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उपमंडल के गांव कैहरबा में बुलबुल बाल मंच की बैठक आयोजित की गई। बैठक में मंच की सांस्कृतिक गतिविधियों की समीक्षा की गई और आगामी कार्ययोजना बनाई गई। मंच से जुड़े बालकों ने एकजुटता बढ़ाते हुए अपनी गतिविधियां तेज करने का निर्णय लिया। बैठक की अध्यक्षता एवं संचालन गोपाल व साक्षी ने किया।
बैठक शुरू होने पर कमलेश द्वारा तैयार की गई प्रगति रिपोर्ट पढ़ी गई और इस पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में संस्कृतिकर्मी अरुण कुमार ने अपनी साईकिल, बस की सवारी, पेड़ व गुलमोहर नाम की बाल कविताएं पढ़ कर सुनाई। उन्होंने कहा कि बच्चों को अपनी अनुभूतियों व अनुभवों को कलमबद्ध करना चाहिए ताकि अपने पूर्व के अनुभवों से लाभान्वित होते हुए मंच को मजबूत किया जाए और व्यक्तिगत विकास के रास्ते खोजे जाएं। उन्होंने अवरोधों के बावजूद आगे बढऩे वाली शख्सियतों के बारे में अधिकाधिक जानकारी प्राप्त करने और सीखने का आह्वान किया।
सामाजिक कार्यकर्ता गुरनाम देव व दीपमाला ने कहा कि पूर्व में आयोजित अपने कार्यक्रमों पर सारगर्भित टिप्पणी की। संयोजक गोपाल ने सर्दी की छुट्टियों में मिलजुल कर एक नए नाटक की तैयारी करने की जरूरत पर बल दिया। इस मौके पर मुकेश, बंसी, अभिषेक, रविन्द्र, सुमन, मंजीत, निशा, कमलेश, राजू, पूनम, प्रियंका, आर्यन, मुकेश, अमिता, बबली व खुशी उपस्थित रहे।
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