अध्यापकों की कुशलता से निखरेंगे सरकारी स्कूल: धर्मपाल चौधरी
पांच दिवसीय अध्यापक प्रशिक्षण कार्यशाला सम्पन्न
217 प्राथमिक शिक्षकों ने लिया प्रशिक्षण
डाइट प्राध्यापकों ने सौंपे प्रमाण-पत्र
बीईओ धर्मपाल चौधरी ने कहा कि शिक्षण और प्रशिक्षण का गहरा संबंध है। सेवापूर्व अध्यापक प्रशिक्षण अध्यापक बनने में मदद करता है। वहीं सेवाकालीन प्रशिक्षण अध्यापकों के अध्यापन की चुनौतियों को समझने और उनका सामना करने में सहायक होता है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति-2020 और एफएलएन के तहत आयोजित प्राथमिक शिक्षकों की पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला अध्यापकों को एक मंच पर लाने के साथ-साथ बच्चों, स्कूल व शिक्षा को केन्द्र में रख कर आपसी संवाद स्थापित करने में कामयाब रही है। इसके अलावा विद्वान प्रशिक्षकों के ज्ञान और अनुभव का भी अध्यापकों को फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इन्द्री क्षेत्र के स्कूल अध्यापकों की कुशलता से और अधिक निखरेंगे। उन्होंने अध्यापकों को अपने स्कूल की कमियों को दूर करने और समुदाय के साथ बेहतर तालमेल बनाने का संदेश दिया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण कार्यशाला में खंड के 217 अध्यापकों ने पांच समूहों में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इस मौके पर प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा, महिन्द्र कुमार, बीआरपी डॉ. रविन्द्र शिल्पी, कविता रानी, पूजा गर्ग, निशा कांबोज, नीतू कांबोज, पूजा देवी, सुखविन्द्र, मोनिका, युगल किशोर, सुनंदा शर्मा, अनुपमा, रीना रानी, प्रियंका, सविता कांबोज, अजैब सिंह, डॉ. जसविन्द्र सिंह, विक्रम सिंह, सबरेज अहमद, अश्वनी भाटिया, प्रवीन कुमार, मान सिंह सहित अनेक अध्यापक उपस्थित रहे।