Saturday, September 21, 2019

अन्तर्राष्ट्रीय शांति दिवस पर विद्यार्थियों ने गाया होगी शांति चारों ओर गीत

शांति व सद्भाव से खुलेगी अच्छी शिक्षा की राह: अरुण

मनमुटाव व संवादहीनता त्याग मिलाए हाथ दिया भाईचारे का संदेश

गांव करेड़ा खुर्द स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में अन्तर्राष्ट्रीय शांति दिवस मनाया गया। स्कूल में आपसी मनमुटाव व दुर्भावनाओं के चलते लंबे समय से चल रही संवादहीनता को तोड़ते हुए एक-दूसरे से हाथ मिलाए और समाज में शांति एवं सद्भाव का वातारण बनाने का संकल्प किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्याध्यापक विष्णु दत्त ने की।
इस मौके पर शांति और शिक्षा के संबंधों पर चर्चा करते हुए हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि हमारे समाज में अनेक प्रकार की समस्याएं हैं। जाति, सम्प्रदाय, लिंग व क्षेत्र की अनेक प्रकार की संकीर्णताएं समाज के माहौल को खराब करती हैं। नशे के बढ़ते मकडज़ाल के कारण भी समाज में तनाव की स्थितियां पैदा होती हैं। परिवार आर्थिक संकट में फंस जाता है और आपसी संबंध खराब हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि जब संबंधों में मनमुटाव व तनाव रहता है, तब किसी भी काम में मन नहीं लगता। परिवार व समाज का तनावपूर्ण वातावरण बच्चों की पढ़ाई को भी बाधित कर देता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा व शांति का गहरा रिश्ता है। शिक्षा के लिए शांति और शांति के लिए शिक्षा जरूरी है। परिवार, गांव व माहौल्ले के स्तर से विश्व स्तर तक शांति व सद्भाव की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के देशों में अशांति के कारण हथियारों की दौड़ लगी है। देशों के बेहतर रिश्तों की स्थिति में हथियारों पर खर्च होने वाला धन विकास के कार्यों पर खर्च हो सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों के तनावपूर्ण रिश्तों व संवादहीनता के कारणों पर चर्चा करते हुए विद्यार्थियों को कक्षा व स्कूल के वातावरण को बेहतर बनाने के प्रोत्साहित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को होंगे कामयाब, होगी शांति चारों ओर, होगी शांति चारों ओर एक दिन गीत सिखाया। मुख्याध्यापक विष्णु दत्त ने कहा कि अच्छी पढ़ाई के लिए स्कूल में भी शांति व सद्भाव की जरूरत है। उन्होंने बच्चों को मन लगाकर पढऩे के लिए प्रोत्साहित किया।
इस मौके पर अध्यापिका सुखिन्द्र कौर, रजनी, ओमप्रकाश उपस्थित रहे।

Wednesday, September 18, 2019

SMC & SMDC Training at GSSS Deodhar

स्कूल एवं शिक्षा सुधार में एसएमसी की अहम भूमिका

देवधर स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में समग्र शिक्षा अभियान के तहत क्लस्टर स्तरीय एसएमसी एवं एसएमडीसी प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्या सुनीता गुप्ता के निर्देशानुसार आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल के कार्यकारी प्रभारी छतरपाल ने की और संचालन प्राध्यापक सोमपाल ने किया।
प्रशिक्षक एवं हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने विभिन्न गांवों से आए अभिभावकों एवं एसएमसी सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि स्कूल प्रबंधन कमेटियों का गठन शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 के तहत किया गया है और स्कूलों के विकास में प्रबंधन कमेटियों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन कमेटियों का गठन समुदाय व अभिभावकों में से किया जाता है। इसलिए सभी सदस्यों को बच्चों की स्थितियों और समस्याओं की ठोस जानकारी होती है। स्कूल में मिड-डे-मील व विद्यार्थियों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशियों सहित विभिन्न योजनाओं के सफल संचालन में सभी सदस्य जागरूकता का जरूरी कार्य कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलने में आ रही दिक्कतों को दूर करने और समाज में चर्चा करके उनका समाधान करने में भी सभी एसएमसी सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
स्कूल प्रभारी छतरपाल ने आए सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों की शिक्षा पर ध्यान देना सभी अभिभावकों की जिम्मेदारी है। अच्छी शिक्षा ही आगे बढने के रास्ते खोल सकती है।


सोमपाल ने बच्चों की षिक्षा में आने वाले अवरोधों के बारे में अभिभावकों को जागरूक किया। इस मौके पर प्राध्यापक राजेश कुमार, ईश्वरपाल, मंजीत कौर, परमजीत, पूनम सहित अध्यापक व एसएमसी सदस्य मौजूद रहे।


बालमुकुंद गुप्त जयंती पर विद्यार्थियों को किया सम्मानित-

स्कूल में नवजागरण के अग्रदूत बाबू बालमुकुंद गुप्त की जयंती के उपलक्ष्य में हिन्दी पखवाड़े पर आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेताओं को हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार व संस्कृत प्राध्यापक राजेश कुमार द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। काव्य पाठ प्रतियोगिता में नौंवी-सी कक्षा के विजेता विद्यार्थी सुनील कुमार व  शिवम, उमा, बबली व नीरू को सम्मानित किया गया। इसके अलावा नौवीं कक्षा के विद्यार्थी साहिबा व मनीषा को कहानी लेखन के लिए सम्मानित किया गया।



Monday, September 16, 2019

Festival of Tree Plantation in GHS Karera Khurd, Jagadhari Yamunanagar

पौधरोपण अभियान चलाकर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

गांव करेड़ा खुर्द स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में पौधरोपण अभियान चलाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। अभियान की अगुवाई हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, मौलिक मुख्याध्यापक विष्णु दत्त, विज्ञान अध्यापक ओम प्रकाश, पंजाबी शिक्षिका सुखिंद्र कौर,  संस्कृत अध्यापिका रजनी, मुख्य शिक्षिका उषा रानी, प्राथमिक शिक्षक सुल्तान सिंह, किशोरी लाल, वीरेन्द्र, वंदना, लिपिक मंजू,  रवि कुमार, राजेंद्र कुमार ने की।
अध्यापकों के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने पेड़ हैं सांसें, पेड़ हैं जीवन, पेड़ों की रखवाली हो जगह-जगह हरियाली हो के नारे लगाते हुए पाम के पौधे रोपे।
अरुण कैहरबा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते खतरों को देखते हुए आज प्रत्येक व्यक्ति को प्राकृतिक संतुलन के लिए काम करना चाहिए। पेड़- पौधे इसमें महत्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें पौधे लगाने के साथ-साथ पौधों के पोषण, देखभाल और बड़ा करने के लिए भी निरंतर कार्य करना होगा। विष्णु दत्त ने कहा कि पेड़ हरियाली, ईंधन, लकड़ी, जड़ी-बूटियां ही नहीं हमें ऑक्सीजन भी देते हैं। ऑक्सीजन के बिना हम एक पल भी नहीं रह सकते।






Monday, September 9, 2019

भारतेन्दु हरिश्चन्द्र जयंती पर कविता पाठ प्रतियोगिता आयोजित / रा.व.मा. विद्यालय देवधर


भारतेन्दु हरिश्चन्द्र ने हिन्दी साहित्य और पत्रकारिता को दी नई दिशा


 गांव देवधर स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 9 सितंबर, 2019 को हिन्दी पखवाड़े और आधुनिक हिन्दी साहित्य के जनक भारतेन्दु हरिश्चन्द्र की जयंती के उपलक्ष्य में काव्य पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। स्कूल की प्रधानाचार्या सुनीता गुप्ता ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम का संयोजन हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने किया। वरिष्ठ प्राध्यापक छत्तरपाल, संस्कृत प्राध्यापक राजेश कुमार व हिन्दी अध्यापक अशोक कुमार ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई। प्राध्यापक सोमपाल ने कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान किया।
प्रिंसिपल सुनीता गुप्ता ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्कूल में होने वाले विभिन्न प्रकार के आयोजन विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा के विकास के अवसर देते हैं। जो विद्यार्थी इनमें हिस्सा लेते हैं, उनके व्यक्तित्व में इसका असर साफ देखा जाता है। उन्होंने विद्यार्थियों को हिन्दी दिवस पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार ने कहा कि भारतेन्दु हरिश्चन्द्र हिन्दी साहित्य एवं पत्रकारिता की ऐसी महान शख्सियत हैं, जो साहित्य को रीतिकाल की दलदल से निकाल कर आधुनिक चेतना से लैस करते हैं और हिन्दी साहित्य में आधुनिक युग का सूत्रपात करते हैं। उन्होंने कहा कि भारतेन्दु हरिश्चन्द्र आधुनिक हिन्दी नाटक, आधुनिक गद्य साहित्य और खड़ी बोली साहित्य की शुरुआत करने वाले व्यक्ति हैं। उन्होंने कविवचन सुधा, हरिश्चन्द्र मैगजीन और बाला बोधिनी नाम की पत्रिकाओं के माध्यम से आधुनिक पत्रकारिता की भी शुरुआत की। वे जागरूक पत्रकार और प्रबुद्ध संपादक थे। करीब 35 वर्ष की आयु में ही उन्होंने हिन्दी साहित्य को निर्णायक दिशा दी। यही कारण है कि आधुनिक हिन्दी साहित्य के प्रथम सोपान को भारतेन्दु युग कहा जाता है। प्राध्यापक अरुण कुमार व राजेश कुमार ने कविताएं व गीत सुनाए तो विद्यार्थियों ने उनका अनुसरण किया।

सुनील और शिवम ने कविता पाठ में पाया पहला स्थान-

कविता पाठ प्रतियोगिता में नौंवी-सी कक्षा के विद्यार्थी सुनील व शिवम ने सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कविता 'मेघ आए' कविता का सस्वर गायन करके पहला स्थान पाया। ग्यारहवीं कक्षा की छात्रा उमा ने स्वरचित कविताएं सुनाकर खूब तालियां बटोरी। उमा को दूसरे स्थान के लिए चुना गया। नीरू और बबली को संयुक्त रूप से तृतीय स्थान के लिए चुना गया। प्रतियोगिता में शिवानी, मधु, शिल्पा, फरजाना, राखी, आरज़ू, साहिबा, दिव्या, शगुन, निशा, सरिता, सम्मिना ने बेटियों की समानता, सद्भाव, आधुनिक सोच, पर्यावरण संरक्षण सहित विभिन्न विषयों पर कविताएं सुनाई।