Thursday, April 6, 2023
BEO ANJU SARDANA & CMGGA JINSON GEORGE VISITED GMSSSS BIANA (KARNAL)
सीएमजीजीए जिनसन जाॅर्ज ने ई-अधिगम योजना के प्रभावों पर विद्यार्थियों से की चर्चा
Monday, April 3, 2023
ADMISSION FEST IN GMSSSS BIANA (KARNAL)
डर दूर करके साहसी बनाती है शिक्षा: अरुण कैहरबा
रा.मॉ.सं.व.मा. विद्यालय ब्याना में प्रवेश उत्सव की धूम
नए आए विद्यार्थियों का किया स्वागत, उन्हें स्कूल परिसर से परिचित करायाफोटो- कैप्शन:- गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में प्रवेश उत्सव के दौरान नए आए विद्यार्थियों का स्वागत करते कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा व अध्यापक।
इन्द्री, 3 अप्रैल
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में प्रवेश उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। प्राथमिक पाठशाला से पांचवीं कक्षा पास कर चुके विद्यार्थियों को छठी कक्षा में कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा, अंग्रेजी प्राध्यापक राजेश सैनी, हिन्दी अध्यापक नरेश मीत लेकर आए। प्राथमिक शिक्षिका कविता ने अपने विद्यार्थियों को विदाई दी। वहीं वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थियों ने तालियों की गडग़ड़ाहट के साथ विद्यार्थियों का स्वागत किया। स्कूल में आयोजित समारोह में कईं विद्यालयों से आए विद्यार्थियों ने अपना परिचय दिया और अध्यापकों व विद्यार्थियों ने उनका स्वागत किया। समारोह का संचालन नरेश मीत ने किया।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कार्यकारी प्रधानाचार्य अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ब्याना खंड इन्द्री का एकमात्र अंग्रेजी माध्यम का सरकारी स्कूल है। यह स्कूल अपनी स्थापना के समय से ही जाना जाता है। अंग्रेजी शासनकाल में तब स्कूल की शुरूआत हुई थी, जब पूरे इन्द्री, लाडवा व रादौर तक में स्कूल नहीं होता था। उन्होंने कहा कि स्कूल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और पाठ्यसहगामी गतिविधियों के लिए जाना जाता है। यही कारण है कि यहां पर 30 से अधिक गांवों के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं। उन्होंने स्कूल के पुराने विद्यार्थियों से कहा कि वे नए विद्यार्थियों का सहयोग करें। नए विद्यार्थियों को शौचालय, खेल के मैदान, कार्यालय, प्रयोगशाला, पुस्तकालय में पहुंचने में किसी तरह की दिक्कत नहीं आनी चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि स्कूल में आयोजित होने वाली गतिविधियों में सक्रिय हिस्सेदारी करें। स्टेज पर आने में संकोच ना करें। किसी भी विद्यार्थी को यदि कोई दिक्कत आए तो उसके बारे में अध्यापकों से चर्चा ना करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा डर दूर करती है और हमें साहसी बनाती है। उन्होंने कहा कि सवाल पूछने और सीखने में डर का कोई काम नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी को भी गलत कार्य करते हुए डरना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को स्वच्छता बनाए रखने का संदेश भी दिया।
इतिहास प्राध्यापक सतीश कांबोज व अंग्रेजी प्राध्यापक राजेश सैनी ने कहा कि शुरू से ही अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने वालों को कभी निराशा नहीं होती। समय का सदुपयोग करके ही हम सफलता की सीढ़ी पर आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने नए सत्र में विद्यार्थियों को नई उपलब्धियां अपने नाम करने की शुभकामनाएं दी। इस मौके पर प्राध्यापक सुभाष चन्द, सतीश राणा, संजीव कुमार, सन्नी चहल, सलिन्द्र कुमार, दिनेश कुमार, बलराज, संदीप कुमार, मुकेश खंडवाल, अनिल पाल, गोपाल दास, विनोद कुमार, विवेक कुमार, महाबीर सिंह, सीमा गोयल, चन्द्रवती उपस्थित रहे।