टैब से सीखने-सिखाने की प्रक्रिया होगी सरल: बलवान
तकनीक साधन है, साध्य नहीं: अरुण
स्कूल में टैब वितरित किए
इन्द्री, 10 जून
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थियों व प्राध्यापकों को टैबलेट वितरित किए गए। प्रधानाचार्य बलवान सिंह की अध्यक्षता में टैब में सिम एक्टिवेट करके दिए गए। कार्यक्रम के आयोजन में प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, राजेश सैनी, सुदर्शन लाल, सतीश राणा, ईशा मुंजाल, सुनील कुमारी, बलराज कांबोज, सतीश कांबोज, ज्योति, ईशा, सीमा गोयल, निर्मलजीत सिंह, लिपिक आशीष कांबोज आदि का योगदान रहा। प्रधानाचार्य बलवान सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्कूलों में कम्प्यूटर व डिजीटल बोर्ड आदि का काफी लंबे समय से प्रयोग हो रहा है। लेकिन कोरोना काल ने ऑनलाइन शिक्षा की अहमियत का गहराई से अहसास करवाया। इसके बाद शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों को टैबलेट प्रदान करने का निर्णय लिया। यह निर्णय अब जमीनी स्तर पर लागू हो रहा है। प्राध्यापकों को भी विभाग द्वारा टैब दिए जा रहे हैं। इससे उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले समय में सीखने-सिखाने की प्रक्रिया और अधिक सहज व सरल हो पाएगी। प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि तकनीक साधन है, साध्य नहीं। तकनीकी उपकरणों का प्रयोग तभी सार्थक होगा, जब सीखने और सिखाने वाले सभी हौंसलों से लबरेज होंगे। उन्होंने कहा कि टैबलेट होने का से यह मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए कि हमें किताबों की जरूरत नहीं है। टैब में किताबों की सोफ्ट कॉपी है, जो हर स्थान पर हमें किताब पढऩे के लिए प्रेरित कर सकती है। टैब का होना किताबों और सीखने के प्रति हमारी जिज्ञासा और लगन को बढ़ाए, तभी इस सुविधा की अधिक सार्थकता होगी। पुस्तकालय प्रभारी राजेश सैनी ने टैब वितरण की सभी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए विद्यार्थियों को छुट्टियों के समय का सदुपयोग करने के लिए प्रेरित किया।
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