Wednesday, March 22, 2023

WATER DAY WAS CELEBRATED IN GMSSSS BIANA (KARNAL)

 पानी व्यर्थ बहने और दूषित होने से रोकना होगा: अरुण

जल दिवस पर पेंटिंग प्रतियोगिता 

जल चर्चा कार्यक्रम में अध्यापकों व विद्यार्थियों ने दिया संदेश


इन्द्री, 22 मार्च
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में विश्व जल दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया। इस मौके पर आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। रहीम का दोहा-रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून, पानी गए ना ऊबरे मोती मानस चून और नारों के द्वारा विद्यार्थियों ने जल बचाने का संदेश दिया। जल चर्चा कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने की। मंच का संचालन हिन्दी अध्यापक नरेश मीत ने किया। पेंटिंग प्रतियोगिता का संयोजन भौतिक विज्ञान प्राध्यापक विवेक कुमार, रसायन विज्ञान प्राध्यापक संदीप कुमार व संस्कृत प्राध्यापक सन्नी चहल ने किया। राजनीति विज्ञान प्राध्यापक बलविन्द्र सिंह, भौतिक विज्ञान प्राध्यापक विनोद कुमार, संस्कृत प्राध्यापक संजीव कुमार व ब्लू बर्ड इको क्लब के प्रभारी महाबीर सिंह ने विद्यार्थियों को पानी बचाने का संदेश दिया।

कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि पानी प्रकृति की अनमोल देन है। पृथ्वी गृह पर प्रचूर मात्रा में पानी मिलता है, इसलिए यहां पर जीवन संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि पानी को व्यर्थ होने और दूषित होने से बचाना बेहद जरूरी है। पानी को व्यर्थ बहाने के कारण ही पानी रसातल में चला गया है। भारत के ही कईं स्थानों पर पानी ट्रेन के माध्यम से पहुंचाना पड़ता है। जिन स्थानों पर खूब पानी मिलता था, वहां पर आज पानी को लेकर हाहाकार मचा है। उन्होंने कहा कि पानी को दूषित किए जाने के कारण भी अनेक प्रकार की समस्याएं पैदा हो रही हैं। 70प्रतिशत से अधिक बिमारियां दूषित पेयजल और दूषित भोजन से होती हैं।
प्राध्यापक बलविन्द्र सिंह ने कहा कि जीवन का कोई क्षेत्र ऐसा नहीं है, जहां पर पानी का इस्तेमाल नहीं होता है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी पर 71 प्रतिशत से अधिक पानी है, लेकिन सारा पानी पीने लायक नहीं है। समुद्री पानी पीने के लायक नहीं है। उन्होंने कहा कि पानी को व्यर्थ करना बेहद खतरनाक है। विवेक कुमार व विनोद कुमार ने जल दिवस के इतिहास और पानी के वैज्ञानिक आधारों पर प्रकाश डाला। नरेश मीत ने गुरु नानक सहित साहित्यकारों द्वारा पानी की अहमियत की अहमियत उजागर करने वाली रचनाओं के संदर्भ दिए।  इस मौके पर प्राध्यापक सुभाष चन्द, संजीव कुमार, सतीश कांबोज, राजेश सैनी, मुकेश खंडवाल, सन्नी चहल, बलराज, गोपाल दास, राजेश कुमार, निशा कांबोज, चन्द्रवती उपस्थित रहे।  









Tuesday, March 21, 2023

FORESTRY DAY & POETRY DAY IN GMSSSS BIANA (KARNAL)

 जंगल जीवन का आधार, करो ना पेड़ों पर प्रहार: अरुण कैहरबा

वन दिवस एवं कविता दिवस पर कार्यक्रम आयोजित

अध्यापकों ने किया काव्य पाठ

इन्द्री, 21 मार्च

गांव ब्याना स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में विश्व वानिकी दिवस और विश्व कविता दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने की। समारोह में प्राध्यापक संजीव कुमार, मुकेश खंडवाल, विनोद कुमार, राजेश सैनी व नरेश मीत ने अपनी कविताएं सुनाई और संदेश दिया। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि वन जैव विविधता के मुख्य संरक्षक हैं। वनों में विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां और जीव-जंतु पाए जाते हैं। जंगल पर्यावरण संरक्षण के आधार हैं। यदि वन नहीं होंगे तो हम प्रकृति की अमूल्य धरोहर से वंचित हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज हमारा विकास प्रकृति के साथ तालमेल बिठा कर नहीं चल रहा है। विकास की दौड़ में जंगलों पर कुल्हाड़ा चलाया जा रहा है, जिससे अनेक प्रकार की समस्याएं पैदा हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जंगलों में रहने वाली नील गाय या रोज खेतों में घुस कर फसलों को तबाह कर रहे हैं। इसी तरह से जंगलों के कटाव के कारण बंदर हमारी बस्तियों में घुस कर परेशानी का कारण बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न गांवों व कस्बों में आने वाले बंदर के झुंडों के कारण लोगों को अनेक प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। समस्या का समाधान तभी हो सकता है, जब हम जंगलों का संरक्षण करें। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि अधिक से अधिक पेड़ लगाएं और उनका संरक्षण करें। प्रकृति के साथ जीवंत रिश्ता स्थापित करें। उन्होंने अपनी स्वरचित कविता सुनाते हुए कहा- जंगल जीवन का आधार, करो ना पेड़ों पर प्रहार। इनकी करना तुम रखवाली, हवा चलेगी बड़ी मतवाली, जंगल भर देंगे भंडार।


हिन्दी अध्यापक नरेश कुमार मीत ने आयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध की कविता एक बूंद सुनाई और कहा कि कविता हमारे मन-मस्तिष्क को संस्कारित करती हैं। कविता की बात जन मानस को झकझोर डालते हैं। प्राध्यापक एवं कवि मुकेश खंडवाल ने अपनी कविता सुनाते हुए कहा- इक आवारा बादल हूं, मस्त गगन में रहता हूं, आए हवा तो झूम उठूं मैं, फिर धरा पर रहता हूं। प्राध्यापक संजीव कुमार ने अपनी कविता की पंक्तियों में सूर्य की अभिव्यक्ति करते सुनाया-क्यों जलाता हूं, क्यों जलाता हूं, अपनी व्यथा तुमको सुनाता हूं। तुम्हारे पूर्वज करते मेरा ध्यान थे और सुबह उठकर करते मुझे प्रणाम थे। प्राध्यापक विनोद कुमार ने कहानी के जरिये अपने व्यवहार में सहनशीलता का गुण शामिल करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हमारा व्यवहार ऐसा होना चाहिए, जिससे औरों को भी शीतलता मिले। प्राध्यापक राजेश सैनी ने अंग्रेजी भाषा में अपनी अभिव्यक्ति करते हुए कहा कि कविता सुनना और सुनाना हम सभी के लिए बहुत उर्जावान समय है। उन्होंने कहा कि अध्यापक और विद्यार्थी इसी तरह से अध्ययन से जुड़ कर संवेदनशीलता का माहौल पैदा करेंगे। प्राध्यापक बलराज ने अपनी काव्य-पंक्तियों में योग का संदेश दिया। इस मौके पर प्राध्यापक बलविन्द्र सिंह, सतीश कांबोज, सुभाष चंद, राजेश कुमार, विवेक कुमार, सन्नी चहल, गोपाल दास, महाबीर सिंह, सीमा गोयल, निशा कांबोज, चन्द्रवती, विनीत सैनी, अशीष कांबोज, कुलदीप सिंह उपस्थित रहे।







Tuesday, March 14, 2023

PAMPHLET RELEASED IN GMSSSS BIANA (KARNAL)

 25 किस्मों के फूलों व पेड-पौधों से महक रहा स्कूल का आंगन

राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल ब्याना ने पैंफलेट किया जारी

आगामी सत्र के लिए दाखिला अभियान को गति देने की तैयारी

इन्द्री, 14 मार्च

खंड स्तर पर मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यीकरण पुरस्कार जीत चुका गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अपने नवाचारी कदमों के जरिये क्षेत्र में खास पहचान बना चुका है। सीबीएसई से संबद्ध इस स्कूल द्वारा आगामी सत्र में दाखिला अभियान को गति देने के लिए विशेष तरह की तैयारियां की जा रही हैं। समुदाय को स्कूल की विशेषताओं व उपलब्धियों से अवगत करवाने के लिए पैंफलेट तैयार किया गया है, जिसका विमोचन स्कूल में आयोजित समारोह में कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा व अध्यापकों ने किया। अध्यापकों ने पर्चे के माध्यम से जन-जन को स्कूल की खूबियों से अवगत करवाने की योजना भी बनाई। 

कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि ब्याना का राजकीय स्कूल इन्द्री क्षेत्र का एकमात्र मॉडल संस्कृति स्कूल है। यह एकमात्र स्कूल है, जो सीबीएसई से जुड़ा हुआ है। अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा के स्कूल में विशेष प्रबंध हैं। स्कूल के सभी कक्षा-कक्षों में डिजीटल बोर्ड के माध्यम से शिक्षा देने की सुविधा है। उन्होंने बताया कि इस ऐतिहासिक स्कूल का परिसर बेहद आकर्षक और समावेशी है। स्कूल में केलेंडुला, डहेलिया, फ्लोक्स, बर्फ, कोरियोप्सिस, डॉग फ्लावर, स्ट्रा फ्लावर, डेजी, टिडीटिप्स, सिलोसिया, टिकोमा, गुलाब, गंदा, इवनिंग प्राइम रोज़, स्वीट पीज़, अलाइसम, पिटूनिया, दैंथस, कोसमोस, गुलदाउदी, गुड़हल, कैलिफोर्निया पॉपी, गजानिया, साल्विया, चांदनी, वॉल फ्लावर व स्टॉक सहित 25 से अधिक किस्मों के फूल खिले हुए हैं। बहुत से  फूल फ्लावर मैन रामजी जयमल के सहयोग से लगाए गए हैं। स्कूल में लगाई गई पौधशाला से फूलों के पौधे विभिन्न स्कूलों में वितरित किए गए हैं। स्कूल में विभिन्न प्रकार के आम, आलू बुखारा, संतरा, मौसमी, नारंगी, चीकू, आडू, आंवला, अमरा फल सहित कईं प्रकार के फलदार पौधे लगाए गए हैं। विभिन्न रंगों के फूलों और हरे-भरे वातावरण का विद्यार्थियों के मन-मस्तिष्क और सीखने पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। शिक्षा विभाग, खेल विभाग द्वारा आयोजित होने वाली विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिताओं, प्रदर्शनियों में स्कूल के विद्यार्थी खंड से राज्य स्तर तक हिस्सा ले चुके हैं और पुरस्कार प्राप्त करके स्कूल का नाम रोशन कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल में मेडिकल, नॉन मैडिकल, कॉमर्स व आर्टस संकायों के विभिन्न विषयों के विद्वान अध्यापक विद्यार्थियों के शैक्षिक, सांस्कृतिक, बौद्धिक सहित सर्वांगीण विकास के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। 

पैंफलेट तैयार करने वाले प्राध्यापक राजेश कुमार व विवेक कुमार ने विमोचित किए गए पैंफलेट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। पैंफलेट विद्यार्थियों को भी वितरित किया गया। इस मौके प्राध्यापक सुभाष चंद, संजीव कुमार, बलविन्द्र सिंह, सतीश राणा, राजेश सैनी, सन्नी चहल, अनिल पाल, विनोद कुमार, महाबीर सिंह, दिनेश कुमार, बलराज, गोपाल दास, मुकेश खंडवाल, नरिन्द्र कुमार, सीमा गोयल, चन्द्रवती, नरेश मीत, निशा कांबोज, निर्मलजीत सिंह, विनीत सैनी, लिपिक अशीष कांबोज, उपस्थित रहे।



 


Thursday, March 9, 2023

NSQF KIT DISTRIBUTION IN GMSSSS BIANA (KARNAL)

तरक्की की राह खोलती है व्यावसायिक कुशलता: अरुण 

एनएसक्यूएफ के तहत उपकरणों व सामान की किटें वितरित की

इन्द्री, 9 मार्च
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एनएसक्यूएफ के तहत कृषि तथा ब्यूटी व वैलनेस के विद्यार्थियों को किटें वितरित की गई। समारोह की अध्यक्षता करते हुए कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने विद्यार्थियों को किटें वितरित की। कार्यक्रम का संचालन कृषि अध्यापक निर्मलजीत सिंह व ब्यूटी एवं वैलनेस अध्यापिका निशा कांबोज ने की।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि व्यावसायिक कुशलता आत्मनिर्भरता का मूलमंत्र है। इससे जीवन में तरक्की की राह खुलती है। स्कूल स्तर पर विभिन्न कौशलों का प्रशिक्षण प्रदान किए जाने से जीवन में आर्थिक आत्मनिर्भरता का रास्ता खुल जाता है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के विद्यार्थियों को औपचारिक शिक्षा हासिल करने के साथ-साथ अपनी कुशलताओं को निखारना चाहिए और उनका प्रयोग आत्मनिर्भर होने के लिए करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बहुत बार आर्थिक निर्भरता विद्यार्थियों की शिक्षा को जारी रखने में बाधा बन जाती है। परिवार की आर्थिक स्थिति का भी शिक्षा पर प्रभाव पड़ता है। शिक्षा के साथ-साथ स्वरोजगार अपनाना और छोटे स्तर पर ही सही उद्यम शुरू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उद्यमिता की भावना का विकास होना सबसे महत्वपूर्ण है। इससे जीवन में अनेक प्रकार की ऊंचाईयां प्राप्त की जा सकती हैं। आत्मनिर्भरता से जिम्मेदारी व नागरिकता की भावना का विकास होता है।
वोकेशनल टीचर निशा कांबोज व निर्मलजीत सिंह ने विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग द्वारा विद्यार्थियों को प्रदान की गई किटों में शामिल उपकरणों व सामान के साथ विस्तार से परिचय करवाया। उन्होंने कहा कि यह किटें छोटे स्तर पर काम शुरू करने के लिए दी जा रही हैं। इनका प्रयोग करके विद्यार्थियों को प्रयोग करने के मौके मिलेंगे और वे आत्मनिर्भरता की तरफ एक कदम आगे बढ़ा पाएंगे। इस मौके पर प्राध्यापिका सीमा गोयल, विनोद कुमार, राजेश सैनी, सतीश कांबोज व स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।






Tuesday, March 7, 2023

HOLI UTSAV IN GMSSSS BIANA (KARNAL)

होली पर पानी व्यर्थ ना बहाएं, रसायनिक रंगों से बचें: अरुण

होली पर विद्यार्थियों ने बनाई रंगोली व पेंटिंग

इन्द्री, 7 मार्च
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में होली का पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। समारोह के दौरान विद्यार्थियों ने रंगोली, पेंटिंग और कविता पाठ प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने की। मंच संचालन गणित प्राध्यापक गोपाल दास व हिन्दी अध्यापक नरेश कुमार मीत ने की। अर्थशास्त्र प्राध्यापक बलराज कांबोज ने विद्यार्थियों को योग व आसन सिखाए और स्वस्थ रहने का संदेश दिया। पोषण योजना के तहत विद्यार्थियों को पूरी-छोले का स्वादिष्ट भोजन खिलाया गया।
कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने स्टाफ व विद्यार्थियों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि होली का पर्व लोक पर्व है, जिससे जन-जन में रंग, उमंग और उत्साह का संचार होता है। उन्होंने होली खेलते हुए पानी का दुरूपयोग ना करें और ना ही रसायन मिश्रित रंग लगाकर अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करें। अन्य सभी त्योहारों की तरह होली पर भाईचारे व सद्भाव का पर्व है। अंग्रेजी प्राध्यापक राजेश सैनी व हिन्दी अध्यापक नरेश मीत ने होलिका, हिरण्यकश्यप व प्रह्लाद की कथा सुनाई और उसमें छिपे सच्चाई के संदेश को अपनाने की अपील की। प्राध्यापक सुभाष चन्द, संजीव कुमार, मुकेश खंडवाल, विनोद कुमार ने गीतों के माध्यम से सभी को होली की शुभकामनाएं दी। प्रतियोगिताओं के आयोजन में गणित  प्राध्यापिका सीमा गोयल, संस्कृत अध्यापिका चन्द्रवती व ब्यूटी एवं वेलनेस अध्यापिका निशा कांबोज ने निर्णायक की भूमिका निभाई। इस मौके पर प्राध्यापक बलविन्द्र सिंह, सतीश कांबोज, सतीश राणा, अनिल पाल, संदीप कुमार, विवेक कुमार, महाबीर सिंह, राजेश कुमार, दिनेश कुमार, लिपिक आशीष कांबोज, प्राथमिक पाठशाला शिक्षिका स्नेह लता, जितेन्द्र कुमार, गोपाल सिंह, सुरेन्द्र कुमार उपस्थित रहे।









HARYANA PRADEEP 8-3-2023

AJIT SAMACHAR 8-3-2023



Thursday, March 2, 2023

MATRIBHASHA PAKHWADA COMPETITIONS IN GMSSSS BIANA (KARNAL)

 भाषण में भारती और निबंध लेखन में अंशिका ने पाया पहला स्थान

मतृभाषा पखवाड़े के उपलक्ष्य में आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को किया सम्मानित

मतृभाषा सभी विषयों का आधारः अरुण

इन्द्री, 2 मार्च
गांव ब्याना स्थित राजकीय माॅडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में मातृभाषा पखवाड़े के तहत आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। प्रतियोगिताएं हिन्दी अध्यापक नरेश कुमार मीत, संस्कृत अध्यापिका चन्द्रवती और ब्यूटी एवं वेलनेस अनुदेशिका निशा कांबोज की देखरेख में आयोजित की गई और छठी से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। मंच संचालन करते हुए नरेश मीत ने बताया कि कविता पाठ प्रतियोगिता में खुश्बू ने पहला, भूमिका ने दूसरा और मुस्कान ने तीसरा स्थान पाया। भाषण प्रतियोगिता में भारती प्रथम, परी सैनी द्वितीय और रीतिका तृतीय स्थान पर रही। नारा लेखन में मुस्कान ने पहला, तृषा ने दूसरा और सफिया ने तीसरा स्थान पाया। पंेटिंग प्रतियोगिता में दीपांशु पहले, यशवी दूसरे और तृषा तीसरे स्थान पर रही। निबंध लेखन में अंशिका ने पहला, कृतिका ने दूसरा और तनिषा ने तीसरा स्थान पाया। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि मातृभाषा पखवाड़े के उपलक्ष्य में प्रतियोगिताएं विद्यार्थियों के भाषायी विकास के लिए आयोजित की गई हैं। उन्होंने कहा कि मातृभाषा सभी विषयों के ज्ञान और व्यक्तित्व विकास का आधार है। इसलिए भाषा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि स्कूल के विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा के निखार के लिए अनेक गतिविधियों में हिस्सेदारी के अवसर प्रदान किए जाते हैं। इस मौके पर प्राध्यापक संजीव कुमार, संदीप कुमार, सतीश राणा, बलराज, राजेश सैनी, गोपाल दास, सन्नी चहल, सीमा गोयल, महाबीर सिंह, दिनेश कुमार, विनोद कुमार, विवके कुमार, अनिल पाल व नरिन्द्र कुमार उपस्थित रहे।

DAILY YUGMARG 3-3-2023

HARYANA PRADEEP 3-3-2023

AMAR UJALA 3-3-2023

UTTAM HINDU 3-3-2023

Wednesday, March 1, 2023

SCHOOL MANAGEMENT COMMITTEE TRAINING IN GMSSSS BIANA (KARNAL)

मॉडल संस्कृति स्कूल ब्याना को मिला सौंदर्यीकरण पुरस्कार

स्कूल में खिले विभिन्न किस्मों के फूल करते हैं आकर्षित

एसएमसी प्रशिक्षण में सदस्यों ने जताई खुशी

इन्द्री, 1 मार्च
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में स्कूल प्रबंधन समिति का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण के बाद प्रबंधन समिति के सदस्यों ने स्कूल में फूलों के पौधे रोपे। सदस्यों ने स्कूल के सौंदर्यीकरण और मिड-डे-मील व्यवस्था का निरीक्षण किया और स्कूल को खंड स्तर पर मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यीकरण पुरस्कार मिलने पर खुशी जताई। प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने की। एबीआरसी सुखविन्द्र सिंह ने संचालन करते हुए सभी सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान किया।
सदस्यों को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने बताया कि चल रहे शिक्षा सत्र में स्कूल के विद्यार्थियों ने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं, जिससे स्कूल का गौरव बढ़ा है। खंड स्तर पर स्कूल को मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यीकरण पुरस्कार मिला है और स्कूल को पचास हजार रूपये का पुरस्कार प्राप्त हुआ है। स्कूल में फलदार व फूलदार पौधे निरंतर लगाए जा रहे हैं। इस मौसम में स्कूल में गेंदा, कोसमोस, कैलेंडोला, डहेलिया, फ्लोक्स, पिटूनिया, बर्फ, स्वीट पीज, डेजी सहित अनेक प्रकार के फूल खिले हुए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी स्कूल के विकास में पंचायत व समुदाय का सहयोग बेहद महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन कमेटी स्कूल संचालन की महत्वपूर्ण इकाई है। सभी के सहयोग से स्कूल आगामी सत्र में नई ऊंचाईयां छू पाएगा।
एबीआरसी सुखविन्द्र सिंह ने कहा कि प्रबंधन समिति के सदस्य स्कूल के अहम सदस्य हैं। बच्चों का नियमित रूप से आना सुनिश्चित करने में अभिभावकों को जागरूक करने का काम समिति को करना चाहिए। स्कूल के विकास को लेकर योजना बनाने का काम भी अध्यापकों के साथ मिलकर सदस्यों को करना चाहिए।
बैठक में प्राध्यापक राजेश कुमार, सतीश कांबोज, नरेश मीत, स्नेहलता, अध्यक्ष रजनी, पंचायत सदस्य शीला, कुलविन्द्र, निशा, स्वाति, रिंपी, शीतल, मनप्रीत व सुषमा उपस्थित रहे। प्रबंधन समिति के सदस्यों ने पोषाहार योजना में बनाए गए पुलाव का स्वाद चखा और योजना को विद्यार्थियों के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया।









HARYANA PRADEEP 2-3-2023

DAILY YUGMARG 2-3-2023

JAGMARG 2-3-2023


HARI BHOOMI 2-3-2023