Monday, November 14, 2022

 रा.मॉ.सं.व.मा. विद्यालय ब्याना में धूमधाम से मनाया बाल दिवस

अरमी, यशवी व वैष्णवी ने खेलों में पाया पहला स्थान

नेहरू ने भारत में मजबूत लोकतंत्र की नींव डाली: अरुण

नेहरू के जीवन और बच्चों के प्रति उनका लगाव विषय पर संगोष्ठी आयोजित

इन्द्री, 14 नवंबर

गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बाल दिवस धूमधाम से मनाया गया। स्कूल में इतिहास प्राध्यापक मुकेश खंडवाल व हिन्दी अध्यापक नरेश कुमार मीत के नेतृत्व में खेलों का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।इस अवसर पर करवाई गई विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में अरमान, अरमी, सुशांत, यशवी, हर्षित, वैष्णवी ने पहला, नैतिक, तनिषा, जश्न, कोमल, लवकेश, रिया ने दूसरा और नैतिक, सुनील, हिमांशी, मयंक, तमन्ना, दक्ष व तृषा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।

कार्यक्रम के दौरान देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का जीवन और उनका बच्चों के प्रति लगाव विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को एक महान स्वतंत्रता सेनानी, प्रखर राजनेता, विचारक और प्रसिद्ध लेखक के रूप में हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू एक बेहद सम्पन्न परिवार से थे, जिन्हें उनके पिता मोतीलाल नेहरू ने शिक्षा ग्रहण करने के लिए ब्रिटेन भेजा। वहां से शिक्षा ग्रहण करने के बाद जब वे वापिस लौटे तो महात्मा गांधी के सम्पर्क में आकर आजादी की लड़ाई में कूद पड़े। वे नौ बार जेल गए। अपने जीवन के करीब 11साल उन्होंने जेलों में बिताए। जेल में रहते हुए उन्होंने अपनी बेटी को पत्र लिखे, जोकि पिता के पत्र पुत्री के नाम शीर्षक किताब प्रकाशित हुई। जेल में ही उन्होंने अपनी आत्मकथा और भारत एक खोज नामक पुस्तक लिखी। ये किताबें भारत के इतिहास, संस्कृति सहित विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालने वाली महत्वपूर्ण किताबें हैं, जिनकी चर्चा भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हुई। अरुण कैहरबा ने कहा कि आजादी के बाद 1964 तक उन्होंने देश का नेतृत्व किया। प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने मजबूत लोकतंत्र की नींव रखी। देश के एकीकरण, साम्प्रदायिक सद्भाव, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक विकास के लिए बहुत से प्रयत्न किए। शैक्षिक विकास के लिए उन्होंने आईआईटी सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की स्थापना की। बच्चों के प्रति उनका खास स्नेह था। इस वजह से उन्हें चाचा नेहरू के रूप में जानते हैं।


कार्यकारी प्रधानाचार्य ने स्कूल में आए नए स्टाफ सदस्यों जीव विज्ञान प्राध्यापक डॉ. महावीर सिंह, भौतिक शास्त्र प्राध्यापक विनोद कुमार, विवेक कुमार, हिन्दी प्राध्यापक डॉ. सुभाष चन्द, शारीरिक शिक्षा प्राध्यापक नरिन्द्र कुमार, संस्कृत अध्यापिका चन्द्रवती का परिचय करवाया और उनका स्वागत किया। नवागत प्राध्यापकों ने विद्यार्थियों को संबोधित करके उन्हें मन लगाकर पढऩे के लिए प्रेरित किया।

इस मौके पर प्राध्यापक अनिल पाल, सतीश राणा, बलराज, राजेश कुमार, गोपाल दास, राजेश सैनी, दिनेश कुमार, प्रीति आहुजा, निशा कांबोज, विनीत सैनी, निर्मलजीत सिंह उपस्थित रहे।

DAILY YUGMARG 16-11-2022


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