Tuesday, February 28, 2023

NATIONAL SCIENCE DAY IN GMSSSS BIANA (KARNAL)

विज्ञान दिवस पर आर्यभट्ट टीम ने जीती प्रश्रोत्तरी

विजेताओं और विज्ञान प्राध्यापकों को प्रधानाचार्य ने किया सम्मानित

इन्द्री, 28 फरवरी
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर रसायन विज्ञान प्राध्यापक अनिल पाल, संदीप कुमार, भौतिक विज्ञान प्राध्यापक विवेक कुमार व विनोद कुमार के नेतृत्व में विज्ञान आधारित प्रश्रोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में आर्यभट्ट टीम में आठवीं की छात्रा भारती, सातवीं की छात्रा सफिया व छठी से कृतिका ने 45 अंक प्राप्त करके प्रश्रोत्तरी में जीत दर्ज की। कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने विजेता टीम व प्रश्रों का सही उत्तर देने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। प्रश्रों का सही उत्तर देने वाले विद्यार्थियों में आठवीं कक्षा के राहुल, हरदेव, कृष, हीना, सातवीं कक्षा से सुशांत, सिमरण तथा छठी कक्षा से नैतिक, हर्ष व स्नेहा शामिल रहे। समारोह में उन्होंने विज्ञान संकाय के सभी प्राध्यापकों को सम्मानित करके विज्ञान दिवस की शुभकामनाएं दी। प्रश्रोत्तरी में सीवी रमन, अल्बर्ट आइंस्टीन, एपीजे अब्दुल कलाम, न्यूटन व आर्यभट्ट टीमों ने हिस्सेदारी की। प्रश्रोत्तरी के विभिन्न राउंड में प्राध्यापक विवेक कुमार, विनोद कुमार, संदीप कुमार, अनिल पाल ने प्रश्र पूछने के साथ-साथ उनके विविध आयामों पर विस्तृत चर्चा की। चित्र देखकर वैज्ञानिक की पहचान करने वाले राउंड में प्राध्यापकों ने सीवी रमन के रमन प्रभाव सहित विभिन्न वैज्ञानिकों की खोजों पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि अपने संबोधन में कहा कि विज्ञान के विकास ने मानव जीवन को सभ्य, तार्किक व विवेकपूर्ण बनाया है। हमारे समाज में अनेक प्रकार के अंधविश्वास, कुप्रथाएं व रूढिय़ां मौजूद हैं। विज्ञान बेहतर समाज के निर्माण में अंधविश्वासों पर सवाल खड़े करने का आह्वान करता है। उन्होंने कहा कि तकनीक विज्ञान नहीं है। तकनीक विज्ञान की देन है। विज्ञान एक नवाचारी चेतना है। इस मौके पर जीव विज्ञान प्राध्यापक डॉ. महाबीर सिंह, कृषि विज्ञान अनुदेशक निर्मलजीत सिंह, प्राध्यापक सुभाष चन्द, सन्नी चहल, संजीव कुमार, बलविन्द्र सिंह, सतीश कांबोज, सतीश राणा, गोपाल दास, सलिन्द्र कुमार, मुकेश कुमार, सीमा गोयल, राजेश सैनी, राजेश कुमार, दिनेश कुमार, बलराज, नरेश मीत, चन्द्रवती, निशा कांबोज, विनती सैनी उपस्थित रहे।






HARYANA PRADEEP 1-3-2023

DAINIK JAGMARG 1-3-2023

DAILY YUGMARG 1-3-2023



CHANDER SHEKHAR AZAAD SHAHIDI DIVAS & TREE PLANTATION IN GMSSSS BIANA

देशभक्ति, साहस व वीरता से भरा है चन्द्रशेखर आजाद का व्यक्तित्वः अरुण कैहरबा

शहीदी दिवस पर स्कूल में लगाए फलदार पौधे

लीची, चीक, आलू बुखारा, नाशपाती, नींबू, नारंगी व आंवला सहित अनेक पौधे रोपे

इन्द्री, 27 फरवरी
गांव ब्याना स्थित राजकीय माॅडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में शहीद चन्द्रशेखर आजाद के शहीदी दिवस पर फलदार पौधे रोपे गए। स्कूल के कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा की अगुवाई में विद्यार्थियों व अध्यापकों ने लीची, चीकू, आलू बुखारा, नाशपाती, अमरा फल, नींबू, नारंगी, आंवला व मौसमी सहित अनेक प्रकार के पौधे रोपे और आजाद को श्रद्धांजलि अर्पित की। पौधरोपण अभियान में कृषि अनुदेशक निर्मलजीत सिंह, प्राध्यापक सुभाष चन्द, संजीव कुमार, सतीश कांबोज, सतीश राणा, अनिल पाल, सलिन्द्र कुमार, बलराज, सन्नी चहल, गोपाल दास, सीमा गोयल, डाॅ. महाबीर सिंह, दिनेश कुमार, मुकेश खंडवाल, राजेश सैनी, विवेक कुमार, राजेश कुमार, नरेश मीत, चन्द्रवती, निशा कांबोज, लिपिक आशीष कांबोज, विनीत सैनी, अरुण कांबोज, गोपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।

प्रातःकालीन सभा में विद्यार्थियों को संबोधित करते कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि आजादी की लड़ाई में चन्द्रशेखर आजाद का व्यक्तित्व अनूठा है। वे देशभक्ति व क्रांतिकारी भावना और साहस से भरे हुए हैं। क्रांतिकारी आंदोलन में अपनी अचूक निशानेबाजी के लिए भी वे जाने जाते हैं। 27 फरवरी, 1931 को इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में उन्होंने वीरता का परिचय देते हुए अचानक आ धमकी अंग्रेजी पुलिस का सामना किया। उन्होंने जब देखा कि अब बचने का कोई उपाय नहीं है, तो जीवित अंग्रेजों के हाथ नहीं आने देने के संकल्प को पूरा करते हुए खुद को गोली मार कर शहादत दी। उन्होंने कहा कि 27 फरवरी के बाद 23 मार्च का दिन क्रांतिकारी आंदोलन के इतिहास में भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव को फांसी दिए जाने के कारण यादगार दिन है। अरुण कैहरबा ने कहा कि आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी की अगुवाई में अहिंसात्मक आंदोलन, भगत सिंह व साथियों की अगुवाई में क्रांतिकारी आंदोलन तथा बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अंबेडकर की अगुवाई में सामाजिक न्याय का आंदोलन आजादी, समानता, न्याय व बंधुत्व के मूल्यों को दृष्टि में रखकर विचार-विमर्श के अनेक आयाम खोलता है। इन तीनों तरह के आंदोलनों में तरीकों को लेकर मतभेद भले हों, लेकिन लक्ष्य को लेकर कोई मतभेद नहीं था। अलग-अलग तरीकों से किए जा रहे आंदोलन एक-दूसरे के पूरक साबित होते हैं। उन्होंने कहा कि शहादतों व अथक प्रयासों की बदौलत ही हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं।

सभी अध्यापकों ने स्कूल को सौंदर्यीकरण व शिक्षा की गुणवत्ता के मामले में नई उंचाईयों तक लेकर जाने का संकल्प किया। प्राध्यापक डाॅ. सुभाष चन्द, संजीव कुमार, सतीश कांबोज व सतीश राणा ने कहा कि फलदार पौधारोपण के साथ ही स्कूल में फूलों को लगाने के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है। आगामी सत्र के लिए स्कूल परिसर नए विद्यार्थियों के अभिनंदन के लिए सजा हुआ है।



HARYANA PRADEEP 28-2-2023

DAINIK JAGMARG 28-2-2023

Saturday, February 25, 2023

Sensitisation of National Deworming day in GMSSSS BIANA

एलबेंडाजोल का प्रतिकूल प्रभाव होने पर रिपोर्टिंग करें: डॉ. बबीता

कृमि मुक्ति दिव व प्रतिकूल घटना रिपोर्टिंग को लेकर बैठक आयोजित

इन्द्री, 25 फरवरी
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल से आए डॉ. बबीता व डॉ. मयूर ने ब्याना क्लस्टर के सभी स्कूलों के प्रतिनिधियों व हैल्थ एंबेसडर की बैठक को संबोधित किया। उन्होंने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस और प्रतिकूल घटना रिपोर्टिंग के बारे में संवेदनशील बनाने को लेकर चर्चा की। स्कूल के कार्यकारी प्रधानाचार्य और क्लस्टर समन्वयक अरुण कुमार कैहरबा ने बैठक की अध्यक्षता की।
डॉ. बबीता ने अपने संबोधन में कहा कि कृमि मुक्ति अभियान देश का महत्वपूर्ण अभियान है, जिसमें 1 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों व किशोरों के स्वास्थ्य व विकास पर ध्यान केन्द्रित किया जाता है। कृमि मुक्ति दिवस पर दी जाने वाली एलबेंडाजोल की टेबलेट का यदि किसी बच्चे पर प्रतिकूल प्रभाव होता है, तो इस पर सभी को ध्यान देने की जरूरत है। टेबलेट लेने से पेट में दर्द, जी मिचलाना व उल्टी आदि आने पर इसकी रिपोर्टिंग होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अच्छी दवाईयों के विकास में भी ऐसी रिपोर्टिंग सहायक सिद्ध होगी।
प्रधानाचर्य अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति पूरे समाज में संवेदनशीलता का वातावरण बनना चाहिए। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग व शिक्षा विभाग मिल कर काम करे तो हम व्यापक जागरूकता फैला सकते हैं। उन्होंने कहा कि एलबेंडाजोल की टेबेलेट सभी बच्चों को दी जानी चाहिए और साथ ही यदि इसके प्रतिकूल प्रभाव दिखाई दें तो उसकी रिपोटिंग भी की जानी चाहिए। उन्होंने आए डॉक्टरों व अध्यापकों का स्वागत किया। इस मौके पर एबीआरसी सुखविन्द्र सिंह, हैल्थ एंबैसडर डॉ. महाबीर सिंह, संदीप कुमार, कविता रानी, राजकीय उच्च विद्यालय बदरपुर के मुख्याध्यापक संजय कुमार, सुरजीत सिंह, संजय कुमार, लिपिक आशीष कांबोज उपस्थित रहे।

Wednesday, February 22, 2023

SEMINAR ON MOTHER TONGUE WEEK IN GMSSSS BIANA

 मातृभाषा का प्रयोग करते हुए संकोच ना करें: अरुण

मातृभाषा सप्ताह के उपलक्ष्य में संगोष्ठी आयोजित

इन्द्री, 22 फरवरी
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में मातृभाषा सप्ताह मनाया जा रहा है। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मातृभाषा और हमारी जिम्मेदारी विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता हिन्दी प्राध्यापक सुभाष चन्द ने की और संचालन हिन्दी अध्यापक नरेश मीत ने किया। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि दुनिया की हर एक भाषा मातृभाषा है। लेकिन कोई भी भाषा उन्हीं की मातृभाषा हैं, जिन्हें वह पारिवारिक रूप से विरासत में मिलती है। मां की लोरियों और परिजनों के दुलार से जो भाषा हमें मिली है, उसे मातृभाषा कहा जाता है। उन्होंने कहा कि मातृभाषा को बोलना हम अपने परिवार से सहज व स्वाभाविक रूप से सीख जाते हैं। सबसे पहले भाषा सुनकर सीखी जाती है। बाद में उसी में हम अपनी भावनाओं को व्यक्त करने लगते हैं। जब कोई भी बच्चा स्कूल में पहुंचता है तो वह अपनी बात कहना जानता है। स्कूल में भाषा का लिखित रूप भी सीखने को मिलता है। पढऩा और लिखना भाषा के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी अपनी मातृभाषा में अच्छे होते हैं, उन्हें दुनिया की कोई भी अन्य भाषा सीखने का मौका मिले तो वह आसानी से सीख जाते हैं। उन्होंने कहा कि चाहे कोई भी भाषा हम सीखें, लेकिन अपनी भाषा व बोली बोलने और अपनी बात कहने में हमें डर व संकोच नहीं होना चाहिए। भाषा के कामचलाऊ रूप के साथ-साथ भाषा का रचनात्मक रूप भी होता है, जिसमें हम अपनी भावनाएं व्यक्त करके कलात्मकता का परिचय देते हैं। अच्छे वक्ता को सुनना हमें अच्छा अनुभव प्रदान करता है। इसी प्रकार से कविता और कहानी सहित विभिन्न विधा से जुड़ी रचनाएं पढऩा हमें आकर्षित करता है। उन्होंने कहा कि भाषा में रचनात्मकता के विविध आयाम होते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को संदेश देते हुए कहा कि भाषा का बुनियादी ज्ञान हासिल करने के साथ-साथ अभ्यास करें और अपनी भाषा को निखारें। अच्छी भाषा हमें किसी भी क्षेत्र में सफलता अर्जित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

हिन्दी प्राध्यापक डॉ. सुभाष चन्द व नरेश मीत ने बताया कि मातृभाषा सप्ताह के अवसर पर स्कूल में निबंध लेखन, कविता पाठ, नारा लेखन/पोस्टर बनाओ व भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने का आह्वान करते हुए कहा कि भाषा विकास पर केन्द्रित करते हुए विद्यार्थी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लें। इस मौके पर प्राध्यापक बलविन्द्र सिंह, सतीश कांबोज, सलिन्द्र कुमार, सतीश राणा, राजेश सैनी, बलराज, राजेश कुमार, अनिल पाल, संदीप कुमार, महावीर सिंह, विवेक कुमार, विनोद कुमार, दिनेश कुमार, मुकेश खंडवाल, सीमा गोयल, चन्द्रवती, निशा कांबोज उपस्थित रहे।



Thursday, February 16, 2023

FAREWEL FOR 12TH CLASS STUDENTS IN GMSSSS BIANA

 बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को दी विदाई

रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन

इन्द्री, 16 फरवरी

गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। विद्यार्थियों ने स्कूल को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का केन्द्र बताते हुए स्कूल में बिताए समय के अनुभव सांझा किए। कार्यक्रम का संयोजन बारहवीं कक्षा के प्रभारियों बलविन्द्र सिंह, राजेश कुमार, विवेक कुमार व दिनेश कुमार ने किया। मंच संचालन कक्षा बारहवीं के विद्यार्थी अमृत शर्मा व पलक ने किया, जिन्हें सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी के रूप में सम्मानित किया गया।


कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि स्कूल में बिताया गया समय जीवन का स्वर्णिम काल होता है। स्कूली शिक्षा के माध्यम से आगामी जीवन की नींव तैयार होती है। इस समय सीखी बातें, लगातार सीखने की चाह हमें जीवन में आगे ले जाती है। उन्होंने विद्यार्थियों को स्कूली जीवन की स्मृतियों को आधार बनाने का आह्वान करते हुए निरंतर आगे बढ़ते जाने की शुभकामनाएं दी। उन्होंने विद्यार्थियों के लिए स्वरचित शुभकामना गीत सुनाया। प्राध्यापक डॉ. सुभाष चन्द व सतीश कांबोज ने विद्यार्थियों को परिश्रम व लगन की सीख दी। प्राध्यापक संजीव कुमार ने मधुबन खुश्बू देता है, मुकेश खंडवाल ने मैं पल दो पल का शायर हंू तथा नरेश मीत ने सोहन लाल द्विवेदी की प्रसिद्ध कविता- कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, सीमा गोयल व बलराज ने परीक्षा देने के तरीकों पर आधारित कविता के माध्यम से कार्यक्रम को रचनात्मकता से भर दिया। समारोह में विद्यार्थियों व अध्यापकों के कईं तरह के गेम भी आयोजित किए गए। अंजू व तनवी ने नृत्य के माध्यम से अपनी भावनाएं प्रकट की। अध्यापकों की चम्मच-नींबू रेस के विजेता हिन्दी अध्यापक नरेश मीत रहे। अंजलि, क्षमा, महक व कुर्सी गेम में रिया ने पहला स्थान पाया। अभिषेक, बाबूल अब्बास, हेमंत, प्रणव व आशीष ने कुर्सी गेम में हिस्सा लिया।  


कार्यक्रम में प्राध्यापक डॉ. सुभाष चन्द्र, संजीव कुमार, बलविन्द्र कुमार, सतीश राणा, सतीश कांबोज, बलराज, अनिल पाल, सलिन्द्र कुमार, नरेन्द्र कुमार, सन्नी चहल, विनोद कुमार, दिनेश कुमार, गोपाल दास, सीमा गोयल, महाबीर सिंह, मुकेश कुमार, राजेश सैनी, नरेश मीत, निशा कांबोज, निर्मलजीत सिंह, स्नेह लता, सुरेन्द्र कुमार, जितेन्द्र कुमार, कविता रानी ने अपने-अपने संबोधन व गीत-कविताओं के जरिये विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी।  


















Tuesday, February 14, 2023

MEGA CYCLOTHON EVENT IN GMSSSS BIANA BY AYUSHMAN BHARAT

 शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए साइकिल चलाएं

स्कूल में स्वास्थ्य विभाग ने किया मेगा साइकलोथाॅन का आयोजन

इन्द्री, 14 फरवरी

गांव ब्याना स्थित राजकीय माॅडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आयुष्मान भारत के तहत हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर ब्याना के तत्वावधान में मेगा साइकलोथाॅन का आयोजन किया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. रिचा शर्मा के नेतृत्व में स्कूल के विद्यार्थियों ने साइकिल दौड़ में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम के आयोजन में लेडी हैल्थ विजिटर सुशीला देवी, एएनएम रीतू, आशा वर्कर सुमन लता, योगेश व प्राध्यापक सुभाष चन्द, बलराज, नरेन्द्र कुमार व स्कूल स्टाफ ने अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने की।


सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. रिचा शर्मा ने कहा कि साइकिल चलाना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा शारीरिक अभ्यास है। साइकिल चलाने वाले बच्चों में मोटापे की समस्या नहीं आती। हृदय रोग सहित अनेक प्रकार की बीमारियों से बचाव होता है। उन्होंने कहा कि साइकिल चलाने से ईंधन की बचत होती है। इससे पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है। जबकि पैटरोल व डीजल से चलने वाले वाहनों से पर्यावरण दूषित होता है। उन्होंने विद्यार्थियों को नियमित साइकलिंग करने और अपना अच्छा शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य बनाने का संदेश दिया।

कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा व प्राध्यापक बलराज ने कहा कि वाहनों की भाग-दौड़ में साइकिल चलाकर मंजिल तक जाना बेहद राहत भरा कार्य है। साइकिल चलाने की संस्कृति को बढ़ावा देकर हम अपने स्वास्थ्य और पर्यावरण के स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं।  

YUGMARG 15-2-2023

DAINIK JAGRAN 15-2-2023

HARYANA PRADEEP 15-2-2023

JAGMARG 15-2-2023

PUNJAB KESARI 15-2-2023

AMAR UJALA 15-2-2023