Thursday, April 28, 2022

Book Month in Library of GMSSSS BIANA

 पुस्तक मास

पुस्तकालय में चल रही अनेक गतिविधियां


इन्द्री, 28 अप्रैल

गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के पुस्तकालय में पुस्तक मास के उपलक्ष्य में अनेक प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। विद्यार्थियों में किताबें पढऩे को लेकर खास उत्साह देखने को मिल रहा है। प्रात:कालीन सभा में विद्यार्थी पढ़ी गई पुस्तकों पर चर्चा कर रहे हैं। विद्यार्थी को किताबें जारी की जा रही हैं। पढऩे के बाद उन्हें वापिस लिया जा रहा है। किताबों पर चर्चाएं हो रही हैं। वीरवार को पुस्तकालय में सफाई अभियान चलाया गया। सफाई अभियान में सक्रिय रूप से हिस्सा लेने वाले सातवीं कक्षा की नैंसी, नौवीं कक्षा की नेहा, चांदनी, पलक, आठवीं कक्षा की छात्रा भारती, वैश्रवी को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। पुस्तकालय प्रभारी राजेश सैनी, हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, हिन्दी अध्यापक नरेश कुमार मीत ने विद्यार्थियों को सम्मानित किया। 


कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्कूल प्रभारी बलवान सिंह ने कहा कि किताबें ज्ञान का सर्वोत्तम माध्यम हैं। जो विद्यार्थी किताबों से दोस्ती कर लेता है, वह अनेक प्रकार की बुराईयों से बच जाता है। अंग्रेजी प्राध्यापक राजेश सैनी ने कहा कि पुस्तकालय किसी भी शिक्षा संस्थान की केन्द्रीय स्थान है। यदि विद्यार्थियों की रूचि पुस्तकालय जाने की हो जाएगी तो यह सबसे बड़ी उपलब्धि होगी। हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि पूरे महीने पुस्तकालय में अनेक प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। उन्होंने विद्यार्थियों को उत्साह के साथ गतिविधियों में हिस्सा लेने का आह्वान किया। हिन्दी अध्यापक नरेश कुमार मीत ने कहा कि 23 अप्रैल से शुरू हुए पुस्तक मास के अंत में 23 मई के आस-पास विभिन्न गतिविधियों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।  







ARTICLE IN SHIKSHA SAARTHI (APRIL 2022) ON ATMRAKSHA








 

Monday, April 25, 2022

Painting Competition organised on World Malaria Day in GMSSSS BIANA

 मलेरिया दिवस पर पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित

यशवी ने पहला और स्नेहा ने पाया दूसरा स्थान

इन्द्री, 25 अप्रैल 


गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य विभाग के तरफ से आयोजित प्रतियोगिता में सातवीं कक्षा की छात्रा यशवी ने पहला, स्नेहा ने दूसरा और आठवीं कक्षा के हर्षित ने तीसरा स्थान पाया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दंत चिकित्सक डॉ. शालिनी ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य बलवान सिंह और ईएसएचएम मधु रानी ने की। प्रतियोगिता का संचालन हिन्दी अध्यापक नरेश कुमार मीत और संस्कृत अध्यापिका सरोज बाला ने किया।

1st Painting by Yashvi

हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, कॉमर्स प्राध्यापिका रीना नरवाल, हैल्थ इंस्पेक्टर रामेश्वर दास, अध्यापिका प्रवीण कुमारी, सोनिया खोखर, प्रीति आहुजा व लखपत सिंह ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। डॉ. शालिनी ने विजेता विद्यार्थियों को सम्मानित करने के बाद संबोधित करते हुए कहा कि मलेरिया एक प्रकार का बुखार है जो ठण्ड या सर्दी (कंपकपी) लग कर आता है। मलेरिया रोगी को रोजाना या एक दिन छोडक़र तेज बुखार आता है। यह मादा एनाफ्लीज मच्छर से होता है। इसलिए कहीं भी मच्छर ना हो, इसके लिए प्रयास किए जाने चाहिएं। प्रधानाचार्य बलवान सिंह व हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि स्वच्छता से कईं बिमारियों से मुक्ति मिल जाती है। पर्यावरण का ध्यान और स्वच्छता बनाए रखने से मच्छर पैदा होने से रोके जा सकते हैं। 

2nd Position Sneha 7th

3RD POSITION HARSHIT 8TH CLASS





Thursday, April 21, 2022

Farewell ceremony held in GHS KARERA KHURD (YAMUNANAGAR)

सुखद व स्नेहपूर्ण रहा करेड़ा खुर्द स्कूल का हर पल: अरुण कैहरबा

हिन्दी प्राध्यापक व अध्यापकों का विदाई समारोह आयोजित

यमुनानगर, 21 अप्रैल
गांव करेड़ा खुर्द स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में स्कूल से स्थानांतरित होकर करनाल जिला के गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में गए हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, स्कूल में पुनर्नियुक्ति पर कार्यरत रहे सेवानिवृत्त विज्ञान अध्यापक विजय गर्ग, सामाजिक विज्ञान अध्यापिका राजरानी का विदाई समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्याध्यापक विपिन कुमार मिश्रा ने की और स्कूल से गए अध्यापकों के योगदान को याद किया। कार्यक्रम में ईएसएचएम विष्णु दत्त, पंजाबी अध्यापिका सुखिन्द्र कौर, संस्कृत अध्यापिका रजनी शास्त्री, प्राथमिक पाठशाला के प्रभारी वीरेन्द्र कुमार, प्राथमिक शिक्षक सुल्तान सिंह, लिपिक मंजू, एलए रवि कुमार, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राजेन्द्र कुमार सहित सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।

हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि एक अध्यापक को जहां भी काम करने का मौका मिलता है, वह स्कूल उसके लिए यादगार हो जाता है। करेड़ा खुर्द का स्कूल भी उनकी स्मृतियों में हमेशा रहेगा। यहां का हर पल सुखद, स्नेहपूर्ण और शिक्षाप्रद रहा है। उन्होंने कहा कि इसी स्कूल में अपने कार्यकाल के दौरान कोरोना जैसी महामारी ने परेशानी पैदा की। ऐसे में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने के लिए उन्होंने विद्यार्थियों के लिए वीडियो तैयार की और विद्यार्थियों के पास भेजी। उन्होंने कहा कि स्कूल के साथ उनका औपचारिक और कार्यात्मक रिश्ता ही नहीं है, बल्कि एक भावनात्मक रिश्ता भी बना है। इतने लंबे समय तक किसी स्कूल में काम करना विद्यार्थियों को बहुत कुछ पढ़ाना ही नहीं होता, पढ़ाते और मिलजुलकर कार्य करते हुए बहुत कुछ सीखना भी होता है। उन्होंने विद्यार्थियों, स्टाफ सदस्यों व समुदाय के स्नेह व सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए आश्वस्त किया कि विद्यार्थियों को जब भी उनके मार्गदर्शन की जरूरत होगी, वे ऑनलाइन माध्यमों से मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।

सेवानिवृत्त अध्यापक विजय गर्ग और राजरानी ने पदभारमुक्त कर दिए जाने के बावजूद विद्यार्थियों की भलाई के लिए स्कूल में नियमित रूप से अध्यापन करवाया। उन्होंने कहा कि स्कूल में उन्हें थोड़े समय ही काम करने का मौका मिला, लेकिन इस स्कूल में काम करना यादगार रहा। मुख्याध्यापक विपिन मिश्रा, ईएसएचएम विष्णु दत्त, पंजाबी अध्यापिका सुखिन्द्र कौर व रजनी शास्त्री ने विदा हो रहे अध्यापकों के स्कूल में दिए गए योगदान की सराहना की और आभार जताया। विद्यार्थियों ने भी अध्यापकों को भावपूर्ण विदाई दी।
HARYANA PRADEEP 22 APRIL, 2022

  


















Thursday, April 14, 2022

DR. BHIMRAO AMBEDKAR JAYANTI CELEBRATED IN JOHAR MAJRA, INDRI

 शिक्षा, संगठन व संघर्ष के संदेश को करें आत्मसात: डॉ. सुभाष चन्द्र

जयंती पर डॉ. अंबेडकर का जीवन व समाज-दर्शन विषय पर विचार-गोष्ठी आयोजित

मुख्य वक्ता के रूप में बोले हिन्दी विभागाध्यक्ष

अंबेडकर जयंती पर जोहड़ माजरा में सेमिनार व गतिविधियां आयोजित


इन्द्री, 14 अप्रैल 

गांव जोहड़ माजरा स्थित गुरु रविदास मंदिर में डॉ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक शिक्षा मंच व सत्यशोधक फाउंडेशन द्वारा डॉ. अंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में सेमिनार एवं विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विश्व रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर का जीवन एवं समाज-दर्शन विषय पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. सुभाष चन्द्र ने मुख्य वक्ता के रूप में विचार रखते हुए बाबा साहब के शिक्षित बनो, संगठित बनो व संघर्ष करो के विचार को आत्मसात करने का आह्वान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष कैलाश चन्द्र ने की और संचालन हिन्दी प्राध्यापक दयाल चंद जास्ट ने किया।


डॉ. सुभाष चन्द्र ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर संघर्षशील विचारों की परंपरा की कड़ी हैं। इससे पूर्व गौतम बुद्ध, कबीर, गोरखनाथ, महात्मा ज्योतिबा फुले व सावित्रीबाई फुले भी इसी परंपरा से संबंध रखते हैं। डॉ. भीमराव अंबेडकर ने जाति-वर्ण के बंधनों की बखूबी पड़ताल की और स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे पर आधारित समाज निर्माण के लिए काम किया। उन्होंने केवल दलितों, महिलाओं व मेहनतकश के जीवन को ऊंचा उठाने के लिए ही काम नहीं किया, बल्कि हर वर्ग की इन्सानियत को जगाने के लिए उन्होंने काम किया। इसके लिए सवर्ण वर्ग को भी उनका ऋण मानना चाहिए। डॉ. अंबेडकर ने सब तरह की ऊंच-नीच को समाप्त करते हुए सबकी वोट की बराबर कीमत निर्धारित की। उन्होंने दुनिया भर की किताबों, बदलावों व संघर्षों का अध्ययन किया। डॉ. सुभाष ने कहा कि कहा कि आज डॉ. भीमराव अंबेडकर नहीं आएंगे, हमें खुद के अंदर ही चेतना पैदा करनी है और अंबेडकर के काम को आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि ज्ञान व तर्क के रास्ते पर आगे बढ़ते हुए ही हम उनके दिखाए मार्ग पर आगे बढ़ सकते हैं।


हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि डॉ. अंबेडकर की अध्ययनशीलता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्हें पढऩे का जबरदस्त शौक था। उनकी ज्ञान पिपासा ही थी, जो उन्हें लगातार पढऩे के लिए प्रेरित करती थी। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय व दिल्ली के कईं प्रसंग सुनाते हुए बच्चों व युवाओं से पढऩे के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपना स्वरचित गीत-बाबा साहब ने दिया हमको जो संविधान, उसके कारण जानता हमको सकल जहान गाया। अध्यापक महिन्द्र कुमार खेड़ा ने कहा कि अंबेडकर के समय में जातिवाद का जो जहर समाज में फैला हुआ था, वह जहर पूरी तरह से साफ नहीं हुआ है। इसके लिए हमें मिलजुल कर काम करना होगा।

समाजसेवी वेद कांबोज ने कहा कि हमारी दशा सुधारने के लिए बाहर से कोई नहीं आएगा। इसके लिए हमें बच्चों को तैयार करना होगा। बच्चों को पढ़ाई में आगे लेकर जाने के लिए मिलजुल कर प्रयास करने की जरूरत है। बीबीपुर जाटान के पूर्व सरपंच रमेश सैनी ने कहा कि सामाजिक जागरूकता के काम में वे अपना पूरा सहयोग करेंगे। हरियाली युवा संगठन के अध्यक्ष सूरजभान व युवा पुरस्कार विजेता नीरू ने पुस्तक से पुस्तकालय जन जागरूकता अभियान के तहत गांव-गांव में पुस्तकालयों के निर्माण की मांग उठाई। शिक्षा मंच के सलाहकार एवं हिन्दी प्राध्यापक दयाल चंद जास्ट ने कहा कि गांव के सावित्रीबाई फुले पुस्तकालय में इस तरह की अनेक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं, जिससे बच्चों में पढऩे की रूचि पैदा हो। प्रधान कैलाश चन्द ने आए अतिथियों का आभार-ज्ञापन किया। कार्यक्रम की शुरूआत निर्माणाधीन अंबेडकर भवन पर ध्वजारोहण व डॉ. अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित करने के साथ हुई।


शिवम ने दौड़ व महक ने चित्रकला प्रतियोगिता में पाया पहला स्थान-

इस मौके पर आयोजित सौ मीटर दौड़ में शिवम ने पहला, अनमोल ने दूसरा और अरमान ने तीसरा स्थान पाया। डॉ. अंबेडकर का चित्र बनाकर महक ने चित्रकला में पहला स्थान पाया। दिव्यांशी सरोये, आंचल, प्रीति, बीरू, हिमांशी सहित अनेक बच्चों ने बाबा साहब के जीवन पर आधारित भाषण, गीत, कविताएं प्रस्तुत की। इन बच्चों को मुख्य अतिथि डॉ. सुभाष चन्द्र, सत्यशोधक फाउंडेशन के प्रतिनिधि विकास साल्यान, गुरदीप, शिक्षा मंच के अध्यक्ष कैलाश चन्द, सचिव रामफल, कोषाध्यक्ष बलदेव राज, संयुक्त सचिव संजीव कुमार, सलाहकार राज कुमार, उपाध्यक्ष ईश्वर पाल ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। 

ये उपस्थित रहे-

इस मौके पर विवेक जास्ट, कृष्ण कुमार, गुलाब सिंह, रोशन लाल, राजकुमार, संदीप कुमार, सौरभ कुमार, ईश्वर, सोहन लाल, प्रदीप कुमार, श्यामो देवी, मीत रानी, गुंजन, अंजलि, रामदेई, पन्मेश्वरी, बतेरी देवी, संतोष, सीमा, पूनम, जसमेरो, रोशनी, पूजा, कृष्णा, महिंदरो, पूजा, सुनीता, देशराज, किशना राम, बिमला, रेखा, वन्दना, निशा व सार्थक सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।