Saturday, September 6, 2025

PAINTING & SLOGAN WRITING COMPETITION IN GMSSSS BIANA

चित्रकला प्रतियोगिता में रीति व मनप्रीत रहे प्रथम

इको क्लब ने करवाई नारा लेखन व चित्रकला प्रतियोगिताएं
गांव ब्याना स्थित रजाकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य व अध्यापकों के साथ अपनी कलाकृतियां प्रदर्शित करते विद्यार्थी।

इन्द्री, 6 सितंबर 

गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में इको क्लब के द्वारा नारा लेखन व चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने अपनी कलाकृतियों के जरिये पर्यावरण संरक्षण और पौधरोपण का संदेश दिया। साथ ही पर्यावरण पर मंडरा रहे खतरों के प्रति चिंता व्यक्त की। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य राम कुमार सैनी ने की और संयोजन इको क्लब के प्रभारी संजीव कुमार ने किया। इस मौके पर प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, नरेन्द्र कुमार, राजेश कुमार, विनोद आचार्य, दिनेश कुमार, सन्नी चहल, विनीत सैनी सहित अनेक अध्यापकों ने सहयोग किया। नौवीं से 12वीं कक्षा समूह में नारा लेखन प्रतियोगिता में प्रिया ने पहला, खुश्बू ने दूसरा व लविशा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। इसी वर्ग की चित्रकला प्रतियोगिता में रीति ने पहला, तनु ने दूसरा, अखिल ने तीसरा व सोमन कश्यप व संजना ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। छठी से आठवीं कक्षा समूह में नारा लेखन में जीविका पहले, वंशिका दूसरे, स्वाति तीसरे व तनवी को सांत्वना पुरस्कार के लिए चुना गया। चित्रकला में मनप्रीत पहले, प्रतिभा दूसरे व रूही तीसरे स्थान पर रही।



खंड स्तरीय हिन्दी पखवाड़ा प्रतियोगिताएं

हिन्दी व्याकरण आधारित प्रश्रोत्तरी में ब्याना स्कूल की कृतिका रही अव्वल

निबंध लेखन में कन्या स्कूल इन्द्री की सोनिया ने पाया पहला स्थान
इन्द्री स्थित खंड शिक्षा कार्यालय में निर्णायक मंडल के सदस्य हिन्दी पखवाड़े की प्रतियोगिताओं का परिणाम तैयार करते हुए। 

इन्द्री, 6 सितंबर 

हिन्दी पखवाड़ा के अंतर्गत विद्यालय स्तर पर आयोजित की गई विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं के बाद खंड स्तर पर प्रतियोगिताओं का परिणाम तैयार किया गया। विद्यालय स्तर पर चौथी-पांचवीं, छठी से आठवीं और नौवीं से बारहवीं कक्षा के तीन वर्गों में हुई प्रतियोगिताओं के परिणाम के अनुसार उत्कृष्ट रचनाएं एवं वीडियो खंड स्तर पर भेजी गई थी। बीईओ धर्मपाल चौधरी के मार्गदर्शन में बीआरपी रविन्द्र शिल्पी, कविता कांबोज, हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा व सुरेश कुमार के चार सदस्यीय निर्णायक मंडल ने विद्यालय स्तर की उत्कृष्ट रचनाओं व वीडियो का गहन अध्ययन व विश£ेषण करके खंड स्तरीय परिणाम तैयार किया। 

निर्णायक मंडल के सदस्यों ने जानकारी देते हुए बताया कि नौवीं से 12वीं कक्षा वर्ग में स्वरचित कहानी लेखन प्रतियोगिता में ब्याना स्कूल की छात्रा सिमरण ने पहला, हिनौरी की ऊषा ने दूसरा व ब्याना की देवांशी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। निबंध लेखन में कन्या स्कूल इन्द्री की सोनिया ने पहला, नगला रोड़ान की रोनक ने दूसरा और गढ़ीबीरबल की महिमा त्यागी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। व्याकरण आधारित प्रश्रोत्तरी में ब्याना की कृतिका ने पहला, खानपुर की सना ने दूसरा भादसों स्कूल की मानसी ने तीसरा स्थान पाया। भाषण प्रतियोगिता में खानपुर की नैंसी ने पहला, ब्याना की सफिया ने दूसरा स्थान पाया। आधी कविता पूर्ण करना प्रतियोगिता में ब्याना स्कूल कृति ने पहला, खेड़ी मान सिंह की रमनदीप कौर ने दूसरा और कन्या स्कूल की सना ने तीसरा स्थान पाया। कविता पाठ में चेतन ब्याना प्रथम, खुशी हिनौरी द्वितीय और पायल खानपुर तीसरे स्थान पर रहे। नारा लेखन में अंशिका पहले, मुबारक अली खेड़ी मान सिंह दूसरे और सोनम गढ़ीबीरबल तृतीय रहे। 

कक्षा छठी से आठवीं वर्ग में चित्र देखकर कहानी लिखने की प्रतियोगिता में खेड़ा राजकीय स्कूल की रिया ने पहला, नन्हेड़ा की सांची ने दूसरा और छपरियों की कनिका ने तीसरा स्थान पाया। दृश्य घटना वर्णन में ब्याना स्कूल की इंदु ने पहला और छपरियों के आलिफ ने दूसरा स्थान पाया। कविता पाठ में ब्याना स्कूल की पृषा कांबोज ने पहला, चंद्रांव की महक देवी ने दूसरा और करिमा ने तीसरा स्थान पाया। व्याकरण आधारित प्रश्रोत्तरी में जीविका ब्याना ने पहला, सुनैना भादसों ने दूसरा और झलक खेड़ा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। निबंध लेखन में अंजलि, मानवी और खुशी इन्द्री क्रमश: पहले, दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे। चित्र देखकर कविता लेखन में समर्थ छपरियां ने पहला, चाहत खेड़ा ने दूसरा स्थान पाया। 

चौथी व पांचवीं के समूह में चित्र देखकर कहानी लेखन में कलरी जागीर स्कूल से जिया और मुसेपुर से रजनी ने क्रमश: पहले दो स्थान पर कब्जा किया। चित्र देखकर कविता लेखन में तेजस मुसेपुर, प्रियल खानपुर व जोया मनोहरपुर, कविता पाठ में मानसी मनोहरपुर, रमनीत खानपुर, खुशी खुखनी, व्याकरण आधारित प्रश्रोत्तरी में शिवानी मनोहरपुर, वंश मनोहरपुर व हिमांशु इन्द्री-1 क्रमश: पहले, दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे। निबंध लेखन में मनोहरपुर पाठशाला से शुभम ने पहला, प्रियम जैनपुर डेरा ने दूसरा और परी डबकौली ने तीसरा स्थान पाया।

YASHBABU


TEACHER DAY IN GMSSSS BIANA

धूमधाम से मनाया अध्यापक दिवस

विद्यार्थियों ने अध्यापकों को किया सम्मानित

विद्यार्थियों ने किया कक्षाओं में शिक्षण कार्य

इन्द्री, 5 सितंबर
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में अध्यापक दिवस धूमधाम से मनाया गया। विद्यार्थियों ने अपने अध्यापकों को सम्मानित किया। अध्यापकों ने सभी विद्यार्थियों के लिए स्वादिष्ट भोजन की व्यवस्था की। कईं कक्षाओं में केक काट कर भी खुशियां मनाई गई। कक्षाओं का संचालन विद्यार्थियों ने करते हुए विभिन्न विषयों का शिक्षण किया। स्कूल में आयोजित समारोह की अध्यक्षता प्रधानाचार्य राम कुमार सैनी ने की और संचालन हिन्दी प्राध्यापक डॉ. सुभाष भारती व अरुण कुमार कैहरबा ने किया।
कार्यक्रम की शुरूआत में छात्रा सिमरण ने अध्यापक दिवस का इतिहास व सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जीवन परिचय प्रस्तुत किया। प्रधानाचार्य राम कुमार सैनी ने कहा कि यह दिन शिक्षक व विद्यार्थी के जीवन के लिए विशेष महत्व रखता है। भारत में गुरु-शिष्य की परंपरा अध्यापक के पेशे को बहुत महत्व देती है। डॉ. सुभाष भारती ने कहा कि संस्कारों के बिना शिक्षा का कोई महत्व नहीं है। शिक्षक की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका बच्चों को संस्कारित करने की है। अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि अध्यापक की भूमिका विद्यार्थियों को अच्छा इन्सान व नागरिक बनाने की है। वह अपने ज्ञान, अनुभव व कौशलों से विद्यार्थियों को मानसिक, बौद्धिक और आत्मिक भूख को पहचानने और उसे शांत करने के लिए मार्गदर्शन करता है। प्राध्यापक बलराज कांबोज ने कहा कि गुरु अंधेरे में दीप जलाने का काम करता है। प्राध्यापक संजीव कुमार ने कहा कि गुरु द्रोणाचार्य व एकलव्य, चाणक्य व चन्द्रगुप्त के किस्से के माध्यम से अध्यापक की भूमिका को रेखांकित किया। पंजाबी प्राध्यापिका स्वर्णजीत शर्मा ने कहा कि माता-पिता और अध्यापक के रिश्ते ही निस्वार्थ रूप से अपने बच्चों के बढऩे की कामना करते हैं। अध्यापक चाहता है कि उसके विद्यार्थी उससे भी आगे निकलें। अध्यापक नरेश मीत ने कहा कि गुरु तो अपना काम करता ही है। लेकिन विद्यार्थियों के अंदर भी लगन व प्रेरणा का होना जरूरी है। अध्यापक दिवस मनाने का उद्देश्य केवल प्रेरणा के दीप जलाना ही है। इस मौके पर विनोद भारतीय, सतीश राणा, बलविन्द्र सिंह, अनिल पाल, राजेश सैनी, सलिन्द्र मंढ़ाण, संदीप कुमार, राजेश कुमार, सन्नी चहल, विवेक कुमार, नरेन्द्र कुमार, दिनेश कुमार, मुकेश खंडवाल, गोपाल दास, सीमा गोयल, महेश कुमार, निशा कांबोज, अश्वनी कांबोज, बलिन्द्र कुमार, सोमपाल, संगीता, मीना उपस्थित रहे।









Thursday, September 4, 2025

हिन्दी पखवाड़ा / राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल ब्याना

 हिन्दी पखवाड़ा

सिमरण की कहानी ने पाया पहला स्थान

कविता पाठ में चेतन व करिमा रहे अव्वल

राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल ब्याना में हिन्दी पखवाड़े की प्रतियोगिता आयोजित

इन्द्री, 4 सितंबर
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में हिन्दी दिवस पखवाड़े के उपलक्ष्य में अनेक प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। स्कूल में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य राम कुमार सैनी ने की और संयोजन हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. सुभाष भारती, हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, सलिन्द्र कुमार मंढ़ाण व हिन्दी अध्यापक नरेश कुमार मीत ने किया।
नौ से 12 कक्षा वर्ग में स्वरचित कहानी लेखन में कक्षा दसवीं-ए की सिमरन की कहानी कर भला हो भला ने पहला स्थान पाया। दसवीं बी की छात्रा हिना की कहानी जिन्दगी की कीमत ने दूसरा, देवांशी की कहानी सही और गलत की पहचान ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। सोनम कश्यप की कहानी को सांत्वना पुरस्कार के लिए चुना गया। श्रुत लेख प्रतियोगिता में नौवीं बी की छात्रा राधिका ने पहला, ज्योति ने दूसरा और शिवानी व राहुल ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त किया। कविता पाठ में कक्षा नौवीं-ए के विद्यार्थी चेतन ने झांसी की रानी कविता का पाठ करके पहला स्थान पाया। हिमांशी ने दूसरा स्थान पाया। नारा लेखन में नौवीं ए की छात्रा अंशिका ने पहला, 11वीं-ए की छात्रा तृषा ने दूसरा व नौवीं-बी के विद्यार्थी अनित पाल ने तीसरा स्थान पाया। भाषण प्रतियोगिता में सफिया ने पहला स्थान पाया। व्याकरण आधारित प्रश्रोत्तरी में कृतिका ने पहला और देवांशी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। निबंध लेखन प्रतियोगिता में नौवीं बी की छात्रा रूबी ने पहला, दसवीं बी की छात्रा प्राची ने दूसरा और 11वीं नॉन मेडिकल की छात्रा खुश्बू ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
कक्षा छठी से आठवीं वर्ग की कविता पाठ में सातवीं-ए की करिमा ने पहला, छठी-ए की पृषा कांबोज ने दूसरा और हिमांशी ने तीसरा स्थान पाया। द़श्य घटना वर्णन में सातवीं-ए की छात्रा इंदु ने पहला स्थान पाया। व्याकरण आधारित प्रश्रोत्तरी में आठवीं कक्षा की जीविका पहले और मनप्रीत दूसरा स्थान पर रहे। निबंध लेखन में अंजलि ने पहला, पार्थ ने दूसरा और प्रतिभा ने तीसरा स्थान पाया।  आयोजित समारोह में हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि हिन्दी भारत को एक सूत्र में पिरोने वाली भाषा है। स्वतंत्रता आंदोलन में हिन्दी भाषा, इसके पत्रकारों और साहित्यकारों ने अपनी लेखनी के माध्यम से लोगों में स्वतंत्रता की चेतना पैदा की। भारत ही नहीं दुनिया में हिन्दी तीसरे नंबर की सबसे बड़ी भाषा है। आज हिन्दी के बिना कोई भी कंपनी अपने उत्पाद व सेवाओं को भारत में नहीं पहुंचा सकती। डॉ. सुभाष भारती ने विद्यार्थियों को मन लगाकर पढऩे और हिन्दी भाषा में अपने संचार कौशलों को निखारने का संदेश दिया।





Monday, September 1, 2025

BLOCK LEVEL KALA UTSAV IN INDRI (KARNAL)

सितार वादन करके मॉडल स्कूल ब्याना की छात्रा प्राची ने पाया पहला स्थान

वाद्यवृंद में पीएम श्री स्कूल इन्द्री के विद्यार्थियों की टीम रही प्रथम

खंड स्तरीय कला उत्सव में विद्यार्थियों ने बिखेरे गायन, वादन, नृत्य व दृश्य कलाओं के रंग

इन्द्री, 1 सितंबर
स्थानीय खंड शिक्षा कार्यालय के सभागार में बीईओ धर्मपाल चौधरी के निर्देशन में खंड स्तरीय कला उत्सव का आयोजन किया गया। बीआरपी रविन्द्र शिल्पी के संयोजन में आयोजित उत्सव में खंड के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों ने गायन, वादन, नृत्य, दृश्य कलाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। निर्णायक मंडल में बीआरपी रविन्द्र कुमार, हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, संगीत प्राध्यापक अश्वनी भाटिया, सोनिया व प्राथमिक शिक्षक प्रवीन सचदेवा शामिल रहे।

शास्त्रीय संगीत के तहत वादन में सितार वादन करके राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, ब्याना की छात्रा प्राची ने पहला स्थान प्राप्त किया। पीएम श्री राजकीय स्कूल इन्द्री के विद्यार्थी अमनदीप ने दूसरा और डबकौली कलां स्कूल की सिमरन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। समूह लोक वादन (वाद्यवृंद) में पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय इन्द्री के विद्यार्थियों-हरमन, अमनदीप, अतुल सिंह व अजीत ने बैंजो, डेरू, नगाड़ा, गबचू, चिमटा, घड़वा, ढोलक, तांसा व घुंघरू सहित अनेक वाद्य यंत्रों का वादन करके सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। टीम को पहले स्थान के लिए चुना गया। एकल शास्त्रीय नृत्य में राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल ब्याना की छात्रा प्राची ने कत्थक नृत्य किया और पहला स्थान पाया। राजकीय कन्या स्कूल इन्द्री की छात्रा बिंदु ने दूसरा स्थान प्राप्त किया।

समूह गायन में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, डबकौली कलां के विद्यार्थियों-भूमि, पायल, माफी, सिमरन की टीम ने पहला स्थान प्राप्त किया। द्विआयामी दृश्य कला में पीएम श्री स्कूल इन्द्री के हर्ष ने पहला और निशांत ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। समूह नृत्य में पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय इन्द्री की टीम ने पहला, डबकौली कलां की टीम ने दूसरा और मुरादगढ़ व कन्या स्कूल इन्द्री की टीमों ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त किया।

बीआरपी रविन्द्र शिल्पी ने उत्सव में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को जिला स्तर के लिए और अधिक तैयारी करने सहित अनेक प्रकार का जरूरी मार्गदर्शन किया। अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि स्कूलों में कला-संस्कृति से परिपूर्ण माहौल अच्छी शिक्षा व संवेदनशीलता की बुनियादी जरूरत है। कला प्रेमी अध्यापकों व विद्यार्थियों को मिलजुल कर विविधि कलाओं को मंच प्रदान करना चाहिए।

इस मौके पर बीआरपी धर्मेंद्र चौधरी, संजीव कुमार, सीमा, मीना, सरिता कांबोज, सतीश कांबोज,एबीआरसी डॉ. बारू राम, निशा, युगल किशोर, सुखविंद्र कांबोज, नीतू, सविता, प्रियंका, शैलजा, युगल किशोर, ललतेश, अनुपमा, अनिल आर्य, रजत कुमार, महिन्द्र कुमार, नरेंद्र बंटी, घनश्याम, प्रदीप कुमार आदि उपस्थित रहे।