Tuesday, June 3, 2025

INDIAN LANGUAGE SUMMER CAMP DAY-2 IN GMSSSS BIANA (KARNAL)

भारतीय भाषा समर कैंप का दूसरा दिन

गायन, नृत्य, चित्रकला के माध्यम से विद्यार्थियों ने उठाया सीखने का आनंद

हिन्दी, अंग्रेजी व पंजाबी भाषा में सीखे अभिव्यक्ति के कौशल

इन्द्री, 3 जून 

गांव ब्याना के राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आयोजित किए जा रहे भारतीय भाषा समर कैंप के दूसरे दिन विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों ने आनंद के साथ सीखने का लाभ उठाया। शिविर में गायन, नृत्य, पेंटिंग, हिन्दी, अंग्रेजी व पंजाबी भाषाओं की गतिविधियां आयोजित की गई। प्रधानाचार्य राम कुमार सैनी के मार्गदर्शन में गतिविधियों का संचालन हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, अंग्रेजी प्राध्यापक व कैंप प्रभारी राजेश सैनी, संगीत प्राध्यापक अश्वनी भाटिया, पंजाबी प्राध्यापिका स्वर्णजीत शर्मा, अंग्रेजी अध्यापक अश्वनी कांबोज, हिन्दी अध्यापक नरेश मीत, संस्कृत अध्यापक सोमपाल ने किया।


कार्यक्रम की शुरूआत हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने की। उन्होंने विश्वास गीत गाया और सभी अध्यापकों व विद्यार्थियों ने साथ-साथ गाया। इसके बाद अंग्रेजी अध्यापक अश्वनी कांबोज ने अंग्रेजी व्यापक व मौखिक अभिव्यक्ति कौशलों का विद्यार्थियों को अभ्यास करवाया। संगीत प्राध्यापक अश्वनी भाटिया ने विद्यार्थियों के एक समूह को गायन और नृत्य का अभ्यास करवाया। पंजाबी प्राध्यापिका स्वर्णजीत शर्मा ने विद्यार्थियों को पेंटिंग करवाई।
समापन समारोह में विद्यार्थियों ने नृत्य प्रस्तुत करके सबका मन मोह लिया। शिविर के दूसरे दिन की गतिविधियों का चरम बिंदू तब आया, जब विद्यार्थियों के समूह के साथ संगीत प्राध्यापक अश्वनी भाटिया ने नृत्य करके सबको अपना कायल बना लिया।

अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि संगीत व कलाएं हमें संकीर्णताओं और भेदभाव से ऊपर उठाकर सच्चा इन्सान बनाती हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी लैंगिक, जातीय व साम्प्रदायिक संकीर्णताओं को ढ़ोता रहता है। इसमें यह तय होता है कि यह काम महिलाओं का है और यह काम पुरूषों का है। जबकि कलात्मक अभिव्यक्ति के दौरान कलाकार की लैंगिक पहचान समाप्त हो जाती है। कलात्मक और सृजनात्मक अभिव्यक्ति मनुष्य को मानवता का अहसास करवाती है। इस प्रक्रिया में कलाकार तो बदलता ही है, साथ ही दर्शक व श्रोता भी अपने भीतर बदलाव महसूस करते हैं। उन्होंने संगीत प्राध्यापक अश्वनी भाटिया की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे एक अच्छे कलाकार हैं। शिविर में प्राध्यापक व विद्यार्थियों की सामूहिक प्रस्तुति शिविर ही नहीं स्कूल के इतिहास की बेहतरीन प्रस्तुति रही है। अश्वनी भाटिया ने शिविर प्रतिभागी तनवी को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

कैंप के नोडल अधिकारी राजेश सैनी ने कहा कि शिविर में विद्यार्थियों को आनंददायी ढ़ंग से सीखने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों को नियमित रूप से 8 जून तक आने और गतिविधियों में सक्रिय हिस्सेदारी का आह्वान करते कहा कि शिविर में उन्हीं विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र मिलेगा, जोकि हर रोज आएगा। उन्होंने कहा कि अध्यापकों व विद्यार्थियों की सामूहिक ऊर्जा ही शिविर की सफलता का आधार बनेगी।  









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