Thursday, June 6, 2024

TREE PLANTATION FESTIVAL IN GMS ISLAMNAGAR (KARNAL)

पोलिथीन व प्लास्टिक का कचरा पर्यावरण के लिए खतरा: बीएस मलिक

पर्यावरण संरक्षण और स्कूल सौंदर्यीकरण के संबंधों को किया जाएगा सशक्त: राजपाल

इस्लामनगर के सरकारी स्कूल में पौधारोपण-पौधापोषण उत्सव आयोजित

सेवानिवृत्त आईएएस व पूर्व डीईओ ने पौधारोपण करके की कार्यक्रम की शुरूआत

इन्द्री, 6 जून
गांव इस्लाम नगर स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में पौधारोपण-पौधापोषण उत्सव आयोजित किया गया। उत्सव में पूर्व उपायुक्त व सेवानिवृत्त आईएएस बीएस मलिक और पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी राजपाल चौधरी ने मुख्य अतिथि के रूप में पौधारोपण किया और उत्सव का शुभारंभ किया। ग्राम सरपंच संगीता देवी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। स्कूल अध्यापक पंकज कंबोज, सुनील कुमार, धर्मवीर लठवाल, अजैब सिंह, सतीश शर्मा, राजेंद्र कुमार ने आए अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में समाजसेवी दिलबाग लाठर, अध्यापक महिंद्र खेड़ा, अरुण कैहरबा, मान सिंह चंदेल,  सुरेश नगली, जसवंत बांकुरा, देवेंद्र देवा, जगदीश भादसों, रमेश खरक, विजय चोपड़ा, सबरेज अहमद, राजकुमार, कुलदीप रोहिला, सार्थक, सविता देवी और सोनिया देवी सहित अनेक लोगों ने अपना योगदान दिया। सरपंच व अध्यापकों ने आए अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों को भी विभिन्न प्रजातियों के पौधे वितरित किए गए।
अध्यापकों व पर्यावरण प्रेमियों को संबोधित करते हुए सेवानिवृत्त आईएएस बीएस मलिक ने कहा कि गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग ना किया जाना पर्यावरण के लिए काफी खतरनाक है। धरती पर बिखरे पोलिथीन व प्लास्टिक के कचरे ने धरती में पानी जाने के रास्तों को बंद कर दिया है। दूसरी तरफ मनुष्य द्वारा धरती के पानी का अंधाधुंध दोहन किया जा रहा है। बरसात का पानी पोलिथीन की परतों की वजह से नीचे नहीं जा पा रहा है। ऊपर से धरती पर पेड़ों का भी अंधाधुंध कटान किया गया है और निरंतर विकास परियोजनाओं के नाम पर यह कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि आज पर्यावरण कर्मियों को पौधे रोपने के साथ-साथ पर्यावरण के अन्य शत्रुओं के साथ भी लड़ाई लडऩी पड़ेगी।
सेवानिवृत्त डीईओ राजपाल चौधरी ने कहा कि पेड़ धरती का शृंगार हैं। पेड़ों के बिना धरती सुनसान हो जाएगी। पेड़ जहां बरसात लाने में सहायक होते हैं। वहीं गलोबल वार्मिंग व जलवायु परिवर्तन के साथ लड़ाई लडऩे वाले सशक्त सिपाही हैं। आज जरूरत इस बात की है कि पौधे लगाने के साथ-साथ उनका संरक्षण व पोषण करके उन्हें पेड़ बनाया जाए। उन्होंने कहा कि इस्लामनगर स्कूल और आसपास के स्कूलों के अध्यापकों की टीम जहां विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा प्रदान करते हुए उन्हें पर्यावरण संरक्षण के संस्कार दे रहे हैं, वहीं स्वयं भी स्कूलों में हरियाली को सौंदर्यीकरण का जरिया बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण व स्कूल सौंदर्यीकरण के अन्तर्संबंधों को और अधिक सशक्त किया जाएगा। 







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