Saturday, March 30, 2024

ANNUAL RESULT ANNONCED IN GMSSSS BIANA (KARNAL)

 तुषांत, सानिया व सिमरण ने नौवीं के अलग-अलग समूहों में पाया पहला स्थान

पंकज, अंशु, नेहा व रिया 11वीं में रहे प्रथम

रा.मॉ.सं.व.मा. विद्यालय ब्याना में वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित
ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में विभिन्न कक्षाओं के प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी अपने अध्यापकों के साथ। 

इन्द्री 30 मार्च

गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में नॉन बोर्ड कक्षाओं का वार्षिक परिणाम घोषित किया गया। समारोह में विद्यार्थियों के साथ बड़ी संख्या में अभिावकों ने हिस्सा लिया। उत्कृष्ट परिणाम वाले विद्यार्थियों को स्कूल की तरफ से स्कूल मुखिया सुभाष भारती, प्राध्यापक अरुण कुमार व सतीश राणा ने स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। विद्यार्थियों व अभिभावकों ने बहुत ही आकर्षक सैल्फी कॉर्नर में फोटो खिंचाई। कार्यक्रम के आयोजन में प्राध्यापक राजेश कुमार, विवेक कुमार, संदीप कुमार, विनोद कुमार व संजीव कुमार ने अहम भूमिका निभाई। मंच संचालन प्राध्यापक मुकेश खंडवाल ने किया। घोषित परिणामों के अनुसार नौवीं-ए कक्षा में तुषांत ने पहला, तनु ने दूसरा और प्राणिक ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। नौवीं-बी में सानिया प्रथम, भावना द्वितीय और आरती तृतीय स्थान पर रही। नौवीं-सी में सिमरण ने पहला, खुशी ने दूसरा और दीपिका ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। 11वीं-ए में नेहा देवी ने प्रथम, कृष्ण ने द्वितीय और ऋतु ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 11वीं-बी में रिया, तनु और मानसी तथा 11वीं-सी कॉमर्स में अंशु, दुर्गेश व यशप्रीत तथा 11वीं-डी विज्ञान में पंकज, श£ोक कुमार व जीवेश ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। आठवीं-ए में कृति ने पहला, देवांशी ने दूसरा तथा दिव्या ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। आठवीं में प्राची ने पहला, रुचि ने दूसरा और देवांशु ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। सातवीं-ए में अंशिका, कृतिका और परी सैनी ने क्रमश: पहले तीन स्थानों पर कब्जा कर लिया। छठी-ए में परमीत व याविका ने पहला, संध्या ने दूसरा और मानसी ने तीसरा स्थान पाया। अध्यापकों ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं प्रेषित की और बताया कि एक अप्रैल से नए सत्र की शुरूआत होगी।

इस मौके पर प्राध्यापक विनोद भारती, बलविन्द्र सिंह, बलराज सिंह, राजेश सैनी, सलिन्द्र कुमार, महेश कुमार, मुकेश खंडवाल, दिनेश कुमार, विनोद कुमार, संदीप कुमार, अनिल कुमार, विवेक कुमार, सीमा गोयल, गोपाल दास, सन्नी चहल, अश्वनी भाटिया, नरेश मीत, रमन बगगा, निशा, निर्मल सिंह, बिट्टू सिंह, रमन सैनी, संगीता, मीना कुमारी, विनीत सैनी, कुलदीप सिंह उपस्थित रहे।
















 

Wednesday, March 13, 2024

पुस्तक समीक्षा - ‘आधी दुनिया पूरा आसमान’ उपन्यास


 

HINDI SPELLING IMPROVEMENT WORKSHOP

 वर्तनी सुधार कार्यशाला रिपोर्ट

शुद्ध वर्तनी लिखित भाषा का आधार और शृंगार: अरुण कैहरबा

कहा: पढऩे-लिखने की आदत में कमी के कारण बढ़ रही हैं वर्तनी की त्रुटियाँ

विद्यार्थियों की वर्तनी त्रुटियों में सुधार के लिए करवाया अभ्यास

गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आयोजित वर्तनी सुधार कार्यशाला में सक्रिय हिस्सेदारी करने वाले विद्यार्थियों के साथ हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा व नरेश मीत। 

करनाल जिला के गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए हिन्दी वर्तनी सुधार कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला का संयोजन हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा व हिन्दी अध्यापक नरेश कुमार मीत द्वारा किया जा रहा है। 13 मार्च, 2024 को कार्यशाला की शुरूआत करते हुए हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने कहा कि उच्चारण मौखिक भाषा और वर्तनी लिखित भाषा का मुख्य आधार और शृंगार है। उच्चारण एवं वर्तनी शुद्ध होने पर हमारी भाषा अच्छी होती है। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी शुद्ध भाषा में लिखते हैं, उनके लिखित परीक्षाओं में भी अच्छे अंक आते हैं। उन्होंने कहा कि पढऩे और लिखने की आदत के निरंतर होते ह्रास के कारण विद्यार्थियों में वर्तनी की त्रुटियाँ अधिक पाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इन त्रुटियों को कम करने और भाषा में सुधार करने के लिए इस प्रकार की कार्यशालाओं का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि वर्तनी में सुधार के लिए विद्यार्थियों को सचेत रूप से प्रयास करने चाहिएं। उन्होंने कहा कि जब हम पढ़ते हैं तो शब्दों के चित्र हमारे मानस पटल पर अंकित होते हैं। यदि ये चित्र स्पष्ट ना हों तो वर्तनी की अशुद्धियाँ ज्यादा होती हैं। इन अशुद्धियों को दूर करने और स्पष्ट चित्र बनाने के लिए विद्यार्थियों को नए शब्दों को लिख कर देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि शुद्ध वर्तनी का रास्ता अभ्यास से होकर गुजरता है। अरुण कैहरबा ने कहा कि हिन्दी में अनेक प्रकार की वर्तनी संबंधी अशुद्धियां विद्यार्थियों द्वारा की जाती हैं। अशुद्ध वर्ण आकृति, गलत स्थान पर अनुस्वार व अनुनासिक, मात्राओं संबंधी अशुद्धियाँ, र व ऋ का गलत प्रयोग आदि मुख्य रूप से पाई जाने वाली अशुद्धियाँ हैं। उन्होंने कहा कि आज कल मोबाइल व सोशल मीडिया पर हिन्दी लिखते हुए अनेक प्रकार की अशुद्धियाँ आम हो गई हैं। ये अशुद्धियां लेखन का हिस्सा बनती जा रही हैं। इन अशुद्धियों में सुधार करके ही हम अपनी लिखित भाषा में सुधार कर सकते हैं। नरेश कुमार मीत ने विद्यार्थियों को विभिन्न शब्दों का अभ्यास करवाते हुए कहा कि सुंदर लिखाई और शुद्ध वर्तनी लिखित भाषा का शृंगार है। जैसे हमें शृंगार करने के लिए मेहनत करनी होती है, वैसे ही भाषा के शृंगार के लिए भी मेहनत करनी होगी। 

हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा के साथ छठी कक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थी।

प्रतियोगिता में कृतिका ने पहला और प्राची ने दूसरा स्थान पाया-
गांव ब्याना स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में वर्तनी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर आई कृतिका और द्वितीय स्थान पर आई प्राची को सम्मानित करते हिन्दी प्राध्यापक अरुण कैहरबा व हिन्दी अध्यापक नरेश मीत।

कार्यशाला के शुरू में 20 शब्दों की वर्तनी पर आधारित एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। छठी कक्षा की प्रतियोगिता में कोशल ने पहला, खुशप्रीत ने दूसरा और तनवी, रूही, आदि कुमार ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। सभी कक्षाओं में कृतिका ने पहला और प्राची ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। दोनों छात्राओं को अरुण कैहरबा व नरेश मीत द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा सातवीं व आठवीं में खुश्बू ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। रीतू, राधिका, भूमिका, हिमांशी, परी, नैतिक व देवांशी ने अच्छा प्रदर्शन किया।

AMBALA COVERAGE 13-3-2024