम मिडल स्कूल का दर्जा दिया जाए। सरपंच प्रतिनिधि नौशाद नंबरदार ने कहा कि उनका गांव सबसे पिछड़ा हुआ गांव है। लोगों के पास साधन व सुविधाएं नहीं हैं। गढ़ीबीरबल के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल की गांव से दूरी चार किलोमीटर से अधिक है। नन्हें बच्चों का वहां तक जाना मुश्किल होता है और वे पढ़ाई के अधिकार से वंचित हो रहे हैं। बीएस मलिक ने कहा कि समस्या को लेकर पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीण स्थानीय विधायक व मुख्यमंत्री से मिलें और उनके सामने अपनी समस्या रखें। 






















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