शांति व सद्भाव से खुलेगी अच्छी शिक्षा की राह: अरुण
मनमुटाव व संवादहीनता त्याग मिलाए हाथ दिया भाईचारे का संदेश
गांव करेड़ा खुर्द स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में अन्तर्राष्ट्रीय शांति दिवस मनाया गया। स्कूल में आपसी मनमुटाव व दुर्भावनाओं के चलते लंबे समय से चल रही संवादहीनता को तोड़ते हुए एक-दूसरे से हाथ मिलाए और समाज में शांति एवं सद्भाव का वातारण बनाने का संकल्प किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्याध्यापक विष्णु दत्त ने की।इस मौके पर शांति और शिक्षा के संबंधों पर चर्चा करते हुए हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि हमारे समाज में अनेक प्रकार की समस्याएं हैं। जाति, सम्प्रदाय, लिंग व क्षेत्र की अनेक प्रकार की संकीर्णताएं समाज के माहौल को खराब करती हैं। नशे के बढ़ते मकडज़ाल के कारण भी समाज में तनाव की स्थितियां पैदा होती हैं। परिवार आर्थिक संकट में फंस जाता है और आपसी संबंध खराब हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि जब संबंधों में मनमुटाव व तनाव रहता है, तब किसी भी काम में मन नहीं लगता। परिवार व समाज का तनावपूर्ण वातावरण बच्चों की पढ़ाई को भी बाधित कर देता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा व शांति का गहरा रिश्ता है। शिक्षा के लिए शांति और शांति के लिए शिक्षा जरूरी है। परिवार, गांव व माहौल्ले के स्तर से विश्व स्तर तक शांति व सद्भाव की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के देशों में अशांति के कारण हथियारों की दौड़ लगी है। देशों के बेहतर रिश्तों की स्थिति में हथियारों पर खर्च होने वाला धन विकास के कार्यों पर खर्च हो सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों के तनावपूर्ण रिश्तों व संवादहीनता के कारणों पर चर्चा करते हुए विद्यार्थियों को कक्षा व स्कूल के वातावरण को बेहतर बनाने के प्रोत्साहित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को होंगे कामयाब, होगी शांति चारों ओर, होगी शांति चारों ओर एक दिन गीत सिखाया। मुख्याध्यापक विष्णु दत्त ने कहा कि अच्छी पढ़ाई के लिए स्कूल में भी शांति व सद्भाव की जरूरत है। उन्होंने बच्चों को मन लगाकर पढऩे के लिए प्रोत्साहित किया।
इस मौके पर अध्यापिका सुखिन्द्र कौर, रजनी, ओमप्रकाश उपस्थित रहे।
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