Neem Tree Plantation in 3 Villages Biana, Badarpur & Muradgarh
साल में 700 किलोग्राम ऑक्सीजन का उत्सर्जन करता है एक पेड़: अरुण
गांव ब्याना, बदरपुर व मुरादगढ़ में चलाया पौधारोपण अभियान
नीम के पौधे रोपे
इन्द्री, 11 जुलाई अध्यापकों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उपमंडल के गांव ब्याना, बदरपुर व मुरादगढ़ में पौधारोपण अभियान चलाया। सामाजिक कार्यकर्ता व अध्यापक अरुण कुमार कैहरबा और नरेश कुमार मीत की अगुवाई में नीम के पौधे रोपे गए और पौधों के संरक्षण का संकल्प लिया गया। गांव ब्याना स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व सरदार वल्लभ भाई पटेल पुस्तकालय में समाजसेवी महिन्द्र गोयल, प्राध्यापक राजेश सैनी, हैल्थ सुपरवाईजर सुशीला देवी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सलिन्द्रो देवी, राजवंती, सुरेशो देवी, सुमिता, पुस्तकालय के पाठक आकाश, गुलशन व फैनी ने पौधरोपण में हिस्सा लिया। गांव बदरपुर में करनाल-यमुनानगर वाया गढ़ीबीरबल मार्ग के किनारे दुकान के साथ तर्कशील सोसायटी से जुड़े नंबरदार जयदेव आर्य, गुलशन खान, सूबे सिंह, राकेश कांबोज, जसपाल कांबोज, रविन्द्र कुमार ने पौधारोपण किया। गांव मुरादगढ़ स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में प्राध्यापक बलराज कांबोज, स्कूल कर्मचारी महेन्द्र सिंह व बच्चों ने पौधारोपण अभियान में हिस्सा लिया। अरुण कैहरबा व नरेश मीत ने कहा कि वे गाड़ी में नीम के पौधे लेकर निकले थे। बाढ़ क्षेत्र में लोगों का हालचाल जानने के साथ लोगों के साथ मिलकर पौधे रोपे गए। समाजसेवी महेन्द्र गोयल, नंबरदार जयदेव आर्य, प्राध्यापक राजेश सैनी व बलराज कांबोज ने कहा कि पेड़ पर्यावरण संरक्षण के ध्वजवाहक व प्रतीक हैं। पेड़ पौधे लोगों में एकता की संस्कृति को बढ़ावा देते हैं। पेड़ जीवन के लिए जरूरी है। लेकिन मनुष्य विकास के नाम पर पेड़ों की बली दे रहा है। ऐसे में अधिक से अधिक पौधों का लगाया जाना और उन्हें बड़ा करना जरूरी है।
अरुण कैहरबा ने बताया कि एक सामान्य पेड़ साल भर में 20 किलो धूल सोखता है। 20 टन कार्बन डायऑक्साइड को सोखता है। 700 किलोग्राम ऑक्सीजन का उत्सर्जन करता है। एक लाख वर्ग मीटर दूषित हवा को फिल्टर करता है। गर्मियों में पेड़ चार डिग्री तक तापमान को कम करता है। शोर को सोखता है। इसके अलावा पेड़ से जो हमें मिलता है, उसे सभी जानते हैं। पेड़ बचेगा तो जीवन बचेगा।
No comments:
Post a Comment