Saturday, October 6, 2012

GSSS-PATHERA LADKIYON SE SMVAD-2


शिक्षा समाज परिवर्तन का सशक्त औजार: लाजवीर। 

कहा: बच्चों को प्रगतिशील मूल्यों से लैस करता है अध्यापक। लड़कियों के साथ संवाद कार्यक्रम के तहत संगोष्ठी आयोजित।




इन्द्री, 6 अक्तूबर।                    

हरियाणा पंचायत एवं ग्राम विकास विभाग के महानिदेशक रहे सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी लाजवीर सिंह ने कहा कि शिक्षा समाज परिवर्तन का एक सशक्त औजार है। बच्चों को प्रगतिशील मूल्यों से लैस करने में अध्यापक अहम भूमिका निभाता है। उसकी इसी भूमिका के कारण से राष्ट्र-निर्माता की संज्ञा दी गई है। वे गांव पटहेड़ा स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय व राजकीय कन्या विद्यालय इन्द्री में लड़कियों के साथ संवाद कार्यक्रम के तहत आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। पटहेड़ा में संगोष्ठी की अध्यक्षता प्रिंसिपल रविन्द्र सचदेवा और संचालन हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार ने की तथा इन्द्री में कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रिंसिपल अंजू सरदाना ने की और संचालन रमेश शास्त्री ने किया।
लाजवीर सिंह ने कहा कि शिक्षक व शिष्य का रिश्ता केवल किताबों तक सीमित नहीं होता। उसे अपने जीवन का आदर्श प्रस्तुत करके विद्यार्थियों को प्रभावित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाती है। यह दुनिया को देखने के लिए मन की खिड़कियों को खोल देती है। शिक्षा से बच्चों में आत्मविश्वास जागृत होता है, जिससे वे अपने मन की बात कहने में सक्षम हो जाते हैं। देश में बढ़ती जा रही भ्रष्टाचार की समस्या पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार कैंसर की तरह है, जोकि प्राकृतिक रूप से सम्पन्न हमारे देश को पीछे की तरफ ले जा रहा है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार दो तरफा होता है। एक तरफ रिश्वत लेने वाला है, तो दूसरी तरफ अपना काम निकलवाने के लिए रिश्वत देने वाले लोग भी हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार मिटाने के लिए जनजागरूकता की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि लोग जल्दी व बिना प्रक्रिया पूरी किए काम करवाने के लिए दलालों के चक्कर में पड़ते हैं। उन्होंने बिजली चोरी की समस्या पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अपने लालच के लिए लोग कुंडी लगाकर बिजली चोरी करते हैं और कर्मचारियों को रिश्वत देकर अपने पैसे बचाने की काशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि लोभ-लालच व स्वार्थ की प्रवृत्ति के कारण बड़े-बड़े घोटाले किए जा रहे हैं। उन्होंने केरल प्रदेश के सामाजिक सूचकांकों से शिक्षा लेने का आह्वान करते हुए सामाजिक बुराईयों के विरूद्ध एकजुट होकर कार्रवाई करने का संदेा दिया। ग्यारहवीं की छात्रा नीतू व गीता द्वारा पूछे गए सवालों पर उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुए स्वयं में परिवर्तन के माध्यम से समाज परिवर्तन करने का सुझाव दिया। 

अध्यापक महिन्द्र कुमार ने कहा कि करनाल जिला के साक्षरता अभियान को दिशा देने में अतिरिक्त उपायुक्त के रूप में लाजवीर सिंह जी का महत्वपूर्ण योगदान हुआ करता था और अभियान के तहत बनी सांस्कृतिक टीमों का मार्गदर्शन करने में वे सभी अधिकारियों में अग्रणी रहते थे। राष्ट्रीय सेवा योजना से संबंधित टीम की छात्राओं ने जागरूकता गीतों के माध्यम से समां बांध दिया। इस मौके पर उषा कश्यप, सरोज, शैली, श्याम लाल, दयाल चंद, चन्द्रमणी, कुसम लता, रीना काम्बोज, सीमा, सरिता, सुनीता, ऊषा, जितेन्द्र, राम प्रकाश, महेश लाल, रमेश कुमार, उधम सिंह, सुमित्रा, संतोष, दीपशिखा, कविता, अभिसेठ, बुधराम, संदीप कुमार, उदय सिंह राणा उपस्थित रहे।

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