स्कूल के विकास में एसएमसी का अहम योगदान
एसएमसी का प्रशिक्षण सम्पन्न
13 दिसंबर, 2021 को गांव करेड़ा खुर्द स्थित राजकीय उच्च विद्यालय और राजकीय प्राथमिक पाठशाला में स्कूल प्रबंधन समिति का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए मुख्याध्यापक विपिन कुमार ने प्रबंधन समिति के अध्यक्ष और सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि स्कूल के विकास में समिति सदस्यों का अहम योगदान और जिम्मेदारी होती है। उन्होंने कहा कि बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने में स्कूल अध्यापकों को पूरे समुदाय और अभिभावकों का सहयोग लेने के लिए हमें मिल कर कार्य करना होगा। उन्होंने स्कूल में किए जा रहे अनेक विकास कार्यों और बच्चों को मिलने वाली सुविधाओं से परिचित करवाया।
नई शिक्षा नीति 2020 के बारे में हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि देश की सबसे पहली शिक्षा नीति 1968 में आई थी। उसके बाद 1986 में दूसरी शिक्षा नीति आई थी। काफी चर्चा के बाद लेकर आई गई नई शिक्षा नीति ने 10+2 की स्कूली शिक्षा प्रणाली को 5-3+3+4 का रूप दिया है। जिसके अनुसार तीन साल की पूर्व प्राथमिक शिक्षा और पहली-दूसरी कक्षा का एकीकरण करने की योजना बनाई गई है। आंगनवाड़ियों को सशक्त बनाकर पांच साल तक की शिक्षा उनके माध्यम से देने की बात की जा रही है। इस व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर प्रबंधन समिति के सदस्यों में काफी देर चर्चा हुई। अरुण कैहरबा ने कहा कि शिक्षा नीति मिड-डे-मील को बारहवीं तक के बच्चों को प्रदान करने और सभी बच्चों को सुबह नाश्ते का प्रावधान किया गया है। उन्होंने सभी सदस्यों को गांव के सभी बच्चों के नामांकन और अच्छी शिक्षा पर ध्यान केन्द्रित करने का आह्वान किया। इएसएचएम विष्णु दत्त, संस्कृत अध्यापिका रजनी शास्त्री, प्राथमिक पाठशाला प्रभारी वीरेंद्र कुमार, वंदना शर्मा ने बच्चों की शिक्षा और सदस्यों की जिम्मेदारी पर अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर अध्यापक विजय गर्ग, राजरानी, सुखविन्द्र कौर, प्रधान जयवीर, रोशनी, उपप्रधान रेखा शर्मा, पूर्व प्रधान मीनू, बेबी, रजनी देवी, सुलोचना देवी, उर्मिला देवी, ममता रानी, सर्बजीत कौर, कोमल, रोशनी, सुमन रानी उपस्थित रहे।AMAR UJALA 14-12-2021
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