Friday, November 4, 2011

BAAL-VIVAH

बाल-विवाह समाज के माथे पर कलंक,
बहुत बुरी है रीत ये, राजा करे या रंक ।
राजा करे या रंक सजा इस पर है नीयत,
इससे भी बढक़र बात, बिगड़ती है सेहत।
छोटी उम्र में शादी हो तो बच्चे भी होंगे दुर्बल,
ना तो आज है अच्छा और ना होगा बेहतर कल।
-अरुण कुमार कैहरबा

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