प्राथमिक सहायकों में सेवा भाव, संवेदनशीलता, सही जानकारी और अभ्यास का होना जरूरी है। दुर्घटना या आपदा की स्थिति में पीडि़तों को समय पर सुविधा व सेवा मिल सके, इसके लिए रैडक्रॉस सोसायटी व सेंट जॉन ऐंबूलेंस के तत्वावधान में समय-समय पर अनेक प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जाती हैं। स्कूलों व कॉलेजों में विद्यार्थियों को प्राथमिक सहायता का प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, ताकि समय आने पर जरूरतमंद लोगों की सहायता कर सकें। उन्होंने विद्यार्थियों को चोटिल होने, हड्डी टूटने व जलने की स्थिति में प्राथमिक सहायत देने और ऐंबूलेंस तक ले जाने के सही तरीकों से अवगत करवाया।
प्राथमिक सहायता प्राध्यापक वीरेन्द्र ने विद्यार्थियों को घायल को एक स्थान से दूसरे स्थान विशेष तौर से एंबूलेंस तक लेकर जाने के कौशिल सिखाते हुए कहा कि इन कौशलों का प्रयोग दुर्घटनाओं के समय आम तौर पर होता है। लेकिन कईं बार अनजान व्यक्ति घायल को एंबूलेंस तक लेकर जाते हुए नुकसान कर सकता है। कौशलों का सही इस्तेमाल करने से घायलों व चाटिल व्यक्तियों की जान बचाई जा सकती है।
हिन्दी प्राध्यापक अरुण कैहरबा ने बताया कि विद्यार्थियों ने जिला स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेना है। इस मौके पर सिखाए गए विद्यार्थियों के लिए जीवन और प्रतियोगिता दोनों के लिए उपयोगी हैं। उन्होंने डीटीओ व प्राध्यापक का स्कूल के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया।
जिला स्तरीय ऐंबूलेंस प्रतियोगिता आज-
डीटीओ सुनीता गुप्ता ने बताया कि 31 अक्तूबर को सेंट जॉन ऐंबूलेंस के तत्वावधान में जगाधरी स्थित राजकीय आदर्श व.मा. विद्यालय के प्रांगण में जिला स्तरीय एम्बूलैंस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। जिला स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम व द्वितीय आने वाली टीमें 17 से 19 नवंबर तक नारनौल में होने वाली प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेंगी।
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