भाषा सीखने के साथ ही अभिव्यक्ति निखारें विद्यार्थी: राम कुमार
वाद-विवाद प्रतियोगिता में अस्मिता ने पाया पहला स्थान
अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर कार्यक्रम में अनेक विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा
इन्द्री, 22 फरवरी
गांव
ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में
अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस उत्साहपूर्वक आयोजित किया गया। इस मौके पर
विद्यार्थियों में विभिन्न विषयों पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया
गया, जिसमें अनेक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता
प्रधानाचार्य राम कुमार सैनी ने की। संयोजन व संचालन हिन्दी प्राध्यापक
अरुण कुमार कैहरबा व हिन्दी अध्यापक नरेश मीत ने किया। वाद-विवाद
प्रतियोगिता में अस्मिता ने पहला, अदिति ने दूसरा और अनम ने तीसरा स्थान
प्राप्त किया। प्रतियोगिता में उदित, तरुण, समिष्टि, मन्नत, चारु, पार्थ,
मनप्रीत की प्रस्तुतियों को भी पसंद किया। सभी को प्रधानाचार्य ने पुरस्कार
देकर सम्मानित किया। समारोह में खंड स्तरीय पढ़े भारत-बढ़े भारत पठन वर्धन
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी देवांशी, यशवी,
सिमरण, अंशिका, पार्थ, मनप्रीत, चारू, मानसी, जिज्ञांश व वंशिका को भी
सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्राध्यापक बलविन्द्र सिंह, अश्वनी
कांबोज, निशा कांबोज, संगीता शर्मा, सोमपाल व रमन सैनी ने विद्यार्थियों का
मार्गदर्शन किया। प्रधानाचार्य राम कुमार सैनी ने कहा कि भाषा अभिव्यक्ति
का माध्यम है। अभिव्यक्ति बिना यह संसार सूना है। विद्यार्थियों को भाषा
सीखने के साथ ही अपनी अभिव्यक्ति निखारने की दिशा में काम करना चाहिए।
प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि भाषा के जरिये ही हमारी बौद्धिक
भूख शांत होती है। जब विद्वान लोग व बड़े बुजुर्ग अपने विचारों से हमारा
मार्गदर्शन करते हैं तो हम समृद्ध होते हैं। उन्होंने कहा कि किताबें ज्ञान
व विचारों का स्रोत हैं, जिनके साथ दोस्ती करना सदा फलदायी होता है।
अध्यापक नरेश मीत ने कहा कि मातृभाषा हमारे मन के रोम-रोम में बस जाती है,
जिसमें हम अपनी भावनाएं व्यक्त करते हैं। अपनी भाषा में अपनी बात रखने में
हमें संकोच नहीं करना चाहिए। बलविन्द्र सिंह व अश्वनी कांबोज ने कहा कि
विचारों की अहमियत तब है, जब हम उसे ग्रहण करके जीवन में अपनाएं।
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