नशे से कर लो तौबा जो जीवन से प्यार है..
यमुनानगर के कैंप स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों ने 19मई, 2018 को नशा विरोधी जागरूकता रैली निकाल कर शहरवासियों में नशे के खिलाफ अलख जगाई। विद्यालय के कानूनी साक्षरता प्रकोष्ठ के तत्वावधान एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आयोजित की जा रही जागरूकता रैली के दौरान विद्यार्थियों ने ‘नशे से कर लो तौबा जो जीवन से प्यार है, तंबाकू का नशा-जीवन की दुर्दशा, नशे को छोड़ दो-जीवन को मोड़ दो’ सहित अनेक प्रकार के नारे लगाए।
अमर उजाला
रैली को प्रधानाचार्य परमजीत गर्ग ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। हिन्दी प्राध्यापक एवं कानूनी साक्षरता प्रकोष्ठ के प्रभारी अरुण कुमार कैहरबा, मीडिया एवं ऐनीमेशन अनुदेशक आशीष रोहिला, स्वास्थ्य विभाग के परामर्शदाता सज्जन कुमार, दीपचंद, मनोज, पारूल, सोनाली शर्मा ने रैली की अगुवाई की। इस मौके पर वरिष्ठ प्राध्यापक रोहताश राणा, सेवा सिंह, दुर्गेश, अंशु अरोड़ा, सुखजीत सिंह व ओमपाल मौजूद रहे।
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स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए परमजीत गर्ग ने कहा कि नशा हर दृष्टि से नुकसानदायक है।
अत: इससे सभी को बचना चाहिए। अरुण कैहरबा ने कहा कि नशा नाश का कारण है। सबसे पहले तो अपने परिवार के खर्च में से डाका डाल कर व्यक्ति नशा खरीदता है। नशा स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है और बिमारियों का इलाज करवाने में फिर से रूपये खर्च होते हैं।
नशा व्यक्तित्व का भी नाश करता है। नशे की लत लगने पर चोरी सहित अनेक प्रकार के अपराध करने पर व्यक्ति मजबूर हो जाता है। नशा करने से घर में कलह होने लगता है। नशा करने वाले व्यक्ति का सम्मान भी कम हो जताा है। इस तरह से नशा हमारे पैसे, स्वास्थ्य, व्यक्तित्व, समय और सामाजिक वातावरण को नुकसान पहुंचाता है। अत: इससे सभी को बचना चाहिए। अरुण कैहरबा ने कहा कि नशा नाश का कारण है। सबसे पहले तो अपने परिवार के खर्च में से डाका डाल कर व्यक्ति नशा खरीदता है। नशा स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है और बिमारियों का इलाज करवाने में फिर से रूपये खर्च होते हैं।
सज्जन सिंह व दीपचंद ने विद्यार्थियों को नशे की लत से बचने का संदेश देते हुए कहा कि बच्चे व युवा कईं बार अपने दास्तों के दबाव में आ जाते हैं और धीरे-धीरे नशे के मकडज़ाल में फंस जाते हैं। और फिर इससे निकलना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपने व्यक्तित्व के विकास पर बल देना चाहिए और जब भी कभी नशे का प्रस्ताव किसी के द्वारा भी मिले, उसे सिरे से नकार देना चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य योजना व एचआईवी/एड्स से बचाव के लिए चलाए जा रहे आईसीटीसी के बारे में भी जानकारी दी। पारूल व सोनाली ने छात्राओं के साथ विशेष रूप से चर्चा की और उनका मार्गदर्शन किया।
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