पर्यावरण व स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है गाजर घास: धर्मपाल चौधरी
बीईओ के नेतृत्व में गोरगढ़ के राजकीय स्कूल में चलाया गाजर घास उन्मूलन अभियान
इन्द्री, 21 जून
खंड शिक्षा अधिकारी धर्मपाल चौधरी की अगुवाई में गाजर घास उन्मूलन अभियान लगातार जारी है। छुट्टियों के बावजूद खंड शिक्षा अधिकारी धर्मपाल चौधरी व उनकी पर्यावरण संरक्षण टीम के सदस्य प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, प्राथमिक शिक्षक महिन्द्र कुमार व धर्मवीर लठवाल गांव गोरगढ़ स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में पहुंचे और गाजर घास को जड़ से उखाडऩे का कार्य किया। गांव के सरपंच इन्द्रजीत सिंह व स्कूल के समस्त स्टाफ सदस्यों ने भी अभियान में शिरकत की। सरपंच व गांव के पर्यावरण प्रेमी मुल्तान चोपड़ा ने गांव में पहुंचने पर बीईओ का जोरदार स्वागत किया।
बीईओ धर्मपाल चौधरी ने गाजर घास पर्यावरण व स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायी है। इससे श्वास व एलर्जी की अनेक प्रकार की बिमारियां फैलती हैं। यही कारण है कि स्कूलों में गाजर घास के उन्मूलन का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूलों के देश का भविष्य शिक्षा ग्रहण करता है। ऐसे में स्कूल परिसरों में गाजर घास होना बहुत चिंताजनक है। लेकिन इसे एक बार में ही खत्म नहीं किया जा सकता। क्योंकि इसके फूलों से असंख्य पौधे हो जाते हैं। उन्होंने अध्यापकों को निर्देश दिया कि फूल आने से पहले ही गाजर घास के पौधों को समाप्त किया जाए। फूलों वाले पौधों को भी जड़ से उखाड़ कर नष्ट किया जाना जरूरी है। गांव के सरपंच इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि स्कूल में गाजर घास के साथ-साथ स्वच्छता के काम में पंचायत पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत स्कूल में मजदूर लगवाकर बीईओ साहब के द्वारा शुरू किए गए अभियान को आगे बढ़ाया जाएगा।
No comments:
Post a Comment