समुदाय के सहयोग से ही सफल होगा साक्षरता कार्यक्रम: डॉ. गुरनाम
नवभारत साक्षरता अभियान को लेकर प्रधानाचार्यों की बैठक आयोजित
इन्द्री, 16 मई
स्थानीय खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में नवभारत साक्षरता अभियान के उल्लास कार्यक्रम को लेकर सीआरसी व प्रधानाचार्यों की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए बीईओ डॉ. गुरनाम मंढ़ाण ने कहा कि नवभारत साक्षरता अभियान राष्ट्रीय महत्व की योजना है, जिसमें शिक्षा से वंचित रह गए लोगों को पढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभियान के आगामी चरण में 30 मई तक स्कूलों को निरक्षरों का उल्लास एप के जरिये पंजीकरण करवाना है। उन्होंने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए समुदाय का सहयोग अत्यंत अनिवार्य है। जितना अधिक हम पंचायत, मौजिज लोगों व स्वयं सेवी संस्थाओं को अभियान में शामिल कर पाएंगे, उतना अधिक निरक्षरों की कवरेज ज्यादा होगी और उन्हें साक्षर बनाने का जिम्मेदारी भरा काम पूरा होगा। बैठक में उन्होंने नव पदोन्नत होकर प्रधनाचार्य बने कुलदीप सिंह व संजय कुमार का स्वागत किया। बैठक का संचालन करते हुए खंड संयोजक अंशुल ने साक्षरता अभियान की पूरी प्रक्रिया से अवगत करवाया। इस मौके पर प्रधानाचार्य सुमित्रा शर्मा, शेखर चन्द्र, शशी भूषण शर्मा, हजारी लाल श्योराण, डॉ. अशोक सैनी, रीना नरवाल, वंदना चावला, ज्योति खुराना, रणबीर व प्राध्यापक अरुण कैहरबा आदि मौजूद रहे।
शिक्षा का व्यापक माहौल बनाएगा साक्षरता कार्यक्रम: सैनी
संकुल स्तरीय बैठक में उल्लास कार्यक्रम की गतिविधियों पर की चर्चा
इन्द्री, 17 मई
इन्द्री के गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत संकुल स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में ब्याना संकुल के अंतर्गत आने वाले गांव बदरपुर, रंदौली, बीड़ माजरी व ब्याना स्कूल के सर्वेयर ने हिस्सा लिया। बैठक की अध्यक्षता संकुल संसाधन समन्वयक व स्कूल के प्रधानाचार्य राम कुमार सैनी ने की और संचालन हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने किया। बैठक में साक्षरता कार्यक्रम की आगामी गतिविधियों की योजना बनाई गई और स्कूल सुधार को लेकर चर्चा की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए सीआरसी राम कुमार सैनी ने कहा कि शिक्षा का व्यापक माहौल बनाने में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में किसी कारण से अनपढ़ रह गए बड़ों को साक्षर बनाने की चर्चा कर रहे हैं। इस चर्चा का बच्चों की शिक्षा पर भी सकारात्मक असर होना है।
अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि साक्षरता कार्यक्रम को सफल बनाने और निरक्षरों को पढ़ाने में विद्यार्थी स्वयंसेवी शिक्षक की भूमिका निभाते हुए शिक्षित समाज बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। निरक्षरों की पहचान करने और उनकी कक्षाएं लगाने में अपनी भूमिका निभाते हुए उन्हें अच्छा नागरिक बनने का प्रशिक्षण मिलेगा। बैठक में अध्यापक संजय कुमार, संजीव कुमार, विजय कुमार, बलिन्द्र कुमार सहित विभिन्न स्कूलों के अध्यापकों ने शिरकत की।
No comments:
Post a Comment