हमारे आस-पास बिखरी कईं कहानियां: अरुण कैहरबा
विद्यार्थियों ने सुनाई स्वरचित कहानियां
विपुला स्मृति कहानी लेखन प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर लिया हिस्सा
चुनिंदा बाल कहानीकारों की कार्यशाला आयोजित
यमुनानगर, 22 सितंबर
सत्यशोधक फाउंडेशन की संस्थापक एवं शिक्षा विभाग में प्राध्यापिका श्रीमती विपुला जी की स्मृति में गांव करेड़ा खुर्द स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में बच्चों की रचनात्मक लेखन प्रतिभा के विकास के लिए कहानी लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा की देखरेख में आयोजित प्रतियोगिता में अनेक विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में चुनिंदा रचनाओं के बाल लेखक-लेखिकाओं की कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में प्रतिभा, मीनाक्षी, भावना, प्रेम, मुस्कान, मानसी, प्रीति, तृप्ति, महक ने भागीदारी की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्याध्यापक विपिन कुमार ने विद्यार्थियों को देस हरियाणा पत्रिका का ताज़ा अंक भेंट करके सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियों के जरिए विद्यार्थियों की रचनात्मकता का विकास होता है। उन्होंने कार्यशाला के सभी विद्यार्थियों को सम्मानित किया।
कार्यशाला में विद्यार्थियों ने अपनी स्वरचित कहानियां सुनाई और बताया कि उन्हें इसे लिखने की किस तरह प्रेरणा मिली। हिन्दी प्राध्यापक अरुण कुमार कैहरबा ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि हमारे आस-पास अनेक कहानियां बिखरी हुई हैं। हम स्वयं भी अनेक कहानियों के किरदार हैं। कहानीकार अपनी रूचि के अनुसार इनमें से कहानी का चुनाव करता है और अपनी प्रतिभा, कल्पना और भाषा से कहानी की रचना करता है। कहानी में आए किरदार पाठक व श्रोता के सामने जीवंत हो उठते हैं। उनकी आपसी बातचीत रोचक ढंग से कहानी को आगे लेकर जाती है। जिस तरह से एक कुशल कारीगर अपनी प्रतिभा से किसी चीज को नया आकार दे देता है, उसी तरह से कहानीकार अपनी कहानियों को बुनता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के चिंतन और लेखन का यह कार्य रुकना नहीं चाहिए। बाल कहानीकारों ने कहानी लेखन संवाद में दिलचस्पी ली और सवाल करके अपनी जिज्ञासाएं शांत की।
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