कृमि से बचने के लिए खान-पान की अच्छी आदतें अपनाएं: अरुण कैहरबा
कृमि मुक्ति दिवस पर सभी विद्यार्थियों को खिलाई एलबेंडाजोल की गोली
इन्द्री, 26 अगस्त
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के उपलक्ष्य में उपस्थित सभी विद्यार्थियों को कृमि रोधी गोली-एलबेंडाजोल वितरित करके खिलाई गई। अध्यापकों और विद्यार्थियों ने एक साथ गोली मुंह में डाल कर चबाते हुए खाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य राम कुमार सैनी ने की और संचालन हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने किया। योजना की प्रभारी प्राध्यापिका सीमा ने सभी कक्षाओं के प्रभारियों को गोली वितरित करवाई। स्वास्थ्य विभाग से आशा वर्कर योगेश ने मौके पर उपस्थित होकर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।
इस मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा छह महीने में एक बार विद्यार्थियों को एलबेंडाजोल की गोली दी जाती है। ताकि पेट में पैदा हो जाने वाले कृमि से मुक्ति मिल सके। उन्होंने कहा कि अस्वच्छ वातावरण, अस्वच्छ चीजों को मुंह में डालने, उंगली या हाथ को बार-बार मुंह में डालने, जंक फूड का सेवन करने, घर के खाने से अधिक बाहर से खाद्य पदार्थ खाने आदि की आदतों के कारण पेट में कृमि पैदा हो जाते हैं। एक बार कृमि पैदा होने पर जो भी पोषाहार हम खाते हैं, उसका हमारे शरीर को लाभ नहीं मिल पाता। पोषाहार से पैदा हुआ सारा रस कृमि चट कर जाते हैं। इससे शरीर कमजोर होने लगता है। खून की कमी और कुपोषण की समस्या होने लगती है। इसका परिणाम यह होता है कि कोई भी काम करने का मन नहीं करता। पढऩे में भी मन नहीं लगता है। उन्होंने बताया कि सभी विद्यार्थियों को ना केवल एलबेंडाजोल लेने की जरूरत है, बल्कि सभी को स्वच्छता को अपनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि खान पान की अच्छी आदतों से हम कृमि से बचे रह सकते हैं। विद्यार्थियों को बाहर का खुले और अस्वच्छ वातावरण में बनाए गए और परोसे गए भोजन से बचना चाहिए।
इस मौके पर प्राध्यापक विनोद कुमार, बलविन्द्र सिंह, राजेश सैनी, विवेक शर्मा, स्वर्णजीत शर्मा, निशा कांबोज, अश्वनी कांबोज, मीना, संगीता, सोमपाल सहित सभी अध्यापक उपस्थित रहे।
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