Monday, October 23, 2023

WALL MAGAZINE STARTED IN GMSSSS BIANA (KARNAL)

 स्कूली शिक्षा में नई पहल

भित्ति पत्रिका ‘बाल संगम’ की शुरूआत

पत्रिका देगी रचनात्मक अभिव्यक्ति को नए आयाम

वरिष्ठ साहित्यकार अशोक भाटिया ने किया स्वतंत्रता आंदोलन विशेषांक का विमोचन
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में भित्ति पत्रिका बाल संगम का विमोचन करते वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. अशोक भाटिया, हिन्दी प्राध्यापक अरुण कैहरबा, स्टाफ सदस्य व संपादक मंडल के विद्यार्थी सदस्य। 

इन्द्री, 23 अक्तूबर 

उपमंडल के गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बच्चों की रचनात्मक अभिव्यक्ति को नए पंख लगाने के लिए हिन्दी विभाग द्वारा भित्ति पत्रिका की शुरूआत की गई। बाल संगम के नाम की पाक्षिक भित्ति पत्रिका के पहले अंक का विमोचन वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. अशोक भाटिया ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने की और संचालन हिन्दी अध्यापक नरेश मीत ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए डॉ. अशोक भाटिया ने पत्रिका के पहले अंक के बाल संपादक मंडल सिमरण, दीपिका, वर्षा, कविता, खुशी, साक्षी, आरती,  प्रिया व मनप्रीत को अपनी किताबें-बालकांड-1 और बालकांड-2 भेंट कर सम्मानित किया।



मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. अशोक भाटिया ने कहा कि बच्चों की अभिव्यक्ति को निखारने और तराशने के लिए भित्ति पत्रिका की शुरूआत काफी अहम है। इससे बच्चों को रचनात्मक लेखन सीखने, रिपोर्ट, कहानी, संस्मरण, कविता सहित विभिन्न विधाओं में लिखने का मंच मिलेगा। उन्होंने कहा कि लिखने के लिए खास तरह की योग्यता की जरूरत नहीं होती है और ना ही इसके लिए बहुत भारी-भरकम शब्दों के भंडार की ही जरूरत होती है। लिखने के लिए हमें अपने आस-पास को गंभीरता व संवेदनशीलता के साथ देखने-समझने की जरूरत है। दूसरे शब्दों में कहें तो लिखने से हम अपनी भावनाओं और अनुभवों को आकार प्रदान करते हैं। उन्होंने अपनी खुद की पहली रचना के संस्मरण सुनाते हुए कहा कि वे उस समय बीए प्रथम वर्ष के छात्र थे। जब कॉलेज से लौटने पर उन्हें बहुत तेज भूख लगी हुई थी। खाना खाने से पहले मां द्वारा पिता को दुकान पर भोजन देने का दायित्व दिया गया। साइकिल पर सवार होकर तेजी से पिता को खाना देने जाते हुए उन्होंने देखा कि एक ट्रक ने एक व्यक्ति को कुचल दिया था। इस घटना को देखकर उनका दिल दहल गया। घर जाकर मां ने जब खाना दिया तो उन्हें भूख नहीं थी। इस आंखों देखे अनुभव को उन्होंने चार पंक्तियों में लिखा। वे पंक्तियां सरिता पत्रिका में प्रकाशित हुई थी। तब से उनके लेखन की शुरूआत हो गई थी।

डॉ. अशोक भाटिया ने कहा कि अपने आसपास समाज में होने वाले भेदभाव को हम लिख सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को अंधविश्वास से बचने और विवेकशील व तर्कसंगत दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया। व्याख्यान के बाद प्राध्यापक मुकेश खंडवाल, विद्यार्थी सुभाना चैहान व कनिष्का सहित कईं विद्यार्थियों ने सवाल किए, जिसके जवाब मुख्य वक्ता ने दिए। 

पत्रिका संरक्षक एवं मार्गदर्शक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि


भित्ति पत्रिका को तैयार करते हुए विद्यार्थियों को लिखने और संपादन के अनुभव प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि पत्रिका का मौजूदा अंक स्वतंत्रता आंदोलन विशेषांक है, जिसमें स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लेने वाले कवि माखनलाल चतुर्वेदी, नाना साहब की पुत्री देवी मैना पर लिखने वाली लेखिका चपला देवी, शहीद करतार सिंह सराभा, भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव, उधम सिंह, अशफाक उल्ला खां, रामप्रसाद बिस्मिल, महात्मा गांधी, डॉ. भीमराव अंबेडकर, प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, सरोजिनी नायडू सहित अनेक क्रांतिकारियों के चित्र, रचनाएं, प्रेरक प्रसंग और प्रेरक पंक्तियां हैं। जिन्हें विद्यार्थियों ने प्रस्तुत किया है और विद्यार्थियों ने संपादित किया है। आगामी अंक लड़कियों की शिक्षा पर आधारित होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि भित्ति पत्रिका सीखने का शानदार मंच बन कर उभरेगा। पत्रिका मार्गदर्शक नरेश मीत ने अपनी देखी घटनाओं पर लिखने के प्रसंग सुनाए और विद्यार्थियों को लिखने के लिए प्रेरित किया।

प्राध्यापक अरुण कैहरबा, सलिन्द्र कुमार, बलविन्द्र सिंह, नरेश मीत सहित समस्त स्टाफ ने डॉ. अशोक भाटिया को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। हिन्दी प्राध्यापक सलिन्द्र मंढ़ाण ने मुख्य अतिथि का आभार ज्ञापन करते हुए कहा कि डॉ. अशोक भाटिया के वक्तव्य से विद्यार्थियों ही नहीं अध्यापकों को भी लिखने की प्रेरणा मिली है। इस मौके पर अनिल पाल, राजेश सैनी, बलराज, विवेक कुमार, संदीप कुमार, दिनेश कुमार, महाबीर सिंह, नरेन्द्र कुमार, निशा कांबोज, सीमा गोयल उपस्थित रहे।  



 



JAGMARG 24-10-2023

DAINIK JAGRAN 24-10-2023

YUGMARG 24-10-2023

24-10-2023

Friday, October 20, 2023

SHANDAR PERFORMANCE OF GMSSSS BIANA IN CULTURAL FEST INDRI

 सांस्कृतिक उत्सव में मॉडल संस्कृति स्कूल ब्याना का सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन

चार प्रतियोगिताओं में पहला, एक-एक में दूसरा, तीसरा और सांत्वना पुरस्कार पाया

विद्यार्थियों का जोरदार अभिनंदन

इन्द्री, 20 अक्तूबर  

खंड स्तरीय सांस्कृतिक महोत्सव में गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन किया। स्कूल के विद्यार्थियों ने छठी से आठवीं कक्षा वर्ग और नौवीं से 12वीं कक्षा वर्ग में कुल 8 प्रतियोगिताओं में शिरकत की। जिनमें से चार प्रतियोगिताओं में प्रथम, एक में द्वितीय, एक में तृतीय तथा एक में सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। स्कूल में पहुंचने पर विजेताओं का जोरदार अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल प्रभारी डॉ. सुभाष भारती ने की और संचालन अर्थशास्त्र प्राध्यापक बलराज ने किया।

हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, हिन्दी अध्यापक नरेश कुमार मीत, गणित प्राध्यापिका सीमा गोयल व ब्यूटी एंड वेलनेस अनुदेशिका निशा कांबोज की अगुवाई में 48 विद्यार्थियों के दल ने खंड स्तरीय सांस्कृतिक महोत्सव में हिस्सा लिया। संगीत शिक्षक संजीव कुमार के निर्देशन में तैयार हुई गायन एवं नृत्य तथा अरुण कैहरबा के निर्देशन में तैयार हुई नाटक टीमों ने ऐसा शानदार प्रदर्शन किया। स्कूल के प्रदर्शन के आधार पर सांस्कृतिक महोत्सव के समापन समारोह की अध्यक्षता कर रही प्रधानाचार्या पूनम चौधरी ने ब्याना स्कूल को ओवरऑल विजेता घोषित किया।


 

कक्षा पांच से आठ और नौ से बारह कक्षा वर्ग की लघु नाटिका की प्रतियोगिता में ब्याना स्कूल की टीमों ने पहला स्थान प्राप्त किया। हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा के निर्देशन में छह से आठ कक्षा वर्ग के बाल कलाकार सुशांत, दीक्षित, रमनपाल, अंशुमन, अनिकेत, नैतिक पांचाल, नैतिक कश्यप व जतिन तथा नौ से 12 वर्ग में बॉबी, हर्षित, तुषार, रक्षित, अर्मित, मनीष कुमार, हर्षित व बादल की टीमों ने पहला स्थान हासिल किया। नौ से बारह वर्ग की रागनी में पायल ने शहीद उधम सिंह के जीवन पर आधारित रागनी पेश करके पहला स्थान पाया। छठी से आठवीं कक्षा गर्व के समूह लोक नृत्य में इशिका, तमन्ना, सिमरण, मुस्कान, रीतिका, महक आदि की विद्यार्थियों की टीम ने पहला स्थान पाया। ब्याना की छात्रा समिष्ठी ने रागनी में दूसरा स्थान पाया। एकल नृत्य में कक्षा नौवीं से बारहवीं वर्ग के हरियाणवी समूह नृत्य में रीतू, सृष्टि, श्वेता, साक्षी, नेहा, रीतिका, तनु, मानसी राणा, इशिका, दीक्षा, सानिया, मंतसा और महक की टीम ने सांत्वना पुरस्कार पाया। अध्यापकों ने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी।

इस मौके पर प्राध्यापक बलविन्द्र सिंह, विनोद भारतीय, अनिल पाल, राजेश सैनी, सलिन्द्र मंढ़ाण, संदीप कुमार, संजीव कुमार, सन्नी चहल, विवेक शर्मा, डॉ. महाबीर, रमन बग्गा व चन्द्रवती,  उपस्थित रहे।



JAGMARG 20-10-2023














JAGMARG 21-10-2023



Sunday, October 1, 2023

MERI MATI MERA DESH PRABHAT PHERI BY STS. & TRS. OG GMSSSS BIANA

इन्द्री क्षेत्र में साधु राम खेड़ा और आत्मा राम नन्हेड़ा ने लिया आजादी की लड़ाई में हिस्सा: अरुण

मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों ने निकाली रैली

हाथों में तिरंगा और स्वतंत्रता आंदोलन के नेताओं के चित्र लेकर गलियों में लगाए नारे

इन्द्री, 30 सितंबर
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत प्रभात फेरी निकाली गई। प्रभात फेरी के दौरान हाथ में तिरंगा और स्वतंत्रता आंदोलन के नेताओं और सेनानियों के चित्र लिए विद्यार्थियों ने सब रंगों का समावेश, भारत देश हमारा देश, इंकलाब ज़िंदाबाद, हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई, आपस में हैं भाई-भाई, भारत माता की जय, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस का नारा तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा, सरफरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है आदि नारे लगाए। 
प्रभात फेरी की अगुवाई हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, सलिन्द्र कुमार मंढ़ाण, संस्कृत प्राध्यापक संजीव कुमार, शारीरिक शिक्षा प्राध्यापक नरेंद्र कुमार, अंग्रेजी प्राध्यापक बृजेश वत्स, हिन्दी अध्यापक नरेश मीत, संगीत शिक्षक संजीव कुमार ने की। स्कूल में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि आजादी की लड़ाई में अनेक लोगों ने हंसते -हंसते प्राणों की आहुति दी थी। अनेक प्रकार की यातनाएं सही। इन्द्री क्षेत्र की बात करें तो गांव खेड़ा से साधू राम और गांव नन्हेड़ा से आत्मा राम का नाम आजादी की लड़ाई में विशेष रूप से उभर कर आता है, जो स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए जेल में गए। आजादी के बाद भी उन्होंने समाज सुधार के अनेक कार्य किए। उन्होंने कहा कि गांव ब्याना से भरत सिंह नंबरदार ने शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया। स्कूल को अपग्रेड करवाने के लिए काम किया और स्कूल में भवन निर्माण के लिए आर्थिक सहयोग किया। 
इस मौके पर वरिष्ठ प्राध्यापक सतीश राणा, विनोद भारतीय, अनिल पाल, सन्नी चहल, संदीप कुमार, मुकेश खंडवाल, राजेश सैनी, राजेश कुमार, दिनेश कुमार, बलराज, विवेक शर्मा, सतीश कांबोज, विनोद कुमार, डॉ. महाबीर सिंह आदि उपस्थित रहे।






JAG MARG 1-10-2023

DAINIK BHASKAR 1-10-2023