Wednesday, May 28, 2025

GUIDANCE BY PROFESSOR OF SUS COLLEGE IN GMSSSS BIANA

 जीवन में सफलता के लिए अंग्रेजी व हिन्दी विषय में करें विशेष मेहनत: डॉ. हरीश

शहीद उधम सिंह राजकीय महाविद्यालय के प्रोफसर ने विद्यार्थियों का किया मार्गदर्शन

बारहवीं के बाद शिक्षा के विकल्प एवं संभावनाएं विषय पर सेमिनार आयोजित

इन्द्री, 28 मई 

गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए शिक्षा के मार्ग में आगामी विकल्प एवं संभावनाएं विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में शहीद उधम सिंह राजकीय महाविद्यालय मटक माजरी इन्द्री में अंग्रेजी विभाग में प्रोफसर डॉ. हरीश कुमार ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम में बड़ौंदी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में समाजशास्त्र के प्राध्यापक डॉ. वीरेन्द्र राठी मुख्य रूप से मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी प्राध्यापक विनोद भारतीय व राजेश सैनी ने किया और अध्यक्षता हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने की।


डॉ. हरीश कुमार ने कहा कि उनका महाविद्यालय ग्रामीण क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का केन्द्र है। महाविद्यालय में इस समय अंडर ग्रेजुएट कोर्सिस में दाखिले के लिए आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। उनके कॉलेज में एनईपी-2020 के तहत परंपरागत यूजी कोर्सिस के अलावा बीसीए, बीजेएमसी, बीटीएम जैसे व्यावसायिक कोर्स भी हैं। इसके अलावा उन्होंने अंग्रेजी विषय में रूचि रखने वाले विद्यार्थियों को ऑनर्स कोर्स में दाखिला लेने के लिए  प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी और हिन्दी दोनों भाषाओं से संबंधित प्रश्र प्रतियोगी परीक्षाओं में आते हैं, इसलिए विद्यार्थियों को अपनी भाषाओं पर विशेष रूप से मेहनत करें। उन्होंने विद्यार्थियों के लिए 12वीं के बाद मिलने वाले विकल्पों से परिचित करवाया।

डॉ. वीरेन्द्र राठी ने कहा कि मटक माजरी कॉलेज में समाजशास्त्र विषय भी आ गया है। इसलिए यूजी कॉर्स में दाखिल होने वाले विद्यार्थी समाज शास्त्र विषय में भी बढ़ाई कर सकते हैं।


अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि जो विद्यार्थी जितना जल्दी अपना जीवन लक्ष्य निर्धारित कर लेते हैं, उन्हें ज्यादा सोचना नहीं पड़ता है। वे अपने लक्ष्य को पूरा करने की प्रक्रिया में मेहनत भी अधिक करते हैं। यदि लक्ष्य निर्धारित नहीं करेंगे तो इधर-उधर भटकने की संभावनाएं भी रहेंगी। उन्होंने विद्यार्थियों से अपने भाषाई कौशल निखारने का भी आह्वान किया।

विनोद भारतीय ने कहा कि कॉलेज शिक्षा का महत्वपूर्ण पड़ाव है। शिक्षा के सफर में जब विद्यार्थी कॉलेज तक पहुंचता है, तभी हमें आगे बढऩे की राह सूझती है। इसलिए विद्यार्थियों को स्कूली शिक्षा के बाद कॉलेज में जरूर जाना चाहिए। 

राजेश सैनी ने कहा कि भाषा की मजबूत नींव आगे बढऩे का आश्वासन है। विद्यार्थियों को हिन्दी के साथ-साथ अंग्रेजी विषय पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी अन्तर्राष्ट्रीय भाषा है। इसलिए यदि हम आगे बढऩा चाहते हैं तो विद्यार्थियों को अंग्रेजी भाषा में बोलने का अभ्यास करना चाहिए।





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