कुरुक्षेत्र की सैनी धर्मशाला में 14-15 मार्च होगा हरियाणा सृजन उत्सव
इन्द्री के साहित्यकारों ने की बैठक, उत्सव को लेकर दर्शाया उत्साह
इन्द्री, 9 मार्च
स्थानीय राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में सृजन साहित्य मंच की बैठक आयोजित की गई। बैठक में देस हरियाणा और सत्यशोधक फाउंडेशन की तरफ से कुरुक्षेत्र की सैनी धर्मशाला में 14-15 मार्च को आयोजित होने वाले हरियाणा सृजन उत्सव की तैयारियों पर चर्चा की गई। बैठक में क्षेत्र के साहित्यकारों व कलाकारों ने हिस्सा लिया। सभी ने सृजन उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने और अन्य प्रबुद्ध नागरिकों व युवाओं को शामिल करने का उत्साह दिखाया। बैठक में देस हरियाणा के संपादक मंडल सदस्य अरुण कुमार कैहरबा, वरिष्ठ साहित्यकार दयाल चंद जास्ट, कवि नरेश मीत, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के अध्यक्ष मान सिंह चंदेल, अध्यापक तिलक राज, युवा कवयित्री अंजलि तुसंग, उर्वशी, सबरेज अहमद, बंसी लाल पिंगली, जसविन्द्र पटहेड़ा, कुलदीप सिंह, सार्थक ने हिस्सा लिया।
अरुण कैहरबा ने कहा कि हरियाणा के पास समृद्ध सांस्कृतिक-साहित्यिक विरासत है। हरियाणा प्रख्यात शायर मौलाना अल्ताफ़ हुसैन हाली, प्रसिद्ध पत्रकार व संपादक बाबू बालमुकुंद गुप्त, सूफी कवि बाबा फरीद, संत गरीबदास सहित अनेक रचनाकारों की साहित्य साधना स्थली है। उन्होंने कहा कि साहित्यक सांस्कृतिक परंपराओं और लोक जीवन की सृजनात्मकता को लेकर हरियाणा की नई पहचान गढ़ने का महत्वपूर्ण कार्य है। देस हरियाणा इस कार्य को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि 14-15 मार्च को कुरुक्षेत्र की सैनी धर्मशाला में चौथा हरियाणा सृजन उत्सव हो रहा है। इससे पहले हुए तीन सृजन उत्सवों में देश के जाने-माने साहित्यकारों, कलाकारों व समाज शास्त्रियों ने प्रदेश के रचनाकारों के साथ संवाद किया है। प्रदेश के रचनाकारों में सृजन उत्सव को लेकर खासा उत्साह है।दयाल चंद जास्ट ने 29 फरवरी और 1 मार्च को निकाली गई हरियाणा सृजन यात्रा के अनुभव सांझा करते हुए कहा कि यह यात्रा हरियाणा की खोज करने का प्रयास था, जिसमें प्रदेश भर के रचनाकारों को एक दूसरे से जानने और सीखने का अवसर मिला। सृजन उत्सव भी ऐसा ही अवसर होगा। उन्होंने रचनाकारों का सृजन उत्सव में सपरिवार शिरकत करने का आह्वान किया।
नरेश मीत ने रचनाकार के सामाजिक दायित्व पर चर्चा करते हुए कहा कि रचनाकार केवल समाज का मनोरंजन ही नहीं करता, बल्कि समाज का निर्माण भी करता है। उन्होंने सृजन उत्सव को सीखने का बेहतरीन अवसर बताया।
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