Thursday, March 31, 2022

Result announced of non Board classes in GMSSSS BIANA (KARNAL)

 रा.मॉ.सं.व.मा. विद्यालय ब्याना का उत्कृष्ट रहा परिणाम

11वीं कक्षा के आर्टस में खुशी, कॉमर्स में संजना और विज्ञान में मानवी रह प्रथम

शुक्रवार से दाखिले शुरू, हिन्दी व अंग्रेजी माध्यम में होगी पढ़ाई


इन्द्री, 31 मार्च 

गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में छठी, सातवीं, आठवीं, नौवीं और 11वीं कक्षा का परिणाम घोषित किया गया। नॉन बोर्ड की कक्षाओं में विद्यार्थियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्कूल प्रभारी बलवान सिंह ने परिणाम की घोषणा की। कार्यक्रम का संचालन परीक्षा प्रभारी मुकेश शर्मा ने किया। 


बलवान सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सारे साल की मेहनत के परिणाम की विद्यार्थी उत्सुकता के साथ प्रतीक्षा करते हैं। जो विद्यार्थी मन लगाकर मेहनत करते हैं, उनके परिणाम भी अच्छे ही आते हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल के कईं विद्यार्थियों ने विभिन्न विषयों में शत-प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। अध्यापकों और विद्यार्थियों की मेहनत से यह परंपरा बनी रहनी चाहिए।


हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि परीक्षा परिणाम घोषित होते ही अगली कक्षाओं की तैयारी शुरू हो जाएगी। शुरू से ही पढ़ाई पर ध्यान देने वाले विद्यार्थियों के परिणाम भी उत्कृष्ट रहते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को स्कूल पुस्तकालय और गांव के पुस्तकालय का भरपूर लाभ उठाने का आह्वान करते हुए कहा कि किताबें पढऩे का चस्का हमें अनेक प्रकार की बुराईयों से बचा सकता है।


 

प्राध्यापक सतीश कांबोज, सुनील कुमारी, सतीश राणा, मुकेश शर्मा, राजेश सैनी, यशपाल मैहला, मुकेश खंडवाल, ईशा मुंजाल, रीना नरवाल, ज्योति रानी, गोपाल दास, ईएसएचएम मधु, नरेश कुमार मीत, डीपीई संजीव कांबोज, प्रवीण कुमारी, सरोज बाला, सोनिया खोखर, प्रीति आहुजा सहित सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे। कक्षा प्रभारियों ने विद्यार्थियों को बताया कि कल से स्कूल में प्रवेश उत्सव शुरू हो जाएगा और कक्षाएं भी लगनी शुरू हो जाएंगी।


11वीं कक्षा के कला संकाय के विभिन्न सैक्शन में खुशी ने पहला, अंशिका ने दूसरा और पूजा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कॉमर्स संकाय में संजना ने पहला, अभिषेक ने दूसरा और रूपाक्षी ने तीसरा स्थान पाया। विज्ञान संकाय में मानवी और सिमरण ने बराबर अंक प्राप्त करके पहला, कशिश और अमृत ने दूसरा तथा रोनक ने तीसरा स्थान पाया। कक्षा नौवीं के तीन सैक्शन के विद्यार्थियों में रिया पहले स्थान पर रही। सिमरण दूसरे और निकिता तीसरे स्थान पर रही। छठी कक्षा खुशी, अक्षरा व हीना ने क्रमश: पहला, दूसरा व तीसरा स्थान पाया। सातवीं कक्षा में भाविका ने पहला, अर्चित ने दूसरा और वाणी ने तीसरा स्थान पाया। आठवीं कक्षा में वंशिका ने पहला, वंश सैनी और अंशुल ने दूसरा और उमा ने तीसरा स्थान पाया। 




Monday, March 28, 2022

Exams are for students, students are not for exam

परीक्षा विद्यार्थियों के लिए है,
विद्यार्थी परीक्षाओं के लिए नहीं
हरियाणा शिक्षा निदेशालय पंचकूला की पत्रिका शिक्षा सारथी के मार्च 2022 मास के अंक में यह लेख प्रकाशित हुआ है।





 

SHIKSHA SAARTHI MARCH 2022

PARIKSHA KA ANAND IN SHIKSHA SAARTHI MAGAZINE OF HARYANA SCHOOL EDUCATION DEPTT.

 

Saturday, March 26, 2022

Farewell & Blessings Ceremony for 12th class in GMSSSS BIANA (Karnal)

12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को दी विदाई और आशीर्वाद

विद्यार्थियों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से झूम उठा माहौल

इन्द्री, 26 मार्च
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए विदाई एवं आशीर्वाद समारोह आयोजित किया गया। स्टाफ द्वारा आयोजित विदाई कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से स्कूल व अध्यापकों के प्रति अपनी भावनाएं व्यक्त की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में स्कूल के पूर्व प्रधानाचार्य अशोक कुमार ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल प्रभारी बलवान सिंह  ने की और संचालन प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, बलराज सिंह व नरेश मीत  ने किया। कार्यक्रम के सफल संचालन में स्टाफ सचिव सुदर्शन लाल, 12वीं कक्षा के प्रभारी सतीश कांबोज, ईशा मुंजाल, भागवंती व बलराज सहित सभी स्टाफ सदस्यों का सहयोग रहा।


मुख्य अतिथि अशोक कुमार ने कहा कि ब्याना स्कूल सतत विकास के पथ पर अग्रसर है। स्कूल से निकले विद्यार्थी लगातार अपनी उपलब्धियों से अध्यापकों और ग्रामीणों को गौरवान्वित कर रहे हैं। उन्होंने 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी। स्कूल प्रभारी बलवान सिंह ने विद्यार्थियों को बोर्ड की परीक्षा में सफलता के टिप्स देते हुए कहा कि अच्छी तैयारी के साथ-साथ भी परीक्षा के समय कईं चीजों का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा से पहले कम से कम 30 घंटा पहले पहुंचना नितांत आवश्यक है। परीक्षा केन्द्र पर अपनी रोल नंबर स्लिप और लिखने की सामग्री अवश्य लेकर जाएं। कार्यक्रम में सुनील कुमारी, राजेश सैनी, सतीश कांबोज, सुदर्शन लाल, मुकेश शर्मा, मुकेश खंडवाल, गोपाल दास, संजीव कांबोज, नरेश मीत ने विद्यार्थियों को संबोधित किया। कार्यक्रम में ईएसएचएम मधु, प्राथमिक पाठशाला मुख्य शिक्षिका स्नेह लता, रीना नरवाल, सीमा गोयल, निशा कांबोज, निर्मलजीत सिंह, सोनिया खोखर, सरोज बाला, प्रवीण कुमारी, जितेन्द्र कुमार, सुरेन्द्र कुमार, गोपाल, बिट्टू सिंह, विनीत, जितेन्द्र कुमार, लिपिक आशीष सहित सभी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।

अध्यापकों ने विद्यार्थियों पर की पुष्प-वर्षा-

समारोह का सबसे आकर्षक पल तब आया जब सभी अध्यापकों ने विद्यार्थियों पर पुष्प-वर्षा करके आशीर्वाद किया। महिला शिक्षिकाओं ने छात्राओं और पुरूष अध्यापकों ने छात्रों के ऊपर पुष्प वर्षा की और उन्हें आगामी परीक्षा की शुभकामनाएं दी। अध्यापकों ने सभी विद्यार्थियों को पैन देकर सम्मानित किया। अध्यापकों ने बताया कि काफी लंबे समय तक विद्यार्थियों और अध्यापकों का संबंध रहा है। इस दौरान अध्यापक विद्यार्थियों को राह पर लाने के लिए डांटते भी हैं और कभी-कभी छोटे-मोटे दंड का प्रयोग भी करते हैं। कईं विद्यार्थी इन सब बातों को मन में बसा लेते हैं। विदाई समारोह में अध्यापकों ने विद्यार्थियों से अपील की कि आप अध्यापकों की शुभकामनाएं लेकर जाएं।


ये रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम-
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अंजलि व उसकी सहेलियों ने स्वागत गीत रखा। सोनिया ने पंजाबी गीत गाया। मुस्कान ने कविता-स्कूल बहुत याद आएगा के माध्यम से सभी को भाव-विभोर कर दिया। दीपांशु ने सुखदेव भगत सिंह राजगुरू सतलुज के किनारे जला दिए गीत के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। लव ने पंजाबी गीत गाकर समां बांध दिया। आदित्य ने स्कूली जीवन की खट्टी मीठी यादों पर आधारित कविता सुनाई। मीना ने भाषण, पायल व प्रतीक्षा ने कविता, रजविन्द्र कौर ने गीत गाकर अपने अध्यापकों का आभार व्यक्त किया। हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने नरेश मीत द्वारा बजाई गई हारमोनियम के साथ जुगलबंदी करते हुए शुभकामना गीत गाते हुए अध्यापकों की तरफ सभी विद्यार्थियों को आशीर्वाद दिया। हिन्दी प्राध्यापक सुदर्शन लाल ने ताल मिले नदी के जल में गीत गाया। प्राध्यापक मुकेश ने जिंदगी एक सफर है सुहाना गीत गाया।

JAGMARG 27-3-2022



Wednesday, March 23, 2022

LIFE & THOUGHTS OF SHAHEED BHAGAT SINGH / SEMINAR IN BIANA

 

भगत सिंह से दोस्ती के लिए पढ़ें किताबें: डॉ. सुभाष चन्द्र

शहीदी दिवस पर भगत सिंह का जीवन और विचारों पर सेमिनार आयोजित

इन्द्री, 23 मार्च
गांव ब्याना स्थित गुरु रविदास मंदिर के सभागार में शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के शहीदी दिवस पर शहीद भगत सिंह का जीवन और विचार विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया। सत्यशोधक फाउंडेशन व प्रबुद्ध नागरिक सभा ब्याना द्वारा आयोजित सेमिनार में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग के अध्यक्ष प्रो. सुभाष चन्द्र ने मुख्य वक्ता के रूप में विचार व्यक्त करते हुए भगत सिंह के विचारों को समझने के लिए किताबें पढऩे का आह्वान किया। सेमिनार का संयोजन प्राध्यापक राजेश सैनी ने किया। मंच संचालन प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने किया।


डॉ. सुभाष चन्द्र ने कहा कि भगत सिंह आम युवाओं की तरह ही सामान्य युवक था। उसे जो माहौल मिला, उसने उसे क्रांतिकारी, संघर्षशील, देश की आजादी के लिए मर मिटने वाला बलिदानी, विवेकशील चिंतक, पत्रकार, लेखक और संगठनकर्ता बना दिया। हमें अपने युवाओं को भगत सिंह बनाने के लिए ऐसा माहौल निर्मित करना चाहिए। भगत सिंह ने इंकलाब जिंदाबाद और साम्राज्यवाद मुर्दाबाद के नारे दिए। इंकलाब का मतलब ऐसी व्यवस्था से है, जिसमें कोई देश दूसरे देश का और कोई इन्सान दूसरे इन्सान का शोषण ना कर सके। ऐसा समतामूलक समाज जिसमें सभी को आगे बढऩे के बराबर अवसर मिलें। डॉ. सुभाष ने कहा कि एक बेहतर समाज  व्यवस्था बनाने के मार्ग में भगत सिंह के समय में भी अनेक बाधाएं थीं। आज नए तरह की समस्याएं हैं। भगत सिंह के सपनों का देश बनाने के लिए हमें भी सपने देखने होंगे और उन्हें पूरा करने के लिए सवाल खड़े करने होंगे। उन्होंने कहा कि भगत सिंह के कईं साथियों ने बाद में अपने संस्मरण लिखे हैं। भगत सिंह के खुद के लिखे लेखों और संस्मरणों को पढक़र हम उन्हें जान सकते हैं। उन्होंने युवाओं को शिव वर्मा द्वारा लिखी गई किताब- संस्मृतियाँ पढऩे का सुझाव दिया।


अध्यापक नरेश मीत ने कहा कि भगत सिंह में पढऩे के प्रति खास लगाव था। जिस समय 23 मार्च, 1931 को उन्हें फांसी दी जानी थी, उससे पहले भी वे किताब पढ़ रहे थे। अध्यापक महिन्द्र खेड़ा ने गीत के माध्यम से कहा कि इसलिए राह संघर्ष की हम चुनें, जिंदगी आंसुओं से नहाई ना हो। अरुण कैहरबा, महिन्द्र कुमार व मेहर सिंह के साथ सेमिनार के सभी प्रतिभागियों ने गीत गाकर भगत सिंह के सपनों का देश बनाने का संकल्प किया। राजेश सैनी ने आए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि भगत सिंह का बलिदान आने वाली सदियों तक युवाओं को प्रेरणा देता रहेगा।
इस मौके पर विकास साल्यान, डॉ. संजय कुमार, ओमप्रकाश नंबरदार, सुभाष कांबोज, राजेश कांबोज, संजीव नंबरदार, प्राध्यापक सतीश कुमार, रमेश कुमार, संजय कुमार, डॉ. सन्नी कांबोज, सरपंच प्रतिनिधि मुकेश कुमार, बलकार, नरेश कुमार, मान सिंह चंदेल, सुनील बुटानखेड़ी, गुरदीप, बंटी कांबोज, मेहर सिंह, मोहन लाल, प्रवीण कुमार, शैली, रमन, प्रवेश, बृजेश भट्टी, नीतू, रिया, निधि, ममता, तमन्ना, रोहित, वंश सैनी, तरुण सैनी, दिशांत सैनी, तुषार उपस्थित रहे।













Tuesday, March 22, 2022

Save Water / Seminar on World Water Day in GMSSSS BIANA (KARNAL)

 पानी प्रकृति की अनमोल देन: अरुण कैहरबा

ब्याना के राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल में जल दिवस पर सेमिनार आयोजित

इन्द्री, 22 मार्च 

गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में विश्व जल दिवस पर सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल प्रभारी बलवान सिंह ने की और संचालन अर्थशास्त्र प्राध्यापक बलराज कांबोज व डीपीई संजीव कांबोज ने की।


हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने अपने वक्तव्य में कहा कि पानी प्रकृति की अनमोल देन है। पानी धरती की गहराई और बरसात के माध्यम से हमें मिलता है। धरती से हम पानी लेते तो जा रहे हैं, लेकिन धरती में फिर से पानी जाने के रास्ते हमने बंद कर दिए हैं। भूमि रिचार्ज करने के रास्ते पर हमने पोलिथीन की परतें बिछा दी हैं। उन्होंने कहा कि पोलिथीन पर्यावरण और पानी का सबसे बड़ा दुश्मन बनकर उभरा है। पानी के चक्र को पूरा होने देने के लिए हमें पोलिथीन का प्रयोग कम करना चाहिए। अरुण कैहरबा ने कहा कि कुछ साल पहले की तुलना में आज धरती का  पानी सूखता जा रहा है। पानी से लबालब रहने वाली भूमि पानी से खाली होती जा रही है, जोकि एक बड़े संकट की निशानी है। उन्होंने कहा कि जल और जंगल का गहरा रिश्ता है। जंगल होंगे तो बरसात ज्यादा होगी। लेकिन मनुष्य अपने स्वार्थ के कारण जंगलों का काटता जा रहा है, जिससे बरसात का पानी भी अनियमित होता जा रहा है। 

पानी व्यर्थ बहाने से बढ़ सकता है संकट: बलराज कांबोज


प्राध्यापक बलराज कांबोज ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम पानी पाने के लिए टूंटी चलाते हैं। लेकिन जरूरत के अनुसार पानी लेने के बाद टूंटी को बंद करना भूल जाते हैं। पानी व्यर्थ बहाते जाने के कारण पानी का संकट बढ़ता जा रहा है। आज देश के अनेक हिस्सों में पानी का अकाल पड़ चुका है। उन्होंने कहा कि करनाल जिला के जिस हिस्से में हम रहते हैं, वहां अभी प्रचूर मात्रा में पानी है। लेकिन यह लंबे समय तक नहीं रहेगा। इसके लिए हमें पानी को बचाना होगा।

इस मौके पर प्राध्यापक सुदर्शन लाल, यशपाल, गोपाल दास, ईशा मुंजाल, नरेश कुमार मीत, सीमा गोयल, सतीश कांबोज सहित सभी अध्यापक मौजूद रहे। 


Monday, March 21, 2022

Teeth tested by Health Deptt. Team in GMSSSS BIANA (KARNAL)

दांत हमारे मुंह का अहम हिस्सा, ना बरतें लापरवाही: डॉ. शालिनी

कहा: दिन में दो बार दांतों को अच्छी तरह से करें साफ

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने विद्यार्थियों के दांतों को जांचा, किया मार्गदर्शन

इन्द्री, 21 मार्च 

गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में स्कूल स्वास्थ्य के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की दंत चिकित्सक डॉ. शालिनी ने विद्यार्थियों की दंत जांच की और मौखिक स्वास्थ्य के बारे में परामर्श दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल प्रभारी बलवान सिंह ने की और संचालन व संयोजन हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा और अर्थशास्त्र प्राध्यापक बलराज कांबोज ने किया।


दंत चिकित्सक डॉ. शालिनी ने कहा कि 20 मार्च को हर वर्ष विश्व स्तर पर मौखिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। इस उपलक्ष्य में स्वास्थ्य विभाग मौखिक स्वास्थ्य सप्ताह मना रहा है। जिसके तहत स्कूलों में विद्यार्थियों की दंत जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि दांत हमारे मुंह का मुख्य हिस्सा हैं। दांतों की देखभाल करने में अक्सर लोग लापरवाही करते हैं। सुबह और सोने से पहले दांत साफ करने में कोताही बरती जाती है। दूसरे दांत साफ करने को कम से कम दो मिनट का समय दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ब्रुश करते समय सभी दांतों को सारे हिस्सों को साफ करने की बजाय दिखाई देने वाले दांतों को साफ करने पर ही जोर दिया जाता है। उन्होंने विद्यार्थियों को सही प्रकार से दांत साफ करने का तरीका बताया।


हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि पूर्ण स्वास्थ्य में मौखिक स्वास्थ्य का अहम हिस्सा है। दांतों के कारण चेहरे पर हंसी व प्रसन्नता शोभायमान होती है। उन्होंने कहा कि सही ढंग़ से साफ नहीं किए जाने के कारण दांतों में कीड़े लगने की शिकायत होती है। प्राध्यापक बलराज कांबोज ने कहा कि यदि हम भोजन का स्वाद लेना चाहते हैं तो दांतों की देखभाल जरूरी है। उन्होंने दांतों को मजबूत बनाने के लिए मौसम में गन्ना चूसने की सलाह भी दी।

स्कूल प्रभारी बलवान सिंह व इतिहास प्राध्यापक सतीश कांबोज ने स्वास्थ्य विभाग की दंत चिकित्सक व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का स्कूल में आगमन और विद्यार्थियों की जांच करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने विद्यार्थियों को डॉक्टर द्वारा बताई गई बातों पर अमल करने का संदेष दिया। इस मौके पर गौतम, कामना, लक्ष्य सहित अनेक विद्यार्थियों ने मौखिक स्वास्थ्य की बातों को खुद मानने और अन्य बच्चों तक पहुंचाने का संकल्प किया।  





Thursday, March 17, 2022

Holi celebrated in GMSSSS Biana (Karnal)

 होली भाईचारे व एकता का पर्व: बलवान

ब्याना के मॉडल संस्कृति स्कूल में मनाई होली

इन्द्री, 17 मार्च

गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में होली का पर्व धूमधाम से मनाया गया। स्कूल में विद्यार्थियों को शालीनता और प्राकृतिक रंगों के साथ होली का पर्व मनाने का संदेश दिया गया। स्कूल की प्राथमिक, मिडल और वरिष्ठ माध्यमिक विंग के स्टाफ सदस्यों ने मिलजुल कर होली उत्सव आयोजित किया। कार्यक्रम का संयोजन स्टाफ सचिव सुदर्शन लाल व डीपीई संजीव कांबोज ने किया।


कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्कूल प्रभारी बलवान सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के बेहद मुश्किल दौर के बाद पहली बार हम होली व फाग मना पा रहे हैं। यह पर्व समाज में भाईचारे और एकता का पर्व है, जिसे सभी धर्मों व जातियों के लोग मिलजुल कर मनाते हैं। आज के दिन हमें प्रण करना चाहिए कि वैर-भाव भुलाकर हम सब देश व समाज में भाईचारा बढ़ाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें होली मनाते हुए कोरोना महामारी के संदेशों को ध्यान में रखना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन करते हुए अर्थशास्त्र प्राध्यापक बलराज कांबोज  ने होली से जुड़ी पौराणिक कथा सुनाई और समाज में अच्छाई का संदेश फैलाने का संदेश दिया। कार्यक्रम में हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा और नरेश कुमार मीत ने हारमोनियम की तान पर होली के स्वरचित दोहे गाकर सुनाए। नरेश मीत ने कहा- वैर भाव को भूलकर, कर लो प्रीत और प्यार। मन का मैल मिटाईये, खूब मना त्योहार।। अरुण कैहरबा ने अपने दोहे में कहा- होली पर तो छोड़ दो, बुरे-बुरे सब काम। प्यार के रंग ले बांटिये, फूलों का पैगाम।। इस मौके पर एबीआरसी सुखविन्द्र सिंह, ईएसएचएम मधु रानी, मुख्य शिक्षिका स्नेह लता, राजेश सैनी, प्राध्यापक सुनील कुमारी, सतीश कुमार, मुकेश शर्मा, यशपाल, गोपाल दास, ईशा मुंजाल, ज्योति, मनीषा, रीना नरवाल, सीमा गोयल, सोनिया खोखर, प्रवीण कुमारी, प्रीति आहुजा, निशा, गोपाल, जितेन्द्र, सुरेन्द्र, कविता उपस्थित रहे।