विद्यार्थियों ने खेला नाटक, दिया पाॅलिथीन मुक्ति का संदेश
विद्यार्थियों ने खेला नाटक, दिया पाॅलिथीन मुक्ति का संदेश
पेंटिंग प्रतियोगिता व नाटक टीम के कलाकारों को डाइट प्राध्यापिका ने किया सम्मानित
इन्द्री, 6 अक्तूबर
गांव ब्याना स्थित राजकीय माॅडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में गांधी जयंती के उपलक्ष्य में पोस्टर व पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। शहीद भगत सिंह सदन की अगुवाई में आयोजित प्रतियोगिता में स्कूल के कईं विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया तथा गांधी के सत्य, अहिंसा, आत्मनिर्भरता व स्वच्छता के संदेशों पर आधारित कलाकृतियां बनाई। समारोह में स्कूल के विद्यार्थियों ने सिंगल यूज प्लास्टिक के पर्यावरण पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों पर आधारित नाटक का मंचन किया। समारोह में नाटक के कलाकारों सुशांत, दीक्षित, नैतिक, अंशुमन, अनिकेत, दीपांशु व रमनपाल व छह अच्छी कलाकृतियां बनाने वाले विद्यार्थियों- आदिल्य पाल, सिमरण, महक पाल, नैंसी, हिमांशु व नमन को डाइट शाहपुर में हिन्दी प्राध्यापक सुरिन्द्र कौर व बीआरपी रविन्द्र शिल्पी ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल के कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने की। प्रतियोगिता का संयोजन हिन्दी अध्यापक नरेश कुमार मीत व सहायक कला शिक्षक रणदीप ने किया।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान शाहपुर की प्राध्यापिका व प्रशिक्षिका सुरिन्द्र कौर ने कहा कि महात्मा गांधी ने अपने हाथ से काम करने, आत्मनिर्भरता व स्वावलंबन के पथ पर खुद चलकर लोगों को प्रेरित किया। शिक्षा विभाग ने गांधी जयंती के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों की रचनात्मक प्रतिभा को उभारने के लिए कुछ प्रयास करने की योजना बनाई है। माॅडल संस्कृति स्कूल ब्याना के विद्यार्थियों ने आज अपने नाटक व पेंटिंग के माध्यम से गांधी जी के संदेश को जीवंत किया है। उन्होंने विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
बीआरपी रविन्द्र शिल्पी ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि कलाओं में निरंतर अभ्यास की जरूरत पड़ती है। अपनी पेंटिंग व नाट्य कला को निखारने के लिए खूब मेहनत व अभ्यास करें और अध्यापकों का मार्गदर्शन प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि स्कूल में सदन व्यवस्था एक नवाचारी कदम है। भगत सिंह सदन सहित सभी सदनों के विद्यार्थियों को नए-नए कार्य करने की योजना बनानी चाहिए ताकि सभी विद्यार्थी कार्य करके सीख सकें।
कार्यकारी प्रधानाचार्य व हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी, डाॅ. भीमराव अंबेडकर व भगत सिंह तीन बहुत महत्वपूर्ण शख्सियतें हुई हैं। इन तीनों के विचारों व कार्यों की विरासत को समझ कर हम इन व्यक्तित्वों को सही प्रकार से जान सकते हैं। उन्होंने कहा कि तीनों व्यक्ति अपने-अपने तरीकों से देश को आजादी दिलाने, न्यायसंगत व समतापूर्ण समाज बनाना चाहते थे। तीनों की सांझी विरासत को लेकर ही हम आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने मोहनदास कर्मचंद गांधी ने अपने विचारों व कार्यों की बदौलत ही महात्मा व बापू का दर्जा हासिल किया है। उनके प्रयासों से आजादी की लड़ाई ने एक जनआंदोलन का रूप हासिल किया। शहीद भगत सिंह सदन की छात्रा सुभाना ने आभार ज्ञापन किया।
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