Thursday, January 27, 2022

Republic Day celebrated in GHS Karera Khurd

 करेड़ा खुर्द स्कूल में धूमधाम से मनाया गणतंत्र दिवस

ध्वजारोहण के बाद विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के जरिये मोहा मन

यमुनानगर, 26 जनवरी

गांव करेड़ा खुर्द स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में गणतंत्र दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। मुख्याध्यापक विपिन कुमार मिश्रा, उच्च विद्यालय प्रबंधन कमेटी प्रधान जयवीर, प्राथमिक पाठशाला प्रधान रोशनी देवी ने मिलकर ध्वजारोहण किया। सभी ने ध्वज को सलामी दी। इस मौके पर हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, मौलिक मुख्याध्यापक विष्णु दत्त, पंजाबी अध्यापिका सुखिन्द्र कौर, संस्कृत अध्यापिका रजनी शास्त्री, विज्ञान अध्यापक विजय गर्ग, सामाजिक विज्ञान अध्यापिका राजरानी, प्राथमिक पाठशाला प्रभारी वीरेन्द्र कुमार, अध्यापक सुल्तान सिंह, वंदन शर्मा, कम्प्यूटर अध्यापिका डिंपल, एलए रवि कुमार सहित समस्त स्टाफ सदस्य और बहुत से अभिभावक व विद्यार्थी मौजूद रहे।


समारोह में यहाना, गरिमा, महक, रीतिक सहित अनेक विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। अतिथियों व अध्यापकों ने विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। मुख्याध्यापक विपिन मिश्रा ने कहा कि गणतंत्र दिवस देश का गौरवशाली पर्व है। इसी दिन देश का संविधान लागू हुआ था। उन्होंने कहा कि देश के गौरव को चार चांद तभी लगेंगे, जब सभी विद्यार्थी मन लगाकर शिक्षा ग्रहण करेंगे।


कार्यक्रम का संचालन करते हुए हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया, उनके बाद सभी ने उसे दोहराया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि अंग्रेजी दासता से मुक्ति पाने के लिए देशवासियों ने लंबी लड़ाई लड़ी। इस दौरान देशवासियों की एकजुटता और मिलीजुली संस्कृति और निखर कर आई। अनेक प्रतिभाओं ने अपने विचारों से एक अच्छे समाज और देश की परिकल्पना पेश की। अनेक लोगों ने बलिदान दिए। उस दौरान जो सपने देखे गए, उन सपनों, अपेक्षा, आकांक्षाओं और विचारों का लिखित दस्तावेज है भारतीय संविधान। संविधान की प्रस्तावना में हम भारत के लोग, लोकतंत्र, गणतंत्र, पंथ निरपेक्षता, सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक न्याय सहित अनेक शब्द गहरी बातों को व्यक्त करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को लोकतंत्र व गणतंत्र के अर्थ को विस्तार से बताते हुए कहा कि लोकतंत्र जनता का जनता के लिए और जनता द्वारा शासन है। लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है। गणतंत्र में देश का मुखिया जनता द्वारा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से चुना जाता है। दुनिया में कईं देश ऐसे हैं, जो लोकतांत्रिक तो हैं, लेकिन वे गणतंत्र नहीं हैं। देश का मुखिया वहां वंश परंपरा से आता है। लेकिन भारत देश लोकतंत्र भी है और गणतंत्र भी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की सफलता लोगों की शिक्षा पर निर्भर करती है। क्योंकि चुनावों के जरिये जनता को अपना भाज्य विधाता चुनना होता है।


मौलिक मुख्याध्यापक विष्णु दत्त ने कहा कि भारत का संविधान बनाने में डॉ. भीमराव अंबेडकर का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने समानता, बंधुता और न्याय पर आधारित समाज की स्थापना की कल्पना की है। उन्होंने गणतंत्र दिवस के अवसर पर डॉ. अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सफलता के लिए सभी को ईमानदारी, लगन, मेहनत व कर्तव्यनिष्ठा के साथ आगे बढऩा चाहिए।

पंजाबी अध्यापिका सुखिन्द्र कौर ने कहा कि कोरोना के दौर में सभी सुरक्षित रहें। जल्द ही देश से यह बला टले और स्कूल खुलें, ऐसी वे कामना करती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को घर पर रह कर भी मन लगा कर पढऩे का संदेश दिया। संस्कृत अध्यापिका रजनी शास्त्री ने कहा कि भारत देश की पहचान यहां की मिलीजुली संस्कृति से है। उन्होंने संस्कृति शब्द के गहरे अर्थों से विद्यार्थियों को परिचित करवाया। प्राथमिक शिक्षिका वंदना शर्मा ने तरन्नुम के साथ गीत गाया- ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ मेरे बिछड़े चमन, तुझपे दिल कुर्बान। 


प्रबंधन कमेटी प्रधान रोशनी देवी व जयवीर सिंह ने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए विद्यार्थियों को मन लगाकर पढऩे का संदेश दिया। आशा वर्कर एवं प्रबंधन कमेटी सदस्या मीनू ने 15 साल से ऊपर के सभी विद्यार्थियों को कोरोना वैक्सीन अवश्य लगवाने, अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने, स्कूल में मिलने वाली आयरन व एलबैंडाजोल की गोली अवश्य लेने का संदेश दिया। छात्रा यहाना ने अंगे्रजी भाषा में गणतंत्र दिवस के महत्व से अवगत करवाया। नौवीं कक्षा के विद्यार्थी रीतिक ने शायरी के जरिये देश देश के लिए काम करने का भाव व्यक्त किया।


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